Lockdown in Agra: किसानों को राहत, आगरा में लाकडाउन में भी खुली रहेंगी खाद बीज की दुकान

Lockdown in Agra बाजरा धान ज्वार और दूसरी फसलों की बुवाई करने वालों को नहीं होगी मुश्किल। जिले में 1.32 हजार हेक्टेअर में बाजरा और पांच हजार हेक्टेअर में धान होता है। किसान पहली बारिश के बाद धान बाजरा की बुवाई करेंगे। इसके लिए बीज खाद की आवश्यकता होगी।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 05:07 PM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 05:07 PM (IST)
Lockdown in Agra: किसानों को राहत, आगरा में लाकडाउन में भी खुली रहेंगी खाद बीज की दुकान
जिले में 1.32 हजार हेक्टेअर में बाजरा और पांच हजार हेक्टेअर में धान होता है।

आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए लाकडाउन में आवश्यक सेवाआें को अनुमति दी गई है। इसी क्रम में किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए खाद, बीज, कीटनाशी की दुकानों के खुलने पर कोई प्रतिबंध नहीं है। किसानों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए दुकानें पूरे दिन खुली रहेंगे।

इस समय गेहूं की फसल की कटाई लगभग हो चुकी है। थ्रेसिंग का कार्य चल रहा है, जिसके बाद किसान मंडी, सरकारी क्रय केंद्रों पर गेहूं लेकर पहुंच रहे हैं। अब खेत खाली होने शुरू हो गए हैं, जिसमें किसान विभिन्न फसलों की बुवाई करने की तैयारी कर रहे हैं। लाकडाउन के कारण उन्हें बीज की मुश्किल न हो इसलिए खाद, बीज की दुकानों को छूट दी गई है। जिला कृषि अधिकारी डा. रामप्रवेश ने बताया कि जिले में 1.32 हजार हेक्टेअर में बाजरा और पांच हजार हेक्टेअर में धान होता है। किसान पहली बारिश के बाद धान, बाजरा की बुवाई करेंगे। इसके लिए बीज, खाद की आवश्यकता होगी। ऐसे में किसानों को मुश्किल न हो इसलिए जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह ने दुकानें खोलने की अनुमति दी है। वहीं सब्जियां कर रहे किसानों को उन्हें रोग से बचाने के लिए इस समय दवा की आवश्यकता है। किसानों को उसकी मुश्किल भी नहीं होने दी जाएगी। गेहूं की कटाई के तुरंत बाद कुछ किसान पशुओं के लिए हरा चारा की बुवाई करते है। वर्तमान में हरा चारा के बीज की सर्वाधिक आवश्यकता है। 

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