Live Aligarh Coronavirus news update: डीएम बोले, निजी अस्पताल में संक्रमित मिलने वाले मरीज को वहीं करें आइसोलेट

डीएम चंद्रभूषण सिंह ने कलक्ट्रेट में आयोजित समीक्षा बैठक में कहा कि किसी निजी अस्पताल में कोई कोरोना वायरस संक्रमित मरीज मिलता है तो उसे वहीं आइसोलेट कर जिला प्रशासन को सूचना दें।

By Sandeep SaxenaEdited By: Publish:Tue, 09 Jun 2020 09:36 AM (IST) Updated:Wed, 10 Jun 2020 08:10 AM (IST)
Live Aligarh Coronavirus news update: डीएम बोले, निजी अस्पताल में संक्रमित मिलने वाले मरीज को वहीं करें आइसोलेट
Live Aligarh Coronavirus news update: डीएम बोले, निजी अस्पताल में संक्रमित मिलने वाले मरीज को वहीं करें आइसोलेट

अलीगढ़[जेएनएन]: डीएम चंद्रभूषण सिंह ने कलक्ट्रेट में आयोजित समीक्षा बैठक में कहा कि किसी निजी अस्पताल में कोई कोरोना वायरस संक्रमित मरीज मिलता है तो उसे वहीं आइसोलेट कर जिला प्रशासन को सूचना दें। अस्पताल को 24 घंटे के लिए बंद कर सैनिटाइजेशन किया जाए। किसी अन्य व्यक्ति में लक्षण हैं तो उसकी भी जांच कराएं। आइएमए पदाधिकारियों के साथ बैठक में भी डीएम ने यही कहा।

संक्रमित मरीजों के संपर्क वाले मरीजों के सैंपल जरूर लेना जरूरी

डीएम ने कहा कि एसडीएम स्तर से प्रवासी श्रमिकों की कंट्रोल रूम को भेजी जा रही सूची में मिल रही खामियों को दूर किया जाए। संक्रमित मरीज के संपर्क में आए लोगों के सैंपल लिए जाएं। सरकारी ऑफिस में काम के दौरान कोई कर्मचारी मास्क नहीं पहनता है तो कार्रवाई की जाए।

अलीगढ़ में 66 सौ प्रवासी श्रमिकों में से 12 सौ की हो चुकी कोरोना जांच

लॉकडाउन के बीच लौटे 6600 प्रवासी श्रमिकों में से 1200 की कोरोना जांच हो चुकी हैं। इनमें 13 संक्रमित मिले थे। जांच वाले सभी श्रमिक गुजरात, महाराष्ट्र समेत अन्य रेड जोन वाले शहरों से लौटे हैैं। अन्य शहरों लौटे श्रमिकों की भी थर्मल स्क्रीङ्क्षनग कराई गई। लक्षण न दिखने पर उन्हें घर भेज दिया गया है।

बाहरी सभी मजदूरों की होगी जांच

प्रवासी मजदूरों के स्वास्थ्य की जांच की जिम्मेदारी जिला प्रशासन की थी। प्रशासन ने तय किया था कि गुजरात, महाराष्ट्र, पंजाब समेत अन्य संक्रमित बाहुल्य राज्यों से आए सभी मजदूरों की कोरोना जांच कराई जाएगी। अन्य प्रदेशों के मजदूरों के स्वास्थ्य का भी परीक्षण होगा। इन सभी की जांच हो चुकी है। अब एक सप्ताह से कोई श्रमिक नहीं आया है। करीब 15 हजार श्रमिक सीधे अपने घर पहुंच गए थे। इनमें अधिकांश लॉकडाउन की शुरुआत में ही आ गए थे। अन्य शहरों लौटे श्रमिकों की भी थर्मल स्क्रीङ्क्षनग कराई गई। लक्षण न दिखने पर उन्हें घर भेज दिया गया है।

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