अंधेरगर्दी: आधा शहर है प्‍यासा और ये रोक नहीं पा रहे गंगा जल की बर्बादी Agra News

जल संस्थान के अफसरों ने मूंद रखी हैं आंख नहीं हो रही लाइनों की मरम्मत। दस हजार घरों में नहीं आया पानी चार हजार घरों में आया गंदा पानी।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Sun, 12 Jan 2020 10:55 AM (IST) Updated:Sun, 12 Jan 2020 10:55 AM (IST)
अंधेरगर्दी: आधा शहर है प्‍यासा और ये रोक नहीं पा रहे गंगा जल की बर्बादी Agra News
अंधेरगर्दी: आधा शहर है प्‍यासा और ये रोक नहीं पा रहे गंगा जल की बर्बादी Agra News

आगरा, जागरण संवाददाता। सर्दी में पेयजल संकट खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। हर दिन तीस लाख लीटर गंगाजल बर्बाद हो रहा है। लीकेज बढऩे से कई जगहों पर रोड खराब हो गई है। शिकायतों के बाद भी जल संस्थान की टीम मरम्मत नहीं करा रही है। इसके चलते आए दिन जलापूर्ति लड़खड़ा जाती है। शनिवार को दस हजार घरों में जलापूर्ति नहीं हुई, जबकि चार हजार घरों में गंदा पानी आया। आधा दर्जन क्षेत्रों में पानी का प्रेशर कमजोर रहा।

इन क्षेत्रों में हैं लीकेज

जीवनी मंडी रोड : आस्था सिटी के पीछे सबसे बड़ा लीकेज है। यह तीस इंच की राइजिंग लाइन में है। चौबीस घंटे में 10 लाख एमएलडी पानी की बर्बाद होती है। अगर यह लीकेज ठीक हो जाए तो पुराने शहर में जलापूर्ति बेहतर हो जाएगी। इससे कुछ दूरी पर तीन अन्य लीकेज हैं। हर दिन दो से तीन लाख लीटर पानी की बर्बाद होती है।

लोहामंडी से बोदला रोड : लोहामंडी चौराहे से दो सौ मीटर की दूरी पर लीकेज है। रोड के एक तरफ लीकेज होने से हर दिन तीन लाख लीटर पानी बर्बाद होता है। रोड के किनारे गड्ढा हो गया है।

शाहगंज रोड : बोदला अस्पताल के ठीक सामने से होकर पाइप लाइन गुजरी है। हर दिन तीन से पांच लाख लीटर पानी बह रहा है। शिकायतों के बाद भी लाइन की मरम्मत नहीं की जा रही है।

राजा की मंडी बाजार : पाइप लाइन में लीकेज से पूरे क्षेत्र में जलापूर्ति ठीक तरीके से नहीं हो पा रही है। शनिवार को इस लाइन की मरम्मत शुरू हुई। समीप ही एक अन्य लीकेज है। हर दिन एक लाख लीटर पानी बर्बाद होता है।

अर्जुन नगर : क्षेत्र में तीन लीकेज हैं। हर दिन एक से डेढ़ लाख लीटर पानी बर्बाद हो रहा है। इससे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

पुराना शहर : काला महल, पीपलमंडी, बालूगंज व उसके आसपास के क्षेत्रों में हर दिन दो लाख लीटर पानी बर्बाद हो रहा है। इसका असर जलापूर्ति पर पड़ रहा है।

इन क्षेत्रों में भी : नगला बूढ़ी, बल्केश्वर, कमलानगर, ताजगंज, मंटोला, आवास विकास, ट्रांस यमुना क्षेत्र में लीकेज है। इनकी संख्या दर्जनभर के करीब है। छह से सात लाख लीटर पानी नालियों में बह जाता है।

सप्‍लाई का आंकड़ा

- जीवनी मंडी वाटरवर्क्‍स से 225 के बदले 120 एमएलडी पानी की आपूर्ति हुई। पानी की गुणवत्ता ठीक नहीं रही। इससे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

- सिकंदरा के दोनों प्लांट से 288 के बदले 225 एमएलडी पानी की आपूर्ति हुई। गुणवत्ता ठीक रही।

इन क्षेत्रों में नहीं हुई जलापूर्ति

राजा की मंडी, गोकुलपुरा, प्रजापति मोहल्ला अशोक नगर, पचकुइयां का कुछ हिस्सा, लोहामंडी चौराहा से बोदला रोड के आसपास, आवास विकास सेक्टर छह व आठ, बोदला रोड व शाहगंज के कुछ हिस्से में।

इन क्षेत्रों में आया गंदा पानी

बल्केश्वर, कमलानगर डी ब्लॉक, नगला बूढ़ी रोड, छीपीटोला, कैलाशपुरी रोड के आसपास।

- जिन क्षेत्रों में लीकेज की शिकायतें मिली हैं। टीम भेज दी गई है। बाकी लीकेज की जल्द मरम्मत कराई जाएगी।

आरएस यादव, महाप्रबंधक जल संस्थान  

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