बेखौफ हुए मनचले, जल रहीं 'संजली',जानिये महिला सुरक्षा की कहां क्‍या है स्थिति

देश की विकास दर जैसे ही बढ़ रहा है महिलाओं के प्रति अपराध। दहेज हत्या, दुष्कर्म और अपहरण जैसे अपराधों में आगरा, मैनपुरी, एटा, मथुरा, फीरोजाबाद और कासगंज में हुई वृद्धि।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Fri, 28 Dec 2018 01:31 PM (IST) Updated:Fri, 28 Dec 2018 01:31 PM (IST)
बेखौफ हुए मनचले, जल रहीं 'संजली',जानिये महिला सुरक्षा की कहां क्‍या है स्थिति
बेखौफ हुए मनचले, जल रहीं 'संजली',जानिये महिला सुरक्षा की कहां क्‍या है स्थिति

आगरा, राजेश मिश्रा। आगरा के मलपुरा क्षेत्र के लालऊ गांव की संजली हत्याकांड ने एक बार फिर झकझोर दिया। पुलिस का खौफ होता तो सिरफिरे स्कूल से लौटती संजली को सरेआम रोकने और पेट्रोल उड़ेल कर आग लगा देने जैसी जुर्रत नहीं कर पाते। दिल्ली में निर्भया कांड के बाद बालिका सुरक्षा को तमाम कानूनी जंजीरें जकड़ीं गईं। वर्ष 2012 में पोक्सो अधिनियम से लेकर 1090 हेल्पलाइन लागू किए गए। खुद को आत्मरक्षार्थ करने के साथ ही औरों में भी आत्मबल पैदा करने के लिए पावर एंजिल यानी शक्ति परी कहीं बन भी गईं तो वे अपनी ताकत नहीं दिखा पाईं। दो वर्ष पहले एंटी रोमियो स्कवाड भी धमाकेदार एंट्री के बाद खामोश बैठ गई। और नतीजा, घातक होता रहा। छेड़छाड़, दुष्कर्म का प्रयास, दुष्कर्म ही नहीं, और तो और दुष्कर्म के बाद हत्या तक होती रहीं। एटा, कासगंज और आगरा मंडल का हर जिला इस सामाजिक अभिशाप से जूझता रहा। प्रदेश सरकार की एक रिपोर्ट को ही लें तो पिछले दो वर्षों में छेड़खानी, दुष्कर्म, अपहरण कर दुष्कर्म की घटनाओं के आंकड़े दोगुने हो गए। सवाल फिर वही। आखिर, मनचले बेखौफ क्यों हैं? सिरफिरे बाज क्यों नहीं आ रहे? बेटियां दङ्क्षरदगी का शिकार कब तक होती रहेंगी। निर्भया, फिर संजली। आखिर, ये सिलसिला कब थमेगा। संजली हत्याकांड के बाद तो ऐसे सवाल हर बेटी ही नहीं, उनके माता-पिता को भी विचलित किए हुए हैं। जवाब तो सिस्टम को ही देना पड़ेगा।

मैनपुरी में जिंदगी और इंसाफ की जंग जीती निर्भया

 दो साल पहले मैनपुरी जिले कुरावली में रहने वाली किशोरी को मुहल्ले के तीन युवक परेशान करते थे। युवती ने इसकी शिकायत पुलिस को थी, परंतु पुलिस ने गंभीरता से नहीं लिया। एक दिन शोहदे किशोरी के घर में घुस गए और उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। दरिंदगी के बाद उन्होंने किशोरी पर मिट्टी का तेल उड़ेल आग लगा दी। कई दिनों तक दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती रही। पुलिस ने तीनों आरोपित सचिन, आशीष, बंशीलाल और एक महिला को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। तीनों अभी भी जेल में हैं। दूसरी तरफ स्वस्थ होकर घर लौटी किशोरी ने भी अपना हौसला नहीं खोया।

मथुरा में हौसले से है जिंदा, नहीं मिला तमगा

एक वर्ष पहले 26 दिसंबर को स्कूल जाते समय 11वीं की छात्रा को थाना हाईवे क्षेत्र की रोडवेज कॉलोनी में इंद्रपुरी कॉलोनी निवासी जितेंद्र ने गोली मारकर घायल कर दिया। दरअसल, छात्रा ने युवक की हरकतों का विरोध किया था। अस्पताल में भर्ती छात्रा को तत्कालीन एसएसपी स्वप्निल ममगाई ने पहली शक्ति परी (पावर एंजिल) बनाने का प्रमाण पत्र देते हुए उसका हौसला बढ़ाया था। पिता को शस्त्र लाइसेंस देने और छात्रा को विशेष पुलिस ऑफीसर का दर्जा देते हुए पहचान पत्र देने की घोषणा की थी। एक वर्ष बाद छात्रा से बातचीत की गई तो पता चला कि सब खोखला साबित हुआ। महिला पुलिसकर्मी न तो उसको ट्रेङ्क्षनग देने के लिए आई। और न ही उसके पिता को शस्त्र लाइसेंस ही मिला। विशेष पुलिस ऑफीसर का आइकार्ड भी नहीं दिया।

एटा में अपनी मौत मर गया आरोपित

एटा जिले के थाना अलीगंज क्षेत्र में चार माह पूर्व हाईस्कूल की छात्रा के साथ तीन आरोपियों ने दुष्कर्म किया और उसके बाद उसकी हत्या कर दी गई। हालांकि बाद में आरोपियों की गिरफ्तारी हो गई। एक आरोपी ने थाना मलावन क्षेत्र में फंदे पर लटककर खुदकशी कर ली थी।

यहां अपने ही बन गए दरिंदे

मैनपुरी में सगा चाचा ही निकला दरिंदा

चंद रोज पहले बेवर में चाचा ने अपनी पांच साल की सगी भतीजी के साथ दुष्कर्म किया। चीख सुनकर पहुंची बालिका की दादी ने उसे छुड़ाया। पुलिस ने आरोपित को जेल भेज दिया है। इससे पूर्व कोतवाली क्षेत्र में छह वर्षीय बालिका को खेलने के बहाने ले जाकर किशोर ने उसके साथ दुष्कर्म किया। मौके पर पहुंचे लोगों को देख आरोपित किशोर फरार हो गया।

कासगंज में सगा मामा बना हैवान, आग लगा शव फेंका नाले में

पिछले महीने इस्लाम नगर निवासी छह वर्ष की मासूम की अपहरण के बाद दुष्कर्म का प्रयास किया। असफल होने पर हत्या कर शव नाले में फेंक दिया। आरोपित उसका सगा मामा था। सिढ़पुरा में सात वर्षीय बच्ची के साथ आरोपितों ने दुष्कर्म किया। शव को नाले में फेंक दिया। आरोपित परिचित ही थे। गंजडुंडवारा में बहन के घर पर आई किशोरी के साथ में बहन के जेठ के लड़के और दामाद ने दुष्कर्म किया। गांव किलौनी से किशोरी को ईंट-भटठे पर ले जाकर दुष्कर्म किया। फिर हत्या कर दी।

अंजाम तक नहीं पहुंच पा रहे इंतजाम

- मथुरा में एंटी रोमियो स्क्वॉड

मनचले युवकों को उनकी हरकत के लिए सबक सिखाने को सभी थाने और चौकियों पर गठित की कई एंटी रोमियो स्क्वाड ठंडी पड़ गई है।

- निर्भया फंड

 दुष्कर्म पीडि़तों की मदद के लिए किसी भी जिले में नहीं बन पाया फंड।

- शिकायत पेटिका

 किसी भी जिले में बालिका विद्यालयों में नहीं लगाई गईं।

- पावर एंजिल

 बालिकाओं को आत्मरक्षार्थ प्रशिक्षण देने और अन्य को प्रशिक्षित करने के लिए शक्ति परी बननी थी। ज्यादातर जिले में नहीं बनाई गईं।

जिलेवार हादसों के आंकड़े

आगरा

आगरा में महिलाओं के प्रति अपराध की स्थिति का ग्राफ गत वर्षों से अधिक रहा। दहेज हत्या में 2016 में 42 और 2017 में 40 थे तो 2018 में 33 मामले दर्ज हुए। दुष्कर्म में 2016 में 40, 2017 में 28 और 2018 में 59 मामले एवं अपहरण में 2016 में 200, 2017 में 271 और 2018 में 292 मामले दर्ज हुए।

फीरोजाबाद

- इस वर्ष दुष्कर्म के 45 मामले दर्ज हुए।

- महिला हेल्पलाइन पर हर माह छेड़छाड़ की औसतन 55 शिकायतें

मथुरा

- एंटी रोमियो स्क्वॉड में की गई कुल कार्रवाई: 238

मैनपुरी

- इस वर्ष 50 से अधिक दुष्कर्म की घटनाएं सामने आ चुकी हैं।

एटा

- वर्ष 2018 में छेड़छाड़ के 96 मामले दर्ज किए गए। 

क्या कहते हैं अधिकारी

एंटी रोमियो स्क्वॉड को सक्रिय कर दिया गया है। सभी थानों को मोबाइल फोन की एक-एक सिम भी उपलब्ध कराई गई है। अब लगातार कार्रवाई की जाएंगी।

श्रवण कुमार सिंह, एसपी सिटी

डरें नहीं, आगे आएं

शिकायत की, कार्रवाई हुई

 खजानी वूमेंन्स पॉलीटेक्निक की डायरेक्टर शिप्रा राठी (शक्ति परी) कहती हैं कि उन्होंने पीडि़तों की 1090 पर 30-35 शिकायतें कराईं। उनके परिणाम भी सार्थक सामने आए। महिलाओं को जागरूक करने के लिए सेमिनार भी कराईं।

जागरूक कर रही पुलिस पाठशाला

पॉवर एंजिल के लिए पुलिस इन दिनों विभिन्न स्कूलों में पुलिस पाठशाला के नाम से कार्यक्रम आयोजित कर रही है, जिनमें महिला हेल्पलाइन के अलावा पुलिस की जो भी अन्य हेल्पलाइन हैं उनके बारे में जानकारी दी जा रही है। छात्राओं से जब सवाल-जवाब होते हैं तो अधिकांश छात्राएं ऐसी होती हैं जिन्हें हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी नहीं होती।

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