आठ घंटे और 75 फीट की ऊंचाई, जानिए कैसे चला High Voltage Drama आगरा कलक्ट्रेट पर Agra News
मानसिक स्वास्थ्य संस्थान में था संविदा कर्मचारी हटाए जाने से है परेशान। बहाली की मांग को लेकर चढ़ गया 75 फीट ऊंचे टॉवर पर।
आगरा, जागरण संवाददाता। ताजनगरी में मंगलवार की सुबह शुरु हुआ हाई वोल्टेज ड्रामा आठ घंटे बाद जाकर थमा। सुबह आठ बजे कलक्ट्रेट में लगे मोबाइल कंपनी के टावर पर चढ़ा बोदला निवासी सुभाष शाम 4:10 बजे जाकर उतरा। काफी मान मनाैैैव्वल के बाद सुभाष ने अधिकारियों की बात मानी। आठ घंटों के दौरान प्रशासन ने एहतियात के तौर पर टावर के नीचे गददे बिछा दिए थे, ताकि कोई अनहोनी घटने पर सुभाष की जान बचाई जा सके। सुभाष को प्रशासन ने 13 हजार रुपये नकद का भुगतान कराया, इसके बाद वह अपने घर गया।
दरअसल कलक्ट्रेट में सुबह आठ बजे बोदला निवासी 35 वर्षीय सुभाष यहां परिसर में लगे मोबाइल कंपनी के करीब 75 फीट ऊंचे टॉवर पर चढ़ गया। सुबह करीब पौने नौ बजे कलक्ट्रेट में कर्मचारियों की इसकी भनक लगी। उन्होंने सुभाष को नीचे उतरने के लिए कहा तो वह कूदने की धमकी देने लगा। कलक्ट्रेट कर्मियों ने पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने भी सुभाष को मनाने का प्रयास लेकिन वह नीचे आने को तैयार नहीं हुआ। दरअसल सुभाष मानसिक स्वास्थ्य आरोग्यशाला में एजेंसी के जरिए संविदा पर अटैंडेंट के पद पर सात वर्ष पहले नौकरी पर लगा था। करीब एक वर्ष पहले सुभाष समेत करीब 24 कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त कर दी गईं। इसके बाद से सुभाष अपनी बहाली और बकाया वेतन भुगतान की मांग को लेकर मानसिक स्वास्थ्य आरोग्यशाला में प्रार्थना पत्र दे रहा था। सुनवाई न होने देख सुभाष टॉवर पर चढ़ गया।
पुलिस ने सुबह 9:30 बजे सुभाष के बोदला स्थित घर पर संपर्क साधा। वहां से पत्नी निशा को साथ लेकर कलक्ट्रेट पहुंची। निशा ने भी पति से नीचे आने की अपील की लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। सुबह करीब 10:30 मानसिक आरोग्यशाला के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए और उन्होंने सुभाष से मोबाइल फोन के जरिए बात की, सुभाष अपनी मांगें पूरी होने तक टॉवर पर रहने की जिद पर अड़ा रहा। सिटी मजस्ट्रिेट प्रभाकांत अवस्थी और एसपी सिटी प्रशांत कुमार फोर्स के साथ मौके पर मौजूद रहे। पुलिस ने जाल और गद्दों की व्यवस्था कर रखी थी।