अभी तो सात दिन परेशान करेगा आतिशबाजी का प्रदूषण, बचाव ही बस उपाय
408 रहा शुक्रवार को आगरा का औसत एक्यूआइ। 460 एक्यूआइ रहा फरीदाबाद का और 423 दिल्ली का।
आगरा, जासं: दिवाली की आतिशबाजी ने हवा में और जहर घोल दिया है। शुक्रवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) 400 पार कर गया। इसमें भी सूक्ष्म कण (पर्टिकुलेट मैटर, पीएम 2.5) बढऩे से सांस संबंधी समस्याएं बढ़ गई हैं। बच्चों में एलर्जी से छींक, गले में खरांस व खांसी की समस्या होने लगी है। अगले सात दिन वायु प्रदूषण लोगों को परेशान करेगा।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी दिवाली पर शहर में रात 12 बजे के बाद तक आतिशबाजी हुई थी। अगले दिन गोवर्धन पर भी खूब बम-पटाखे चलाए गए। इससे हैवी मेटल क्रोमियम, बेरियम, कैडमियम, स्ट्रोन्सियम के साथ सूक्ष्म कण की मात्रा बढ़ गई। एक्यूआइ लगातार बढ़ रहा है। गुरुवार को यह 355 था। शुक्रवार को 408 पार कर गया। वहीं दिल्ली का एक्यूआइ 423 रहा। एक्यूआइ का सामान्य स्तर 50 होना चाहिए।
इस समय हवा में सूक्ष्म कणों की मात्रा ज्यादा है, जिससे नलिकाओं में संक्रमण फैल रहा है। इससे अस्थमा, क्रॉनिक ऑब्सट्रेक्टिव पलमोनरी डिजीज (सीओपीडी) और सांस संबंधी समस्याओं से पीडि़त मरीजों की परेशानी बढ़ रही है। एसएन के टीबी एंड चेस्ट डिपार्टमेंट के विभागाध्यक्ष डॉ. संतोष कुमार ने बताया कि दिवाली पर चले बम-पटाखों का असर सात दिन तक रहेगा। इस दौरान अस्थमा मरीजों को अटैक पड़ सकता है। वे डॉक्टर से परामर्श लेकर इन्हेलर की डोज एडजस्ट करा लें।