नॉन फ्रीज खाता नंबर में खेल, अभी खुलेंगी परतें

आगरा: खाद्यान्न घोटाले में अभी कई परतें और खुलनी बाकी हैं। जिले में कुल 27 लाख यूनिट राशन आता है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 31 Aug 2018 01:36 AM (IST) Updated:Fri, 31 Aug 2018 01:36 AM (IST)
नॉन फ्रीज खाता नंबर में खेल, अभी खुलेंगी परतें
नॉन फ्रीज खाता नंबर में खेल, अभी खुलेंगी परतें

आगरा: खाद्यान्न घोटाले में अभी कई परतें और खुलनी बाकी हैं। जिले में कुल 27 लाख यूनिट राशन आता है। इसमें से चार लाख यूनिट के आधार कार्ड नंबर अभी फीड नहीं हुए हैं। वहीं 23 लाख यूनिट जो फीड हो गई हैं उसमें से 39 फीसद ही फ्रीज हैं, जबकि अन्य में घालमेल किया जा सकता है। अभी तक आठ हजार राशन कार्ड में ही गड़बड़ी का मामला सामने आ रहा है। यह आंकड़ा अभी कई गुना अधिक होने की आशंका है।

अधिकारियों के संरक्षण में राशन डीलर, ऑपरेटर ने खाद्यान्न में खेल कर दिया है। मामला खुलने के बाद 10 टीमें इसकी पड़ताल कर रही हैं। जिले में 93 एफआइआर कराई जा चुकी हैं। मामले की जैसे-जैसे परतें उखड़ रही हैं, बड़ा खेल सामने आता जा रहा है। डाटा बेस में आधार कार्ड को रिप्लेस करने में अधिकारियों के नाम सामने आ रहे हैं। कारण, उनके पास ही लागइन आइडी और पासवर्ड होते हैं।

जानकारों के अनुसार राशन कार्ड से धारक के आधार नंबर को लिंक किया जा रहा है। आधार नंबर लिंक करने के बाद अगर दोनों के दस्तावेजों में नाम आदि की त्रुटि नहीं है तो यह डाटा फ्रीज हो जाता है। इसमें किसी परिवर्तन की गुंजाइश न के बराबर होती है। वहीं नॉन फ्रीज डाटा में परिवर्तन किया जा सकता है। अधिकारियों, राशन डीलरों और ऑपरेटरों की मिलीभगत से हुए घोटाले में इसी का लाभ उठाया गया है। जिले में 23 लाख में से 39 फीसद ही डाटा फ्रीज हैं। ऐसे में घोटाले का आंकड़ा कई गुना अधिक होने की संभावना है। जिला पूर्ति अधिकारी उमेश चंद्र मिश्रा का कहना है कि शासनादेश के बाद से लगातार जांच चल रही है। घोटाले के अभी कुछ और मामले सामने आने की संभावना है।

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