संभल जाइए, परिवार पर मंडरा रहा कोरोना का खतरा Aligarh news
विशेषज्ञों का कहना है कि अनलाॅक में मास्क व सैनिटाइजर के प्रयोग और शारीरिक दूरी के पालन को लेकर भी लापरवाही बढ़ गई है।
अलीगढ़ [विनोद भारती]। कोरोना महामारी के खिलाफ सरकार ने निर्णायक लड़ाई शुरू कर दी है। वहीं, दैनिक आंकड़ों पर नजर डाले तो बाहरी कांटेक्ट के अलावा रोजाना चार-पांच परिवार वायरस की चपेट में आ रहे हैं। बच्चे, बड़े, बुजुर्ग व महिलाएं, वायरस किसी को नहीं बख्स रहा। विशेषज्ञों का कहना है कि अनलाॅक में मास्क व सैनिटाइजर के प्रयोग और शारीरिक दूरी के पालन को लेकर भी लापरवाही बढ़ गई है। वहीं, अब पहले से ज्यादा सैंपलिंग होने के कारण भी ज्यादा मरीज सामने आ रहे हैं। इसी आधार पर सरकार भी सामुदायिक फैलाव को स्वीकार नहीं कर रही। लोग अभी भी नहीं चेते तो और भयावह स्थिति पैदा होगी।
ये है सूरतेहाल
लाॅकडाउन में 25 मार्च से 14 अप्रैल तक मात्र एक ही संक्रमित मरीज मिला था। इसके बाद दूसरे लाॅकडाउन में तीन मई तक यह संख्या 43 हो गई। तीसरे लाॅकडाउन में 17 मई तक 85 मरीज, चौथे लाॅकडाउन में दो जून तक 174 मरीज सामने आए। इस तरह चारों लाॅकडाउन में मात्र 203 मरीज निकले। इनमें कुछ मामलों को छोड़ दें तो कांटेक्ट टू कांटेक्ट मरीज ज्यादा पाए गए। अनलाॅक-01 की बात करें तो तीन जून से 30 जून तक 490 मरीज व अनलाॅक-20 में एक जुलाई से 25 जुलाई तक 433 मरीज बढ़ गए।
अनलाॅक में ज्यादा मरीज
दोनों अनलाॅक में 923 लोगों की रिपोर्ट पाॅजिटिव आई है। इसमें बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक शामिल हैं। गौर करने वाली बात ये है कि अनलाॅक में परिवार के परिवार चपेट में आ रहे हैं। वृंदा हाॅस्पिटल के फिजिशियन डाॅ. अमित वार्ष्णेय ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में देरी से सैंपलिंग हुई। इससे वायरस का फैलाव बढ़ा। अनलाॅक में लोग कुछ लापरवाह भी हुए। परिवार को सुरक्षित रखने के लिए बरती जाने वाली सावधानी में कोताही हुई। इससे वायरस का परिवारों पर भी हमला बढ़ा। राहत की बात ये है कि ज्यादा मरीज अब लक्षण विहीन ही आ रहे हैं, जो आइसोलेशन से ठीक हो जाते हैं।
लापरवाह हुए लोग
आइएमए के स्टेट सेक्रेट्री डाॅ. जयंत शर्मा के अनुसार पहले सीधे कांटेक्ट में आए लोगों के ही सैंपल हो रहे थे। सैंपल की संख्या काफी कम थी। अब इसमें वृद्धि हो गई है। ज्यादा से ज्यादा परिवारों के सैंपल लिए जा रहे हैं, ऐसे में ज्यादा सदस्यों की रिपोर्ट पाॅजिटव है। लोग पहले से ज्यादा पैनिक व लापरवाही भी हुए हैं। इसलिए छोटी-छोटी सावधानी बरतकर हम स्वयं और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकते हैं।
ये बरतें सावधानी
- अनावश्यक घर से बाहर न जाएं।
- बाहर जाएं तो मास्क का इस्तेमाल करें।
- मास्क को बार-बार हाथों से न छुएं।
- भीड़भाड़ वाली जगह पर जाने से बचें।
- बाहर निकलने के बाद किसी भी चीज को छूने से बचें।
- बार-बार हाथों को सैनिटाइज करते रहें।
- एटीएम इस्तेमाल करने के बाद हाथों को सैनिटाइज करें।
- घर लौटने के तुरंत बाद हाथों को 20 सेकंड साबुन से धोएं।
- मास्क को सावधानी से उतारकर किसी डिब्बे आदि में डाल दें।
- सब्जी व फल आदि को खूब धाएं।
- लौटते ही छोटे बच्चों को गोद में लेने से बचें।