अदा कीजिए टैक्स, औद्योगिक क्षेत्रों में तेजी से होंगे विकास कार्य

मेयर ने सुनीं उद्यमियों की समस्याएं विकास कार्यों को कराने के लिए पांच सदस्यीय कमेटी होगी गठित उप्र राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण के बदले नगर निगम वसूलेगा टैक्स

By JagranEdited By: Publish:Tue, 13 Jul 2021 09:00 PM (IST) Updated:Tue, 13 Jul 2021 09:00 PM (IST)
अदा कीजिए टैक्स, औद्योगिक क्षेत्रों में तेजी से होंगे विकास कार्य
अदा कीजिए टैक्स, औद्योगिक क्षेत्रों में तेजी से होंगे विकास कार्य

आगरा,जागरण संवाददाता। सिकंदरा औद्योगिक क्षेत्र हो या फिर नुनिहाई। ये सभी नगर निगम की सीमा में आ चुके हैं लेकिन बड़ी संख्या में उद्यमी टैक्स उप्र राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीएसआइडीए) कार्यालय में जमा करा रहे हैं। ऐसे में निगम कार्यालय में टैक्स की अदायगी करने पर औद्योगिक क्षेत्रों में तेजी से विकास कार्य कराए जा सकेंगे।

मेयर नवीन जैन ने मंगलवार को सिकंदरा औद्योगिक क्षेत्र में बैठक की और उद्यमियों की समस्याएं सुनीं। उन्होंने विकास कार्यों के लिए पांच सदस्यीय कमेटी के गठन पर जोर दिया। कमेटी तय करेगी कि सबसे पहले किन-किन क्षेत्रों में विकास कार्य होंगे। एक्सपोर्ट एसोसिएशन से जुड़े उद्यमियों का कहना है कि यूपीएसआइडीए को टैक्स जमा दे चुके हैं या फिर दे रहे हैं। नई व्यवस्था के तहत अब निगम को टैक्स अदा करना होगा। उद्यमियों का कहना है कि कोविड संक्रमण काल और लाकडाउन के कारण उद्योग बंद हैं। इसे ध्यान में रखते हुए उन्हें टैक्स में कुछ विशेष रियायत दी जाए ताकि उनका बजट ना बिगड़े। औद्योगिक क्षेत्र का समुचित विकास कर अव्यवस्थित पड़े पार्कों का सुंदरीकरण किया जाएगा। बैठक में अपर नगरायुक्त विनोद कुमार, संजय जैन, गोपाल गुप्ता, दीपक अग्रवाल, कुलवीर सिंह, विजय निझावन, कैप्टन राणा, कपिल गुप्ता मौजूद रहे।

- औद्योगिक क्षेत्र सिकंदरा में कई समस्याओं को लेकर मेयर को अवगत कराया गया है। सड़कों की हालत खराब है और जल निकासी का समुचित इंतजाम नहीं है।

पूरन डाबर, अध्यक्ष एफमेक - पार्कों की हालत खराब है। हर साल समय पर टैक्स अदा किया जा रहा है। स्ट्रीट लाइट तक खराब पड़ी हुई हैं।

रजत अस्थाना, उद्यमी

यह हैं प्रमुख समस्याएं

- सड़कों की बदहाली

- जल निकासी का समुचित इंतजाम न होना

- चोक पड़ी नालियां और नाले

- सीवर लाइन का कुछ क्षेत्रों न होना

- कूड़ा उठान न होना

- सड़कों में गड्ढे होना

- खराब पड़ी स्ट्रीट लाइट

- हर दिन झाड़ू न लगना

- बारिश में जलभराव होना

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