फिरोजाबाद से भाजपा विधायक डा. मुकेश वर्मा ने छोड़ी पार्टी, कहा नहीं रहा पिछड़े और दलितों का सम्मान

2017 में बसपा छोड़ भाजपा की टिकट पर शिकोहाबाद से जीता था चुनाव। स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थन में पार्टी छोड़ने का एलान जल्द करेंगे नई घोषणा। इस्‍तीफे में पिछड़े और दलितों को पार्टी में सम्‍मान न दिए जाने की बात लिखी।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Thu, 13 Jan 2022 12:33 PM (IST) Updated:Thu, 13 Jan 2022 12:33 PM (IST)
फिरोजाबाद से भाजपा विधायक डा. मुकेश वर्मा ने छोड़ी पार्टी, कहा नहीं रहा पिछड़े और दलितों का सम्मान
शिकोहाबाद से भाजपा विधायक डा. मुकेश वर्मा ने गुरुवार को पार्टी से इस्‍तीफा दे दिया है।

आगरा, जागरण टीम। प्रदेश की राजनीति में स्वामी प्रसाद मौर्य के मंत्री पद के इस्तीफे से शुरू हुए पार्टी छोड़ने के सिलसिले में भाजपा के शिकोहाबाद विधायक डा. मुकेश वर्मा का नाम भी शामिल हो गया। गुरुवार को सुबह लखनऊ में विधायक डा.वर्मा ने पिछड़े और दलितों के अपमान का आरोप लगाते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया। डाॅ. वर्मा पहली बार शिकोहाबाद से विधायक बने थे। चर्चाएं उनकी टिकट कटने को लेकर भी चल रही थीं।

पेशे से चिकित्सक डा.मुकेश वर्मा ने 2012 में राजनैतिक कैरियर की शुरूआत बसपा से की थी। 2012 में शिकोहाबाद विस से उन्होंने बसपा की टिकट पर चुनाव लड़ा लेकिन हार गए। 2016 दिसंबर में उन्होंने बसपा से इस्तीफा देकर भाजपा की सदस्यता ली और शिकोहाबाद से टिकट भी पा गए। उन्होंने सपा प्रत्याशी को 10 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था।

विधायक के रूप में कार्यकाल उनका समय-समय पर विवादित रहा। सरकार का हिस्सा होने के बाद भी थानाध्यक्ष को हटाने के लिए उन्होंने थाने पर धरना दिया। इसके बाद जमीन कब्जाने के आरोप भी लगते रहे। सियासी हलकों में उनका टिकट कटने की चर्चाएं जोर पकड़ रही थीं। वे तीन दिनों से लखनऊ में डेरा डाले हुए थे।

गुरुवार को सियासी घटनाक्रम बदला और उन्होंने पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को इस्तीफा सौंप दिया।

ये लिखा इस्तीफे में

प्रदेश सरकार द्वारा अपने पांच साल के कार्यक्रल के दौरान दलित, पिछड़ों और अल्पसंख्यक समुदाय के नेताओं और जनप्रतिनिधियों को कोई तवज्जो नहीं दी गई और न ही उन्हें उचित सम्मान दिया गया। इसके अलावा प्रदेश सरकार द्वारा ही पिछड़ों, किसानों व बेरोजगार नौजवानों और छोटे-लघु और मध्यम श्रेणी के व्यापारियों की उपेक्षा की गई। प्रदेश सरकार के ऐसे कूटनीतिपरक रवैये के कारण मैं भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं। मा.मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य जो शोषित-पीड़ितों की आवाज हैं और वह हमारे नेता है, मैं उनके साथ हूं।

नहीं हो रही थी सुनवाई, अभी और जाएंगे: डा.वर्मा

दैनिक जागरण से फोन पर बातचीत में विधायक मुकेश वर्मा ने कहा कि दलितों पिछड़ों और शोषितों ने सरकार बनाई और तीन सौ का आंकड़ा पार कराया। उन्हीं का शोषण होता रहा। मैंने विस में 300 सवाल उठाए, हर बार कर देंगे का जवाब मिला। अभी भी यही कहा जा रहा था। टिकट कटने के सवाल पर विधायक ने कहा कि मुझे तो अभी बुलाकर टिकट दिया जा रहा था। पहले भी बुलाकर टिकट दिया था। हमारे पास सौ से अधिक विधायक हैं, धीरे-धीरे सब जाएंगे। जिले के विधायकों पर उन्होने कहा कि अभी और भी लोग जाएंगे और जल्द खबर आ जाएगी। अगले कदम के सवाल पर उन्होंने कहा कि कुछ घंटों बाद फैसला करेंगे।

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