नवजात की मौत पर हॉस्पिटल में बवाल, तोड़फोड़, डॉक्टर भागा

शिवा हॉस्पिटल में नवजात की मौत गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप डॉक्टर और स्टाफ छोड़कर भागा सड़क पर फेंके स्ट्रेचर

By JagranEdited By: Publish:Tue, 12 Mar 2019 06:00 AM (IST) Updated:Tue, 12 Mar 2019 06:00 AM (IST)
नवजात की मौत पर हॉस्पिटल में बवाल, तोड़फोड़, डॉक्टर भागा
नवजात की मौत पर हॉस्पिटल में बवाल, तोड़फोड़, डॉक्टर भागा

आगरा, जागरण संवाददाता। शिवा हॉस्पिटल में सोमवार को इलाज के दौरान नवजात की मौत पर बवाल हो गया। आक्रोशित परिजनों ने गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप लगाते हुए तोड़फोड़ की। डॉक्टर और स्टाफ भाग खड़ा हुआ। तीमारदारों ने स्ट्रेचर सड़क पर फेंक दिए, इससे अफरा तफरी का माहौल रहा। पुलिस ने मामला शांत कराया।

ऊषा शाक्य पत्‍‌नी दिनेश शाक्य निवासी शिव नगर अलीगढ़ अपने मायके शिव नगर बल्केश्वर में आई थीं। रविवार को प्रसव पीड़ा होने पर किलकारी हॉस्पिटल, सुल्तानगंज की पुलिया पर भर्ती कराया, सिजेरियन डिलीवरी से बेटे को जन्म दिया। उसे सांस लेने में तकलीफ होने पर रात 12 बजे शिवा हॉस्पिटल, सुल्तानगंज की पुलिया में भर्ती करा दिया। प्रसूता के भाई राजेश ने बताया कि नवजात को सघन चिकित्सा कक्ष (आइसीयू) में रख लिया। 15 हजार रुपये जमा करा लिए और 24 घंटे में तबीयत में सुधार आने की बात कही। दोपहर तीन बजे स्टाफ ने परिजनों को आइसीयू में बुलाया, उनके सामने एक इंजेक्शन लगाया। साढ़े तीन बजे परिजन दोबारा अंदर गए तो नवजात का शरीर सफेद पड़ चुका था। स्टाफ ने नवजात को मृत बताते हुए 20 हजार रुपये और जमा करने के लिए कहा। इस पर परिजन भड़क गए, उन्होंने हॉस्पिटल में तोड़फोड़ कर दी। स्टाफ को पकड़ लिया। आक्रोशित परिजनों को देख डॉक्टर और स्टाफ भाग खड़े हुए। तीमारदारों ने ऑपरेशन थिएटर और आइसीयू को तहस नहस कर दिया। स्ट्रेचर और कुर्सियों को सड़क पर फेंक दिया। इससे अफरा तफरी मच गई। परिजन डॉक्टर को बुलाने की मांग करते हुए हंगामा करने लगे। करीब एक घंटे तक बवाल चलता रहा। इंस्पेक्टर हरीपर्वत प्रवीन कुमार मान ने बताया कि नवजात का इलाज डॉ. सौरभ अभिमन्यु द्वारा किया जा रहा था, तीमारदारों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। प्रसूता का रो रोकर बुरा हाल

ऊषा शाक्य का यह पहला बच्चा था, उसकी मौत से रो रोकर बुरा हाल है। हॉस्पिटल के बाहर प्रसूता रोते रोते बेहोश हो गई। मृत मरीज को वेंटीलेटर पर रखने की चल रही जांच

शिवा हॉस्पिटल में अक्टूबर 2018 में राजा खेडा निवासी बुखार पीड़ित मीरा देवी की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। शव को वेंटीलेटर पर रख कर कंपाउंडर इलाज करते रहे। इससे आक्रोशित परिजनों ने तोड़फोड़ कर दी थी। इस मामले की पांच सदस्यीय टीम जांच कर रही है। एसीएम द्वितीय वंदना श्रीवास्तव ने नवंबर 2018 में हॉस्पिटल का निरीक्षण किया था, कोई डॉक्टर नहीं मिला था। हॉस्पिटल का संचालक बीएएमएस डॉक्टर कोमल सिंह है।

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