दूसरे के झगड़े में सुलह कराना भाजपा बूथ प्रभारी को पड़ा महंगा, खुद ही हुए गिरफ्तार

आरोप है कि दारोगा की डेढ़ माह पूर्व कहासुनी हो गई थी। इसी रंजिश में उसने ऐसा किया।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Mon, 13 May 2019 10:55 AM (IST) Updated:Mon, 13 May 2019 10:55 AM (IST)
दूसरे के झगड़े में सुलह कराना भाजपा बूथ प्रभारी को पड़ा महंगा, खुद ही हुए गिरफ्तार
दूसरे के झगड़े में सुलह कराना भाजपा बूथ प्रभारी को पड़ा महंगा, खुद ही हुए गिरफ्तार

आगरा, जागरण संवाददाता। थाने के एक दारोगा ने खाकी को शर्मसार कर दिया। दो पक्षों के बीच हुए झगड़े में समझौता कराने गए भाजपा के बूथ प्रभारी को ही गिरफ्तार कर लिया। उनसे मारपीट भी की गई। । इंस्पेक्टर ने दारोगा के खिलाफ कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को अवगआरोप है कि दारोगा की डेढ़ माह पूर्व कहासुनी हो गई थी। इसी रंजिश में उसने ऐसा कियात करा दिया है। 

नगला कमाल में 10 मई को सगे भाई करुआ और मोनू में पर झगड़ा हो गया था। सूचना पर पहुंची पुलिस दोनों पक्षों को थाने ले गई। यहां भाजपा के बूथ प्रभारी नगला कमाल निवासी रविंद्र परमार भी समझौता कराने के लिए पहुंच गए। उन्होंने दोनों पक्षों में सुलह करा दी। इसी बीच दारोगा रामनिवास पहुंच गए। दोनों पक्षों को छोड़ते ही दारोगा ने रविंद्र को पकड़ लिया और शांतिभंग की धारा में चालान कर दिया। आरोप है कि उन्हें धमकाते हुए पीटा भी गया। बकौल रविंद्र, डेढ़ माह पूर्व कोर्ट के आदेश पर बोलेरो गाड़ी छुड़ाने के दौरान उनका दारोगा रामनिवास से विवाद हो गया था। रविंद्र का आरोप है कि दारोगा ने रिश्वत मांगी थी, मना करने पर धमकाने लगा। जबकि थाना प्रभारी निरीक्षक जसवीर सिंह ने कहा है कि मामला रिश्वत का नहीं, कहासुनी का था। व्यक्तिगत रंजिश में दारोगा ने भाजपा बूथ प्रभारी को गलत तरीके से गिरफ्तार किया है। उसके खिलाफ कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। 

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