हाथरस में किसान की मौत, गौवंश बने मौत का कारण
अपनी खेती बचाना किस तरह मुश्किल हो रहा है जिसका उदाहरण गुरुवार को क्षेत्र के गांव बेदई में देखने को मिला। गेहूं के खेत से गोवंश को भगाने के प्रयास में किसान कटीले तारों में उलझ कर गिर जाने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

हाथरस, संवाद सहयोगी। सादाबादमें किसान को गोवंश से अपने आपको तथा अपनी खेती बचाना किस तरह मुश्किल हो रहा है, जिसका उदाहरण गुरुवार को क्षेत्र के गांव बेदई में देखने को मिला। गेहूं के खेत से गोवंश को भगाने के प्रयास में किसान कटीले तारों में उलझ कर गिर जाने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। दोपहर को खाना देने पहुंची पत्नी को मौत की जानकारी होने पर घर परिवार के लोग भी खेत पर पहुंच गए। जानकारी गांव के लोगों को मिली तो खेत पर सैकड़ों की संख्या में वे जुट गए।
बेदई निवासी 60 वर्षीय शिशुपाल पुत्र भगवान सिंह द्वारा इस बार अपने खेत में गेहूं की फसल की थी। फसल को बेसहारा गोवंश से बचाने के लिए खेत के चारों तरफ कटीले तारों की बाड़ भी लगवा दी।सुबह शाम वह अपने खेत पर जाकर खेत की देखभाल करने को जाते थे। जानकारी के मुताबिक सुबह सात बजे वह अपने घर से खेत की रखवाली के लिए खेत पर गए। खेत में बेसहारा गोवंश का झुंड देख कर उनको भगाने के लिए वह दौड़े। दौड़ते समय अचानक उनकी ठंड में ओड़ी गई शाल कटीले तारों में फस गई। जिसके कारण किसान खेत में ही गिर पड़ा। किसान जिस प्रकार खेत में गिरा था, उसी प्रकार गिरा रह गया। यह जानकारी किसान की पत्नी सुधा देवी को उस समय हुई जब वह खेत पर लगभग 11 बजे अपने पति का खाना लेकर पहुंची पत्नी के सामने ही किसान के कपड़े कटीले तार में फंसे हुए थे तथा वह खेत में पड़ा हुआ था। सुधा देवी इसे देखकर बदहवास हो गई और तत्काल ही आसपास के किसानों को एकत्रित कर घर पर जानकारी भेजी।घर जानकारी मिलते ही सभी स्वजन खेत की तरफ दौड़ लिए।किसान को तत्काल उठाकर निकट के चिकित्सालय ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।किसान की मौत की जानकारी गांव के लोगों को होने पर खेत पर काफी संख्या में किसान पहुंच गए। किसान की मौत से घर परिवार के लोगों में हाहाकार मच गया। कुछ ग्रामीणों द्वारा इसकी जानकारी तत्काल पुलिस तथा प्रशासन को दे दी, हालांकि मौके पर प्रभारी निरीक्षक कुमार शर्मा पहुंच गये।
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