Vaishno Devi Yatra: 16 अगस्त से खुलेंगे माता वैष्णाें के द्वार लेकिन आगरा के भक्तों के लिए आसान न होगी राह

Vaishno Devi Yatra वैष्णो देवी के दर्शन को टुकड़ों में करनी होगी यात्रा।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Thu, 13 Aug 2020 01:55 PM (IST) Updated:Thu, 13 Aug 2020 01:55 PM (IST)
Vaishno Devi Yatra: 16 अगस्त से खुलेंगे माता वैष्णाें के द्वार लेकिन आगरा के भक्तों के लिए आसान न होगी राह
Vaishno Devi Yatra: 16 अगस्त से खुलेंगे माता वैष्णाें के द्वार लेकिन आगरा के भक्तों के लिए आसान न होगी राह

आगरा, जागरण संवाददाता। 16 अगस्त से माता वैष्णो देवी के दर्शन शुरू हो रहे हैं। ऐसे में ताजनगरी से भक्त माता के दर्शन करने की तैयारी में है। मगर, माता के दरबार तक पहुंचने में उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। कोरोना संक्रमण के चलते यात्री ट्रेनें बंद हैं, ऐसे में यहां से जम्मू तक के लिए कोई सीधी ट्रेन भी नहीं है।

कोरोना संक्रमण के चलते माता वैष्णो देवी के दर्शन बंद कर दिए थे। अब 16 अगस्त से फिर से भक्तों के लिए दर्शन खोले जा रहे है। ताजनगरी से भी बड़ी संख्या में भक्त वैष्णो देवी के दर्शन को जाते हैं। जैसे ही भक्तों को माता के दर्शन खुलने की सूचना मिली तो उन्होंंने माता के दरबार में अपनी हाजिरी लगाने की तैयारी कर ली है। बुधवार को कई लोग जम्मू के लिए ट्रेन टिकट के बारे में जानकारी करने भी पहुंचे, लेकिन उन्हें निराश होकर लौटना पड़ा। कोरोना संक्रमण के चलते यात्री ट्रेन बंद हैं। केवल स्पेशल ट्रेनों का संचालन हो रहा है। आगरा से अप-डाउन में 14 स्पेशल आ रही हैं। इनमें से कोई भी ट्रेन जम्मू तक नहीं जाती। आगरा रेल मंडल के पीआरओ एसके श्रीवास्तव ने बताया कि अभी स्पेशल ट्रेन दिल्ली तक हैं। जम्मू के लिए दिल्ली से ट्रेन लेनी होगी।

सीमित हैं सीटें

जम्मू के लिए भी सीमित स्पेशल ट्रेन हैं। इनमें भी शारीरिक दूरी का पालन कराते हुए सीमित सीटें हैं। जिनका रिजर्वेशन क्लीयर होगा, उन्हें ही ट्रेन में यात्रा करने दी जाएगी। ऐसे में वेङ्क्षटग टिकट वाले यात्रा नहीं कर पाएंगे। इसके अलावा अपनी गाड़ी से या बस से भी सफर कर सकते हैं।

ये दिशा निर्देश मानने होंगे

-60 वर्ष से अधिक की आयु, गर्भवती महिला और 10 साल से कम की आयु के बच्चे धार्मिक यात्रा पर नहीं जा सकेंगे।

-श्रद्धालुओं को एक-दूसरे से छह फीट की दूरी बनाई रखनी होगी। मास्क पहनना होगा।

-धार्मिक स्थलों में वही जा सकेंगे, जिनमें कोरोना के कोई लक्षण नहीं होंगे।

-प्रवेश करने से पहले हाथ-पैर साबुन और पानी के साथ धोने होंगे। यह सुविधा संबंधित संगठन उपलब्ध करवाएंगे।

-मूर्तियों या धार्मिक पवित्र ग्रंथों को छूने की इजाजत नहीं होगी।

-अगले आदेश तक धार्मिक स्थलों में बड़े समारोह नहीं किए जा सकेंगे।

-चरणामृत या प्रसाद वितरित करने की अनुमति नहीं होगी।

-धार्मिक स्थलों को समय-समय पर सैनिटाइज करना होगा।

-सभी श्रद्धालुओं के लिए आरोग्य सेतु एप अनिवार्य है।

-श्रद्धालु अपने जूते गाड़ियों में ही रखेंगे।

-लंगर की अनुमति, लेकिन शारीरिक दूरी को सुनिश्चित बनानी होगी।

-श्रद्धालुओं की तरफ से छोड़े जाने वाले मास्क या दस्तानों का निपटारा करना होगा।

-सभी धार्मिक स्थलों में श्रद्धालुओं की लिस्ट उनके मोबाइल नंबर के साथ बनानी होगी।

- कोरोना संदिग्ध या संक्रमित पाया गया तो उसे अलग कर शीघ्र नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र को देनी होगी। 

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