Paper Leak Case: आंबेडकर विवि के बाद अब आगरा कॉलेज ने भी बना दी जांच समिति, इन सवालों के जवाब तलाशे जाएंगे अब

Paper Leak Case आगरा कालेज ने भी बनाई पांच सदस्यीय जांच समिति। ब्रह्मजीत के शिक्षकों से संबंधों को तलाशेगी समिति। एक हफ्ते में रिपोर्ट प्राचार्य को सौंपने के निर्देश। 11 मई को आगरा कालेज से जंतु विज्ञान और गणित और 14 मई को रसायन विज्ञान का पेपर लीक हुआ।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Tue, 24 May 2022 02:47 PM (IST) Updated:Tue, 24 May 2022 02:47 PM (IST)
Paper Leak Case: आंबेडकर विवि के बाद अब आगरा कॉलेज ने भी बना दी जांच समिति, इन सवालों के जवाब तलाशे जाएंगे अब
Paper Leak Case: पेपर लीक कांड की जांच के लिए अब आगरा कॉलेज ने भी बनाइ जांच कमेटी।

आगरा, जागरण संवाददाता। पेपर लीक मामले में डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के बाद अब आगरा कालेज ने भी जांच समिति बना दी है। समिति को एक हफ्ते में रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं। समिति कोचिंग संचालक के कालेज के शिक्षकों से संबंध व अन्य बिंदुओं पर जांच करेगी।

विगत 11 मई को आगरा कालेज से जंतु विज्ञान और गणित के पेपर लीक हुआ। 14 मई को रसायन विज्ञान का पेपर लीक हुआ। इस मामले में पुलिस ने अछनेरा के श्री हरचरण लाल वर्मा के तथाकथित प्राचार्य अनेक सिंह को गिरफ्तार किया। अनेक सिंह ने पुलिस के सामने स्वीकार किया कि प्रबंधक अशोक के कहने पर वो फोटो खींच कर भेजता था। उसने आगरा कालेज के पास संचालित कोचिंग की जानकारी दी और बताया कि कोचिंग संचालक ब्रह्मजीत यादव को भी पेपर की फोटो भेजी थी और ब्रह्मजीत ने ही कालेज के छात्रों के बीच पेपर बेचा था। यही नहीं, ब्रह्मजीत के कालेज के कुछ शिक्षकों से भी संबंध हैं। ब्रह्मजीत कालेज से पीएचडी भी कर रहा है। इन बिंदुओं के संज्ञान के आने के बाद कालेज स्तर से पांच सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है। इस समिति को एक हफ्ते में अपनी रिपोर्ट प्राचार्य को सौंपेगी।

इन बिंदुओं पर करेगी जांच

प्राचार्य डा. अनुराग शुक्ला ने बताया कि जांच समिति परीक्षा की शुचिता को लेकर व पेपर लीक मामले में जो नाम सामने आ रहे हैं उन पर जांच को केंद्रित रखेगी। कोचिंग संचालक के किस- किस से संबंध थे, उसकी परीक्षा के दौरान आगरा कालेज में ड्यूटी लगी थी या नहीं, इसकी भी जानकारी जुटाई जाएगी।

रिसर्च स्कालरों की लगाई है ड्यूटी

कालेज में निरीक्षकों कमी के कारण लगभग 35 रिसर्च स्कालरों से रिलीवर के रूप में परीक्षा के दौरान कार्य कराया जा रहा है। प्राचार्य का कहना है कि परीक्षा में जिन रिसर्च स्कालरों की ड्यूटी लगी है, वे सिर्फ सहायता कर रहे हैं। 

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