Tajmahal: ताजमहल के आसपास फैल गई गंदगी, हाल देखकर पर्यटकों का बिगड़ा मूड
भारतीय विकास ग्रुप के कर्मचारियों को अप्रैल से नहीं हुआ है भुगतान। पथकर निधि से कराया जाता रहा है भुगतान। ताजमहल देखने पहुंचने पर्यटकों को देखने पड़े गंदगी के ढेर। शहर की साख पर लगा बट्टा। पहले भी हो चुका भुगतान न होने के चलते सफाई कार्य ठप।
आगरा, जागरण संवाददाता। ताजमहल के दो किलोमीटर क्षेत्र में दूसरे दिन बुधवार को भी सफाई कार्य को झटका लगा। छह माह से वेतन न मिलने से नाराज सफाई कर्मचारियों ने हंगामा किया। कर्मचारियों ने पहले वेतन और फिर काम को लेकर नारेबाजी की। इसकी जानकारी नगर निगम प्रशासन को हुई तो प्रशासन ने अपने तरीके से सफाई कार्य शुरू करा दिया है।
ताजमहल के दो किलोमीटर क्षेत्र में सफाई का ठेका भारतीय विकास ग्रुप के पास है। यह ठेका दो साल पूर्व उठाया गया था। शर्त के अनुसार 135 कर्मचारियों के माध्यम से सफाई होनी थी। इन्हें हर माह 26 लाख का भुगतान किया जाना था। शुरुआत में भुगतान समय पर हुआ और भुगतान पथकर निधि से किया गया। जिसमें आगरा विकास प्राधिकरण की भूमिका थी। लेकिन कोविड-19 संक्रमण के दौरान अप्रैल 2020 से भुगतान बंद हो गया, जबकि ताजमहल के आसपास की सफाई जारी रही, वेतन न मिलने से नाराज कर्मचारियों ने मंगलवार को शिल्पग्राम रोड पर विरोध प्रदर्शन किया था। बुधवार को भी कर्मचारी एकत्रित हुए और वेतन की मांग पर अड़ गए। कर्मचारियों का कहना है कि वेतन न मिलने से उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, उधार पैसा लेकर घर चलाना पड़ रहा है। वेतन के लिए लगातार आश्वासन ही मिल रहे हैं, ऐसे में वह कार्य नहीं कर सकते हैं। भारतीय विकास ग्रुप के एक अधिकारी ने बताया कि डेढ़ करोड़ रुपए का बिल बनाकर नगर निगम प्रशासन को भेज दिया गया है। नगर निगम प्रशासन ने यह बिल आगरा विकास प्राधिकरण को भेजा है, क्योंकि पथकर निधि से भुगतान होना है, ऐसे में भुगतान की जिम्मेदारी प्राधिकरण पर है। उन्होंने कहा कि सुबह सफाई कार्य बंद रहा है, उधर नगर निगम प्रशासन अपने स्तर से सफाई कार्य करा रहा है। इसके लिए कर्मचारियों को लगाया गया है। आगरा विकास प्राधिकरण के सचिव राजेंद्र प्रसाद का कहना है कि नगर निगम से भारतीय विकास ग्रुप के बिल भेजे गए हैं। इन बिल का अध्ययन कर लिया गया है। जल्दी भुगतान किया जाएगा।
ठीक से नहीं हो रहा डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन
ताजगंज क्षेत्र के कुछ हिस्से में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन ठीक से नहीं हो रहा है। कर्मचारी हर दिन पूरा लेने नहीं पहुंच रहे हैं। इससे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसकी शिकायत नगर आयुक्त निखिल टीकाराम से की गई है।