Agra Lockdown Update Day 10: संक्रमण का डर न हो तो हवा तो मिल रही चैन की
सीपीसीबी की रिपोर्ट के अनुसार आगरा में लॉकडाउन के दौरान संतोषजनक स्थिति में है आबोहवा। धूल कण भी हुए कम।
आगरा, जागरण संवाददाता। लॉकडाउन में वाहनों पर ब्रेक से ताजनगरी में वायु गुणवत्ता में काफी सुधार हुआ है। पिछले कई दिनों से यहां वायु गुणवत्ता संतोषजनक स्थिति में बनी हुई है। यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) गुरुवार को 80 दर्ज किया गया। यहां कार्बन मोनोऑक्साइड की मात्रा बढ़ी हुई दर्ज की गई। वाहनों के नहीं चलने व निर्माण कार्यों पर ब्रेक के चलते अति सूक्ष्म कणों की मात्रा कम रही।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा ऑटोमेटिक मॉनीटरिंग स्टेशनों पर एकत्र आंकड़ों के आधार पर प्रतिदिन विभिन्न शहरों में वायु प्रदूषण की स्थिति पर रिपोर्ट जारी की जाती है। संजय प्लेस स्थित ऑटोमेटिक मॉनीटरिंग स्टेशन के आंकड़ों के अनुसार गुरुवार को आगरा में एक्यूआइ 80 दर्ज किया गया, जो कि बुधवार के एक्यूआइ 73 से अधिक था। इसकी वजह यहां कार्बन मोनोऑक्साइड की मात्रा बढ़ी हुई होना रहा। यहां कार्बन मोनोऑक्साइड का अधिकतम स्तर 112 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज किया गया, जो कि मानक चार माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर का 28 गुना रहा। अति सूक्ष्म कणों की अधिकतम मात्रा 133 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर रही। यह मानक 60 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर के दोगुना से अधिक रही।
सीपीसीबी के प्रभारी अधिकारी कमल कुमार ने बताया कि कार्बन मोनोऑक्साइड के बढ़े होने की वजह मॉनीटरिंग स्टेशन के नजदीक कूड़ा जलना या फिर डीजल संचालित जनरेटर चलना या फिर भट्टी आदि चलना हो सकता है। वाहनों के कम चलने से धूल कणों की मात्रा कम होने से वायु गुणवत्ता संतोषजनक स्थिति में है।
यह रही प्रदूषक तत्वों की स्थिति
गुरुवार
प्रदूषक तत्व, न्यूनतम, अधिकतम, औसत
कार्बन मोनोऑक्साइड, 9, 112, 80
नाइट्रोजन डाइ-ऑक्साइड, 35, 67, 57
सल्फर डाइ-ऑक्साइड, 18, 56, 26
ओजोन, 5, 21, 13
अति सूक्ष्म कण, 27, 133, 55
बुधवार
प्रदूषक तत्व, न्यूनतम, अधिकतम, औसत
कार्बन मोनोऑक्साइड, 1, 151, 73
नाइट्रोजन डाइ-ऑक्साइड, 22, 68, 57
सल्फर डाइ-ऑक्साइड, 19, 67, 26
ओजोन, 4, 13, 6
अति सूक्ष्म कण, 25, 170, 69
पिछले कुछ दिनों के हालात
दिन, एक्यूआइ, स्थिति
2 अप्रैल, 80
1 अप्रैल, 73
31 मार्च, 56
30 मार्च, 67
29 मार्च, 52
28 मार्च, 50
27 मार्च, 82