अब की फेक न्‍यूज वायरल तो आ सकती है शामत, जानिए क्‍या है नई व्‍यवस्‍था Agra News

वॉट्सएप के गलत इस्तेमाल पर होगी कानूनी कार्रवाई।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Mon, 17 Jun 2019 12:14 PM (IST) Updated:Mon, 17 Jun 2019 12:14 PM (IST)
अब की फेक न्‍यूज वायरल तो आ सकती है शामत, जानिए क्‍या है नई व्‍यवस्‍था  Agra News
अब की फेक न्‍यूज वायरल तो आ सकती है शामत, जानिए क्‍या है नई व्‍यवस्‍था Agra News

आगरा, जागरण संवाददाता। अगर आप वॉट्सएप पर बिना सोचे समझे मैसेज भेजते रहते हैं तो थोड़ा सतर्क हो जाएं। वॉट्सएप अब फेक न्यूज फैलाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगा। इसकी जानकारी कंपनी ने यूजर्स को अपने एफएक्यू पोस्ट के जरिए दी है। इसके तहत अब एक साथ कई लोगों को मैसेज भेजने या फॉरवर्ड करने के अलावा यूजर्स अगर किसी भी तरह के नियमों और शर्तों का उल्लंघन करते हैं, तो उन पर कानूनी कारवाई की जा सकती है। ऐसे यूजर्स पर सात दिसंबर के बाद से कानूनी कारवाई की जाएगी। 

सोशल मीडिया पर फेक न्यूज के कारण कई बार कानून व्यवस्था की स्थिति खराब हो जाती है। छोटी सी घटना को गलत तरीके से प्रचारित कर लोगों को भावनाओं को भड़काया जाता है। हाल ही में समाप्त हुए लोकसभा चुनाव के दौरान यूजर्स मुफ्त के क्लोन एप और सॉफ्टवेयर टूल के जरिए बल्क में मैसेज सेंड करते पाए गए हैं। ये एप यूजर्स को एक बार में 100 मैसेज भेजने की क्षमता रखते हैं जबकि ओरिजनल व्हाट्सएप की मैसेज भेजने की क्षमता 30 है। मतलब इन ऐप्स के जरिए व्हाट्सएप की मैसेज भेजने की लिमिट को बढ़ाया जा सकता है। अब ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म खुद पहल कर रहे हैं। वॉट्सएप के इस नए नियम के तहत उन यूजर्स और संस्थान पर कार्रवाई की जाएगी जो एक साथ कई मैसेज या ऑटोमेटेड मैसेज भेजते हैं। वॉट्सएप ने पिछले साल ही बल्क में फैलाए जा रहे अफवाहों और फेक न्यूज को रोकने के लिए अपने फॉरवर्डिंग फीचर में बदलाव किया था। इस बदलाव के बाद अब यूजर्स एक समय में सिर्फ पांच लोगों को ही मैसेज फॉरवर्ड कर सकते हैं।

सोशल मीडिया ने भड़काया था दंगा

-सितंबर 2015 में शमसाबाद में एक संप्रदाय विशेष के खिलाफ फेसबुक पर आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद इलाके में दंगा भड़क गया। सोशल मीडिया पर भेजे गए मैसेज ने दंगे को हवा दी। चार दिन तक इलाके में कफ्र्यू लगा रहा। हालात इस कदर खराब हुए कि तत्कालीन आइजी को खुद इलाके में कैंप करना पड़ा। दो दिन पहले पिनाहट में विधायक के खिलाफ फेसबुक पर आपत्तिजनक पोस्ट को लेकर एफआइआर दर्ज की गई।

आगरा में सोशल मीडिया इस्तेमाल

इंटरनेट-50.3 फीसद

फेसबुक 21.5 फीसद

वाट्सएप 18.4 फीसद

ट्विटर 3.7 फीसद

इंस्टाग्राम 2.3 फीसद

आगरा मोबाइल नामा

जिला की जनसंख्या (वर्ष 2011 के अनुसार)-4418787

जिला जनसंख्या अनुमानित(वर्ष 2019)-51 लाख

आगरा शहर की जनसंख्या (वर्ष 2011 के अनुसार)-1587704

आगरा शहर की जनसंख्या (वर्ष 2019)-20 लाख

वेस्ट यूपी में भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (ट्राई) के अनुसार फरवरी 2019 तक मोबाइलधारक व टेलीफोन धारक

- 64703517, 267109

आगरा जिला में भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (ट्राई) के अनुसार फरवरी 2019 तक मोबाइलधारक व टेलीफोन धारक

- 48 लाख व 84 हजार

विशेषज्ञ की राय 

फेक न्यूज फैलाने वालों पर कानूनी कार्रवाई से सोशल मीडिया का गलत इस्तेमाल रोका जा सकेगा। कई बार गलत जानकारी से कानून व्यवस्था की समस्या पैदा हो जाती है।

अभिषेक गुप्ता, आइटी विशेषज्ञ  

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