UP Board Exams 2020: यूपी बोर्ड परीक्षा हो सकती हैं लेट, विद्यार्थियों को करना होगा इंतजार

31 अक्टूबर को पूरी हुई है बोर्ड परीक्षा फार्म भरने की प्रक्रिया। परीक्षा केंद्र बनाने की प्रक्रिया भी अब तक नहीं हुई शुरू। इस बार कोरोना वायरस संक्रमण का असर यूपी बोर्ड परीक्षा में दिखाई देगा। शारीरिक दूरी के नियम का केंद्रों में भी सख्ती से पालन कराया जाएगा।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Tue, 17 Nov 2020 12:22 PM (IST) Updated:Tue, 17 Nov 2020 12:22 PM (IST)
UP Board Exams 2020: यूपी बोर्ड परीक्षा हो सकती हैं लेट, विद्यार्थियों को करना होगा इंतजार
यूपी बोर्ड की परीक्षाएं इस साल कुछ विलंब से हो सकती हैं।

आगरा, जागरण संवाददाता। उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) ने शैक्षिक सत्र 2019-20 की परीक्षा भले कोरोना संक्रमण शुरू होने से पहले ही कुशलतापूर्वक संपन्न करा ली हो, लेकिन सत्र 2020-21 की बोर्ड परीक्षा की प्रक्रिया लेट होती दिख रही है। ऐसा इसलिए क्योंकि बोर्ड के परीक्षा फार्म भरने का काम ही अक्टूबर में पूरा हुआ है, वहीं परीक्षा केंद्र बनाने की प्रक्रिया भी अब तक शुरू नहीं हो पाई है।

स्थिति यह है कि परीक्षा केंद्रों की आधारभूत सूचनाएं पोर्टल पर अपलोड कराकर उनका सत्यापन कराए जाने की जो प्रक्रिया अब तक शुरू हो जाती थी और जिला विद्यालय निरीक्षक परीक्षा केंद्रों की सत्यापन सूची बोर्ड के पोर्टल पर अपलोड कर देते थे, अब तक उसका सत्यापन कार्य ही शुरू नहीं हो सका है। स्थिति यह है कि इस दिशा में माध्यमिक शिक्षा विभाग को यूपी बोर्ड से आदेश मिलने का इंतजार है।

यह थी पिछले साल की टाइम-लाइन

पिछले साल स्कूलों के प्रधानाचार्यों ने 20 सितंबर तक कमरे, सीट, पेयजल आदि से जुड़ी सूचनाएं पोर्टल पर अपलोड कर दी थीं, जिनका सत्यापन जिला विद्यालय निरीक्षक ने टीम भेजकर कराया था। प्रक्रिया अक्टूबर के पहले हफ्ते में पूरी हो गई थी। 20 अक्टूबर तक त्रुटिपूर्ण आंकड़े सही कर लिए गए थे। जिला विद्यालय निरीक्षक ने 31 अक्टूबर तक अपनी सत्यापन रिपोर्ट माध्यमिक शिक्षा परिषद की वेबसाइट पर अपलोड कर दी थी। इसके आधार पर ही बोर्ड परीक्षा केंद्र निर्धारण हुआ था।

शारीरिक दूरी का होगा पालन

इस बार कोरोना वायरस संक्रमण का असर यूपी बोर्ड परीक्षा में दिखाई देगा। शारीरिक दूरी के नियम का केंद्रों में भी सख्ती से पालन कराया जाएगा। इसलिए संभावना है कि केंद्र निर्धारण पिछले सालों की तरह ही होगा, लेकिन शारीरिक दूरी का पालन कराने के लिए इनकी संख्या डेढ़ या दोगुना तक बढ़ सकती है।

प्रयोगात्मक परीक्षाएं भी बाकी

केंद्र बनाने की प्रक्रिया कम से कम डेढ़ महीना लेती है। इसके साथ बोर्ड की प्रयोगात्मक परीक्षा भी होनी हैं। हालांकि पिछले साल इसे 15 दिसंबर को शुरू कर एक महीने में पूरा कर लिया गया था, लेकिन इस साल साल इसके फरवरी ले पहले शुरू होने के आसार नहीं लग रहे, जो लगभग मार्च तक चलेंगी। ऐसे में लाजमी है कि बोर्ड की परीक्षा मार्च के बाद अप्रैल में शुरू होती लग रही हैं।

शासन से केंद्र निर्धारण प्रक्रिया से जुडे निर्देश मिलने का इंतजार है, इसके बाद इसे शुरू किया जाएगा। शासन के सभी निर्देशों को सख्ती व समय-बद्धता के साथ पालन किया जा रहा है।

रवींद्र सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक। 

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