गभाना ब्लॉक तो बना, सुविधाएं नहीं मिलीं

अलीगढ़ : गभाना में आज ही के दिन एक वर्ष पूर्व 20 दिसंबर 2016 को जिले के तेरहवें ब्लॉक के

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Dec 2017 01:15 AM (IST) Updated:Wed, 20 Dec 2017 01:15 AM (IST)
गभाना ब्लॉक तो बना, सुविधाएं नहीं मिलीं
गभाना ब्लॉक तो बना, सुविधाएं नहीं मिलीं

अलीगढ़ : गभाना में आज ही के दिन एक वर्ष पूर्व 20 दिसंबर 2016 को जिले के तेरहवें ब्लॉक के रूप में जन्म हुआ था। मगर, सुविधाएं आज तक नहीं मिलीं।

शासन ने बरौली विधायक ठा. दलवीर सिंह की पहल पर चंडौस, खैर, जवां व लोधा ब्लॉक की आठ न्याय पंचायतों दौरऊ चांदपुर, गभाना, पैराई, जखौता, बरौली, टमकौली, बहादुरपुर कोटा, कौरह रूस्तमपुर के 56 गांवों को शामिल कर गभाना को बीते 20 दिसंबर 16 को जिले का नया ब्लॉक बनाया गया था, जबकि 31 दिसंबर को इस ब्लॉक का विधिवत उद्घाटन हुआ था।

अतिरिक्त चार्ज से कार्य प्रभावित

वर्तमान में ब्लॉक कार्यालय का अतिरिक्त चार्ज वर्तमान में बीडीओ चंडौस के पास अतिरिक्त प्रभार के रूप में दिया गया है, जबकि दो एडीओ व आठ ग्राम पंचायत अधिकारी ही तैनात हैं। दो बाबूओं के सहारे ही ब्लॉक के कामकाज के नाम पर खानापूर्ति हो रही है।

अटके हैं विकास के काम

गभाना ब्लॉक को एक वर्ष पूरा होने के बाद भी अभी तक अस्तित्व में नहीं आ सका है। इससे जुडे़ गांव विकास की राह देख रहे हैं। अधिकारियों व कर्मचारियों की कमी के चलते ब्लॉक कार्यालय पहले खुद के विकास के लिए तरस रहा है। चपरासी से लेकर बाबू, ग्राम पंचायत अधिकारी आदि के तमाम पद अभी भी रिक्त चल रहे हैं।

इनका कहना है

ब्लॉक में कर्मचारियों की तैनाती को पत्र भेजकर अवगत करा दिया गया है, शासन स्तर से यहां जल्द कर्मचारियों की तैनाती की जाएगी।

अनिल त्रिपाठी, एसडीएम गभाना

ब्लॉक कार्यालय को अस्तित्व में लाने व कामकाज शुरू कराने के लिए यहां जल्द ही शासन स्तर से रिक्त चल रहे पदों पर तैनाती कराई जायेगी।

ठा. दलवीर सिंह, विधायक बरौली

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