एएमयू में आजम पर कार्रवाई सोशल मीडिया पर वायरल Aligarh News

64 मुकदमों को लेकर तो सपा सांसद आजम खान सुर्खियों में हैं ही एएमयू में पढ़ाई के दौरान उन पर हुई कार्रवाई के पत्र भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।

By Sandeep SaxenaEdited By: Publish:Thu, 08 Aug 2019 09:23 AM (IST) Updated:Thu, 08 Aug 2019 01:51 PM (IST)
एएमयू में आजम पर कार्रवाई सोशल मीडिया पर वायरल Aligarh News
एएमयू में आजम पर कार्रवाई सोशल मीडिया पर वायरल Aligarh News

अलीगढ़ (जेएनएन)। जौहर यूनिवर्सिटी की जमीन को लेकर दर्ज 64 मुकदमों को लेकर तो सपा सांसद आजम खान सुर्खियों में हैं ही, एएमयू में पढ़ाई के दौरान उन पर हुई कार्रवाई के पत्र भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।

डॉक्टरों से अभद्रता का आरोप
रामपुर निवासी आजम ने एएमयू से बीए ऑनर्स व एलएलएम किया। 1971 में बीए की पढ़ाई के दौरान आरोप लगा था कि उन्होंने छात्रों को बवाल के लिए उकसाया था। इंतजामिया ने नोटिस दिया, जिस पर आजम ने माफी मांगी। 1975 में एलएलएम की पढ़ाई के दौरान उन पर जेएन मेडिकल कॉलेज के महिला वार्ड में डॉक्टरों से अभद्रता का आरोप लगा। इंतजामिया ने उन्हें एक साल के लिए रेस्टीकेट कर दिया।

जब आजम को जाना पड़ा जेल
1975 में ही इमरजेंसी के दौरान आजम को पुलिस ने यूनिवर्सिटी से गिरफ्तार कर लिया। तब वे छात्रसंघ के सचिव थे। आजम पर वीमेंस कॉलेज में दिल्ली से आई टीम पर अभद्रता का आरोप लगा था। हालांकि आजम खान इसके पीछे अलग कारण बताते हैं। उन्होंने पूर्व में दिए बयानों में कहा कि छात्र संघ का नियम था कि कोई भी पदाधिकारी राजनीतिक दल का सदस्य नहीं होगा। कांग्रेस से जुड़े वसीम उपाध्यक्ष बन गए। उन्होंने कह दिया कि वसीम कांग्रेस छोड़ें, वर्ना हम शपथ नहीं लेंगे। वसीम ने कांग्रेस छोड़ दी। छात्र संघ की पहली मीटिंग में आजम ने प्रस्ताव रखा कि कांग्रेस का कोई नेता कैंपस में प्रवेश नहीं करेगा। इस कारण कांग्रेस के नेता उनसे खफा हो गए और उन्हें गिरफ्तार करा दिया।

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