विश्वविद्यालय में बिगड़ी खेलों की चाल, कागज में अटके खिलाड़ी

11 नवंबर को जिमनास्टिक और रेसलिंग की टीमों को होना है रवाना, विवि के पास नहीं चयनित खिलाड़ियों के नामों की सूची

By JagranEdited By: Publish:Sat, 10 Nov 2018 07:00 AM (IST) Updated:Sat, 10 Nov 2018 07:00 AM (IST)
विश्वविद्यालय में बिगड़ी खेलों की चाल, कागज में अटके खिलाड़ी
विश्वविद्यालय में बिगड़ी खेलों की चाल, कागज में अटके खिलाड़ी

आगरा (जागरण संवाददाता): आंबेडकर विवि में सहायक खेल निदेशक के सेवानिवृत्ति और कार्यालय को सील करने के बाद खेलों की चाल बिगड़ गई है। विवि द्वारा खेलों को पटरी पर लाने के लिए प्रभारी नियुक्त किए हैं, लेकिन बिना दस्तावेज उनकी समझ में कुछ नहीं आ रहा है।

आंबेडकर विवि में खेलों की स्थिति हमेशा से खराब रही है। मगर, सहायक खेल निदेशक अनिल चतुर्वेदी की सेवानिवृत्ति और खेलकूद विभाग के सील होने के बाद रही सही स्थिति और खराब हो गई है। विवि की ओर से सहायक निदेशक के स्थान पर प्रभारी नियुक्त किए गए हैं, लेकिन इनकी समझ में अभी कुछ नहीं आ रहा है। इसके पीछे कारण है कि उनके पास टीमों के चयन और खिलाड़ियों को लेकर कोई भी दस्तावेज नहीं है। विभाग को भी सील कर दिया गया है। अंतर विवि प्रतियोगिता में 11 नवंबर को जिमनास्टिक की टीम को चंडीगढ़ और रेसलिंग की टीम को केरल जाना है। इसके बाद 14 नवंबर को वेट लिफ्टिंग की टीम आंध्र प्रदेश व वालीबॉल की टीम को भी जाना है। मगर, टीमों के चयन संबंधी दस्तावेज न होने के कारण टीमों को भेजने में परेशानी आ रही है। इसके चलते टीम प्रतियोगिता में भाग नहीं ले पाएंगी। विवि खेलकूद संघ के अध्यक्ष ब्रजेश रावत का कहना है कि पूर्व सहायक निदेशक से संपर्क किया है। उनसे चयन के दस्तावेज उपलब्ध कराने को कहा है।

देरी से चेता विवि प्रशासन

विवि में खिलाड़ियों द्वारा पथराव के बाद खेलकूद में भ्रष्टाचार व अन्य गड़बड़ियों की तरफ विवि प्रशासन का ध्यान गया है। अब इस मामले में उच्चस्तरीय कमेटी से जांच कराने की बात कही जा रही है। मगर, सवाल यह उठता है कि विवि प्रशासन को इतनी देरी से इसकी सुध क्यों आई। लंबे समय से खिलाड़ी विवि के अधिकारियों से गड़बड़ी की शिकायत करते आ रहे हैं। बहुत सी प्रतियोगिता में विवि की टीमें शामिल नहीं हो पाई हैं। इतना ही नहीं सहायक निदेशक की सेवानिवृत्ति के निर्णय के बाद भी उनके स्थान पर किसी और को काम क्यों नहीं दिया गया। उच्चस्तरीय कमेटी कब जांच शुरू करेगी और कब अपनी रिपोर्ट देगी, इसको लेकर भी स्थिति स्पष्ट नहीं है।

पिछले महीने किया गया था प्रदर्शन

विवि में 25 अक्टूबर को टीए-डीए की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था। इस मामले में आक्रोशित छात्रों ने पथराव भी किया था। घटना के बाद विवि प्रशासन की ओर से खिलाडि़यों को किट व टीए-डीए उपलब्ध कराने की बात कही गई थी। मगर, विवि में खिलाड़ियों को अभी भी सुविधा नहीं मिल पा रही हैं। पूर्व सहायक निदेशक अनिल चतुर्वेदी ने बताया कि 30 अक्टूबर को चंडीगढ़ में शूटिंग प्रतियोगिता में खेलने गए खिलाड़ियों को न तो किट मिल सकी थी न ही किराया। खिलाड़ी अपने खर्चे पर प्रतियोगिता में शामिल होने गए थे।

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