एमएलसी चुनाव : भाजपा की रणनीति, सपा के संघर्ष की परीक्षा Aligarh News

भाजपा ने डॉ. मानवेंद्र प्रताप सिंह व सपा ने डॉ.असीम यादव पर दांव खेला है। कुछ निर्दलीय भी दमखम लगाए हैं। सूत्रों की मानें तो पिछले चुनाव की अपेक्षा इस बार अलीगढ़ में मतदाता कम हो स

By Sandeep SaxenaEdited By: Publish:Thu, 07 Nov 2019 09:16 AM (IST) Updated:Thu, 07 Nov 2019 02:41 PM (IST)
एमएलसी चुनाव : भाजपा की रणनीति, सपा के संघर्ष की परीक्षा Aligarh News
एमएलसी चुनाव : भाजपा की रणनीति, सपा के संघर्ष की परीक्षा Aligarh News

अलीगढ़ (जेएनएन)। एमएलसी चुनाव के लिए भाजपा की रणनीति व सपा का जन विरोधी नीतियों को लेकर सरकारों के खिलाफ संघर्ष की चुनावी परीक्षा है। भाजपा ने डॉ. मानवेंद्र प्रताप सिंह व सपा ने डॉ.असीम यादव पर दांव खेला है। कुछ निर्दलीय भी दमखम लगाए हैं। सूत्रों की मानें तो पिछले चुनाव की अपेक्षा इस बार अलीगढ़ में मतदाता कम हो सकते हैं। पहले जिले में 41 हजार मतदाता थे। इस बार आंकड़ा 30 हजार के पार भी नहीं हो रहा।

तीन मंडल के 12 जिले शामिल

आगरा परिक्षेत्र के तीन मंडल के 12 जिले इस क्षेत्र में शामिल हैं। इन जिलों की 57 तहसील व 137 विकास खंड शामिल हैं। अलीगढ़ मंडल के हाथरस, कासगंज, एटा व अलीगढ़, आगरा के मैनपुरी, फीरोजाबाद, मथुरा व आगरा, कानपुर मंडल के औरैया, कन्नौज, फर्रुखाबाद व इटावा शामिल हैं।

वोट बढ़ाने के प्रयास में दावेदार

डॉ. मानवेंद्र प्रताप सिंह का कहना है कि 2014 में हुए चुनाव के मुकाबले इस बार जिले में वोट कम हो सकते हैं। सभी दावेदार वोट बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं। सपा जिलाध्यक्ष अशोक यादव ने कहा कि वोट बढ़वाने के लिए युवाओं की टीम जुटी है। डॉ. असीम यादव एक नवंबर को यहां आए थे। उन्होंने वोट बनवाने पर जोर दिया है। विकास खंड स्तर यह काम चल रहा है। जन विरोधी नीतियों को लेकर सरकारों के खिलाफ सपा संघर्ष कर रही है।

एडेड के मुकाबले पिछड़े वित्तविहीन शिक्षकों के वोट

शिक्षक विधायक के चुनाव के लिए शिक्षकों के मतदाता बनने की रेस में एडेड विद्यालयों के शिक्षकों ने बाजी मारी है। शिक्षक मतदाता नामावली से जुडऩे के लिए डीआइओएस कार्यालय में आवेदन करने की अंतिम तिथि छह नवंबर है। चार नवंबर तक एडेड कॉलेजों के सबसे ज्यादा शिक्षकों के आवेदन आए। लगभग 680 वित्तविहीन कॉलेजों के करीब 12 हजार शिक्षकों की भारी संख्या से उनकी दावेदारी मजबूत लग रही थी। डीआइओएस डॉ. धर्मेंद्र शर्मा ने बताया कि एडेड विद्यालयों के शिक्षकों की 60 फाइलें पहुंची हैं। इनमें करीब 600 शिक्षकों के नाम हैं। राजकीय विद्यालयों के शिक्षकों की 22 फाइलें आई हैं, जिनमें लगभग 220 शिक्षकों के नाम हैं। वित्तविहीन कॉलेजों के शिक्षकों की 40 फाइलें ही प्राप्त हुई हैं। इनके करीब 400 शिक्षकों के आवेदन आए हैं।

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