आखिरी वक्त तक जिदगी के लिए जूझे दोनों पार्षद

कोरोना संकट के बीच शनिवार को दो पार्षदों के निधन से नगर निगम कर्मचारी व अन्य स्तब्ध रह गए।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 24 Apr 2021 07:51 PM (IST) Updated:Sat, 24 Apr 2021 07:51 PM (IST)
आखिरी वक्त तक जिदगी 
के लिए जूझे दोनों पार्षद
आखिरी वक्त तक जिदगी के लिए जूझे दोनों पार्षद

जासं, अलीगढ़ : कोरोना संकट के बीच शनिवार को दो पार्षदों के निधन से नगर निगम कर्मचारी व अन्य पार्षद स्तब्ध रह गए। सुबह के वक्त एक पार्षद के गुजर जाने की सूचना मिली तो दोपहर को दूसरा दुखद समाचार मिला। इस जानकारी पर सभी ओर शोक की लहर छा गई।

दोदपुर निवासी सपा समर्थित रिजवान हुसैन मिटो लगातार तीसरी बार वार्ड 39 से पार्षद बने थे। तबीयत बिगड़ने पर उन्होंने आठ दिन पहले कोरोना की जांच कराई थी, रिपोर्ट पाजिटिव आयी। उन्हें जेएन मेडिकल कालेज में भर्ती करा दिया गया, तभी से वहीं इलाज चल रहा था। तड़के तीन बजे उनका निधन हो गया। पार्षद मुशर्रफ हुसैन बताते हैं, वह नेक दिल इंसान थे। बोर्ड बैठकों में जनसमस्याओं के मुद्दे उठाते और तथ्यों के साथ विषय रखते थे। अधिकारी भी इनका संज्ञान लेते। अस्पताल पहुंचने से पहले दम तोड़ा

मुल्लापाड़ा (भुजपुरा) निवासी बसपा समर्थित अमीरुद्दीन वार्ड 65 से पहली बार पार्षद बने थे। दो दिन पहले उनकी तबीयत बिगड़ी थी। घर पर ही इलाज चल रह था। बताते हैं कि सांस लेने में दिक्कत थी। दोपहर को तकलीफ बढ़ने पर उन्हें रसलगंज स्थित निजी अस्पताल लाया गया। डाक्टरों ने अस्पताल के बाहर ही जांच कर हाथ खड़े कर दिए। स्वजन जिला अस्पताल लाए, वहां मृत घोषित कर दिया। अमीरुद्दीन की कोरोना की जांच नहीं हुई थी। स्वजन हार्टअटैक से मौत बता रहे हैं। उपसभापति डा. मुकेश शर्मा ने दोनों पार्षदों के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि दोनों आखिरी वक्त तक जिदगी के लिए जूझे, लेकिन मौत से हार गए।

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