नक्सली हमले में हाथरस का जवान शहीद, आज लाया जाएगा पार्थिव शरीर Hathras News
पांच दिन पहले ड्यूटी पर गए हाथरस के जवान मदन पाल सिंह (53) नक्सली हमले में शहीद हो गए। उनका शव तमना गढ़ी नई कॉलोनी में लाया जाएगा। घर में कोहराम मचा हुआ है।
हाथरस (जेएनएन)। पांच दिन पहले ड्यूटी पर गए हाथरस के जवान मदन पाल सिंह (53) नक्सली हमले में शहीद हो गए। उनका शव तमना गढ़ी नई कॉलोनी में लाया जाएगा। घर में कोहराम मचा हुआ है। सभी के चेहरों पर आक्रोश और आंखें नम हैं। शहीद होने की सूचना के बाद से आसपास की कॉलोनियों में भी मातम छाया हुआ है।
बीजापुर में तैनात थे मदनपाल
मदन पाल ङ्क्षसह 1986 में सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे। वे एसआई थे। वर्तमान में छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में तैनात थे। वे पांच दिन पहले ही छुट्टी खत्मकर छत्तीसगढ़ गए थे। मदनपाल ङ्क्षसह के भाई रामकुमार ने बताया कि भाई 25 मई को छुट्टी पर यहां आए थे। पहले वह 15 दिन की छुट्टी लेकर आए थे लेकिन कुछ जरूरी कार्याें के कारण उन्होंने 15 दिन की छुट्टी और बढ़वा ली थी। 23 जून को वापस गए। इनके परिवार में पत्नी स्नेहा लता देवी के अलावा दो पुत्री व दो पुत्र हैं। दोपहर ढाई बजे बड़े बेटे राहुल के पास सीआरपीएफ कंट्रोल रूम से फोन आया। उन्हें बताया गया कि नक्सलियों ने हमला कर दिया। इसमें मदन पाल ङ्क्षसह गोली लगने से घायल हो गए थे। अधिक खून बह जाने के कारण उनकी मौत हो गई। यह जानकारी मिलते ही राहुल के पैरों तले जमीन खिसक गई। मदन पाल के भाई रामकुमार के अनुसार हेड क्वार्टर से मिली जानकारी के अनुसार पार्थिव शरीर सुबह हाथरस लाया जाएगा। जवान की मौत से मां, पत्नी, बच्चे, भाई सभी का रो-रोकर बुरा हाल है, जिन्हें पड़ोसी व अन्य लोग ढाढ़स बंधाने में लगे हुए हैं।
सभी की आंखों में आंसू, बंधाया ढांढस
मदन पाल के परिवार में मां शरवती देवी, पत्नी इश्लेनता देवी, बेङ्क्षटयां ङ्क्षपकी, निशा, बेटा राहुल और मनीष, छोटे भाई राजकुमार सब फूट-फूटकर रो रहे थे। बेटी ङ्क्षपकी की शादी हो चुकी है। छोटे भाई रामकुमार तहसील में कार्यरत हैं। मदनपाल के अन्य बच्चे अभी पढ़ाई कर रहे हैं। पिता की सात माह पहले मौत हो चुकी है।
आज दोपहर में पहुंचेगा पार्थिव शरीर
मदनपाल के भाई रामकुमार ङ्क्षसह के मुताबिक सीआरपीएफ कंट्रोल रूम से भाई का पार्थिव शरीर शनिवार को दोपहर तक हाथरस पहुंचने की जानकारी दी गई। सुबह 9:40 बजे छत्तीसगढ़ से फ्लाइट से उनका पार्थिव शरीर लेकर जवान चलेंगे। साढ़े 11 बजे फ्लाइट दिल्ली पहुंचेगी। इसके बाद सेना के वाहन से जवान का पार्थिव शरीर यहां लाया जाएगा। दोपहर बाद मंडी समिति के पीछे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।