हैरान रह जाएंगे, कैसे लालच में दोस्तों ने मिलकर मार डाला अपना किडनी रोगी दोस्त

पुलिस ने दो दोस्त किए गिरफ्तार तो सामने निकल आई पूरी साजिश। इलाज की रकम से बोलेरो खरीदी और मोटी रकम ले ली थी उधार।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Thu, 16 May 2019 08:17 PM (IST) Updated:Thu, 16 May 2019 08:17 PM (IST)
हैरान रह जाएंगे, कैसे लालच में दोस्तों ने मिलकर मार डाला अपना किडनी रोगी दोस्त
हैरान रह जाएंगे, कैसे लालच में दोस्तों ने मिलकर मार डाला अपना किडनी रोगी दोस्त

आगरा, जेएनएन। किडनी के रोग से जूझ रहे युवक का इलाज कराने में मदद करने की बजाय दोस्तों ने उसकी हत्या की साजिश रच दी। संपत्ति हड़पना उनका मकसद था। दोस्त का कत्ल करने के बाद उसका शव यमुना एक्सप्रेस वे पर पटक आए। पुलिस के बड़ी चुनौती बना यह केस अब खुल चुका है। मथुरा के सुरीर क्षेत्र के गांव हरनौल में पंकज की हत्या का पर्दाफाश पुलिस ने कर दिया। पिता की मौत के बाद उसके हमदर्द बन साये की तरह साथ रह रहे दोस्तों के मन में उसकी संपत्ति पाने का लालच आ गया था।

सुरीर के गांव हरनौल में किडनी की बीमारी से पीडि़त पंकज शर्मा की पिछले सप्ताह सात मई को गोली मार कर हत्या कर दी थी। मृतक का शव आठ मई को गांव के नजदीक यमुना एक्सप्रेस वे के किनारे मिला था। मृतक के सिर, छाती एवं पैरों पर चार जगह गोली लगने के निशान थे। मृतक की बहन निर्मला ने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इंस्पेक्टर अनूप सरोज ने बताया कि मृतक पंकज किडनी की बीमारी से पीडि़त था। पिता पप्पू शर्मा ने उसके इलाज के लिए 10 बीघा जमीन बेच दी थी। जमीन की बिक्री का पैसा बैंक में जमा कर दिया था। इसके बाद बीते 31 जनवरी को पप्पू शर्मा की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई थी। पिता की मौत के बाद कुछ दोस्त उसके हमदर्द बन कर साये की तरह उसके साथ रहने लगे थे।

हमदर्द होने का फायदा उठाते हुए दोस्तों ने पंकज को अपने चंगुल में फंसा लिया था। बैंक में जमा रकम निकलवा कर नई बोलेरो गाड़ी खरीदवा ली थी। कई दोस्तों ने उससे लाखों रुपये की नगदी उधार ले रखी थी। नगदी एवं संपति को खुर्द-बुर्द होते देख परिजन एवं रिश्तेदारों ने पंकज को समझाने का प्रयास किया था, लेकिन समझने के बजाय पंकज ने घर की रजिस्ट्री भी करीबी दोस्त विजय निवासी हरनौल के नाम कर दी थी। बैंक में जमा अधिकांश रकम खर्च हो चुकी थी।

मृतक पंकज की हर तीसरे दिन डायलिसिस होती थी। इलाज के लिए पंकज ने दोस्तों से उधार दिए रुपए एवं बेचे घर की रकम मांगना शुरू कर दिया। इंस्पेक्टर का कहना है कि उधारी की रकम एवं घर हड़पने के उद्देश्य से दोस्तों ने पंकज की हत्या की है। बुधवार को कोतवाली सुरीर में घटना का राजफाश करते हुए एसपी ग्रामीण आदित्य कुमार शुक्ला ने बताया पंकज की हत्या में शामिल आरोपित विजय निवासी गांव हरनौल एवं नवीन निवासी गांव केमावली थाना इगलास, अलीगढ़ को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। जांच पड़ताल में पंकज की हत्या में दो अन्य लोगों के नाम प्रकाश में आए हैं। इनकी जल्द गिरफ्तारी की जाएगी।

सबसे करीबी दोस्त था विजय

हत्यारोपित विजय, पंकज का करीबी दोस्त था। पंकज सभी बात उससे शेयर करता था। हत्या से पहले विजय को पता था कि पंकज एक्सप्रेस वे की ओर किससे मिलने जा रहा है। हालांकि विजय अपने को बेकसूर बता रहा है लेकिन उसके खिलाफ मिले साक्ष्य उसे संदेह के दायरे में ले आए हैं। जांच पड़ताल में पुलिस ने उसे हत्या की साजिश में शामिल होने का आरोपित माना है। दूसरा आरोपित नवीन प्रकाश में आ रहे एक हत्यारोपित का साथी है। आरोप है वह उस वक्त घटना स्थल पर मौजूद था। मुख्य आरोपित अभी पुलिस की पकड़ से दूर है।

तमंचा एवं चाकू दिखाए बरामद

पंकज की हत्या के आरोप में पकड़े आरोपित विजय एवं नवीन के कब्जे से तमंचा 315 बोर एवं चाकू बरामद दिखाया है। गिरफ्तार करने वाली टीम में इंस्पेक्टर अनूप सरोज, उपनिरीक्षक बालेन्द्र सिंह, हेड कांस्टेबिल धर्मेंद्र सिंह, कांस्टेबिल शेर सिंह एवं अमर पवार शामिल हैं।

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