अलीगढ़ नुमाइश में फूड कोर्ट पर डीएम के पक्ष में आए मेयर फुरकान, जानिए क्या है मामला

नुमाइश में फूड कोर्ट को लेकर इंटरनेट मीडिया पर चल रहे घमासान के बीच मेयर मोहम्मद फुरकान डीएम के पक्ष में उतर आए। उन्होंने कहा है कि डीएम ने फूड कोर्ट की स्थापना कराकर नौजवानों को रोजगार देने की दिशा में सराहनीय कार्य किया है।

By Sandeep kumar SaxenaEdited By: Publish:Sun, 21 Feb 2021 05:06 PM (IST) Updated:Sun, 21 Feb 2021 05:06 PM (IST)
अलीगढ़ नुमाइश में फूड कोर्ट पर डीएम के पक्ष में आए मेयर फुरकान, जानिए क्या है मामला
मेयर मोहम्मद फुरकान डीएम के पक्ष में उतर आए।

अलीगढ़, जेएनएन। नुमाइश में फूड कोर्ट को लेकर इंटरनेट मीडिया पर चल रहे घमासान के बीच मेयर मोहम्मद फुरकान डीएम के पक्ष में उतर आए। उन्होंने कहा है कि डीएम ने फूड कोर्ट की स्थापना कराकर नौजवानों को रोजगार देने की दिशा में सराहनीय कार्य किया है। फूड कोर्ट के उद्घाटन को लेकर भ्रम फैलाया जा रहा है, जो गलत है। फूड कोर्ट का उद्घाटन प्रदर्शनी अध्यक्ष के रूप में डीएम द्वारा कराया जाना एक सामान्य प्रक्रिया है। पूर्व में भी तमाम स्टाल, प्रतिष्ठानों का उद्घाटन हुआ है। डीएम की आलोचना नहीं की जानी चाहिए। 

यह है मामला

नुमाइश में एएमयू छात्रों के सहयोग से एक फूड कोर्ट खोला गया है। सरकारी रिकार्ड के मुताबिक यह फूड कोर्ट सुहैल मसर्रत के नाम पर आवंटित किया गया है। पिछले ही दिनों डीएम चंद्रभूषण सिंह व सीडीओ अनुनय झा ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ फूड कोर्ट का उद्घाटन किया था। उद्घाटन में एएमयू के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष फैजुल हसन भी शामिल थे। अधिकारियों के साथ फैजुल हसन का फोटो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गया। ट्विटर पर छात्र नेता फैजुल हसन को फूड कोर्ट आवंटित करने का प्रशासन पर आरोप लगाते हुए लोगों ने सवाल उठाए। शनिवार को पांच हजार से अधिक ट्वीट हुए। इनमें (हैशटैग अलीगढ़ डीएम विद एंटी नेशनल्स) का इस्तेमाल किया गया है। डीएम के ट्विटर हैंडल से लिखा गया था कि किसी भी आपराधिक या राजनीतिक व्यक्ति का फूड कोर्ट से कोई लेना-देना नहीं है। शासन की मंशा के अनुरूप बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सुहैल मशर्रत नाम के व्यक्ति को यह काम मिला है। संचालक का वीडियो भी शेयर किया गया था। फैजुल हसन ने भी सफाई देते हुए कहा कि नुमाइश में सुहैल मसर्रत के माध्यम से फूड कोर्ट खोला गया है। उनका इससे कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन कुछ भाजपा नेता इसे धार्मिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं। आरोप पूरी तरह से निराधार हैं। इसी मामले में मेयर ने डीएम का पक्ष लेते हुए नुमाइश के आयोजन पर उनका आभार जताया है। मेयर ने कहा कि डीएम ने नुमाइश में बेहतर व्यवस्थाएं की हैं। नुमाइश के जरिए काफी लोगों को रोजगार मिल रहा है। हर क्षेत्र से यहां खेल-तमाशे वाले व दुकानदार आते हैं। फूड कोर्ट के आवंटन काे लेकर डीएम की कार्यशैली पर सवाल उठाना गलत है।

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