चुनाव सीमापार, सियासी जंग इस पार, वसुंधरा की हार, कांग्रेस की जीत के दावे

राजस्थान की सीमा से सटा शमसाबाद क्षेत्र का गांव सूरजमल। दर्जनभर से अधिक ग्रामीण चुनावी चर्चा में मशगूल हैं

By JagranEdited By: Publish:Wed, 24 Oct 2018 10:00 AM (IST) Updated:Wed, 24 Oct 2018 10:00 AM (IST)
चुनाव सीमापार, सियासी जंग इस पार, वसुंधरा की हार, कांग्रेस की जीत के दावे
चुनाव सीमापार, सियासी जंग इस पार, वसुंधरा की हार, कांग्रेस की जीत के दावे

आगरा: राजस्थान की सीमा से सटा शमसाबाद क्षेत्र का गांव सूरजमल। दर्जनभर से अधिक ग्रामीण चुनावी चर्चाओं में मशगूल हैं। मुकेश कुमार वसुंधरा राजे के दोबारा मुख्यमंत्री बनने का दावा कर रहे हैं, तो सुरेश कांग्रेस की हिमायत कर रहे हैं। आधा घंटे की चर्चा में कई बार बहस की भी नौबत आई। ऐसा माहौल अकेले सूरजमल गांव में ही नहीं है। चुनाव सीमा पार है, लेकिन सियासत की जंग इस बार भी ग्रामीणों के बीच है। सीमावर्ती अधिकांश गांवों में चुनाव जमकर लड़ाया जा रहा है। पार्टियों के कार्यकर्ता तो आमने-सामने हैं ही, आम ग्रामीण भी दो गुटों में बंटे दिख रहे।

आगरा की खेरागढ़, किरावली, बाह व फतेहाबाद तहसील के दो दर्जन से अधिक गांव मध्यप्रदेश व राजस्थान की सीमा से सटे हैं। कारोबार की दृष्टि से दोनों राज्यों के लोग रोजाना ही सीमा पार करते हैं। कई लोग ऐसे भी हैं, जो रहते दूसरे राज्य में हैं और कारोबार दूसरे राज्य में। बाह में ही करीब 20 परिवार तीन साल से कारोबार करने के लिए मध्यप्रदेश से आकर बस गए हैं। सभी को चुनाव में पूरी दिलचस्पी है। स्थिति यह है कि चुनाव वाले राज्यों में किसी वरिष्ठ नेता की जनसभा होने पर यहां से भी काफी लोग पहुंचते हैं। शमसाबाद में राजस्थान सीमा के नदी पुल पर छीता पुरा निवासी मुकेश ने बताया कि विधानसभा चुनाव में दोनों पार्टियों में कड़ी टक्कर है। वहीं केदार सिंह बताते हैं कि चुनाव के बारे में गाव-गाव चर्चा होती है। हर रोज समीकरण बदलते हैं। चुनाव परिणाम आने पर ही पता चलेगा कि किस पार्टी की जीत होगी

सीमा पार डाला डेरा

पिनाहट क्षेत्र के गांव तासोड़, कुरकिएनपुर, अनिरुद्धपुरा, बड़ापुर, जगतपुरा आदि गांवों के विभिन्न पार्टियों के कार्यकर्ता अभी से सीमा पार पहुंच गए हैं। ंवहां सियासी गतिविधियों में बढ़-चढ़कर सहभागिता कर रहे हैं।

शराब तस्करी पर एमपी व राजस्थान सीमा पर चौकसी

-लगातार की जा रही हैं चेकिंग, निर्वाचन आयोग का भी अलर्ट जारी

-मतदान वाले दिन उप्र के सीमावर्ती क्षेत्रों में बंद रहेंगी शराब की दुकानें

जागरण संवाददाता,आगरा:

राजस्थान व मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर उत्तर प्रदेश की सीमा पर भी अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है। उत्तर प्रदेश से शराब की तस्करी होने पर दोनों राज्यों ने सीमा पर चेकपोस्ट बनाई हैं, इन पर लगातार चेकिंग की जा रही है। निर्वाचन आयोग ने भी उत्तर प्रदेश के अफसरों से सामंजस्य बनाए रखने को कहा है।

जिले की खेरागढ़, बाह, किरावली व फतेहाबाद तहसील की सीमाएं राजस्थान व मध्यप्रदेश से सटी हैं। दोनों राज्यों में चुनाव होने के कारण निर्वाचन आयोग ने दोनों राज्यों के साथ उत्तर प्रदेश के अधिकारियों को पत्र जारी कर आपस में सामजस्य बनाने को कहा है। लिहाजा तीनों राज्यों के सीमावर्ती जिले के अफसरों ने आपस में नंबर भी एक-दूसरे को दे दिए हैं। शराब तस्करी रोकने को पड़ोसी राज्यों की चेकपोस्ट को जिले के अधिकारी भी पूरे सहयोग कर रहे हैं। यहां भी सीमावर्ती क्षेत्र में सर्तकता बढ़ा दी गई है। राजस्थान में सात दिसंबर व मध्यप्रदेश में 28 नवंबर को चुनाव हैं, उस दिन जिले के सीमावर्ती गांवों में शराब की बिक्री भी बंद करने का फैसला लिया है। एडीएम राजस्व राकेश मालपाणि के मुताबिक सीमा के क्षेत्र में पूरी नजर है। पड़ोसी राज्यों के अधिकारियों से लगातार बात भी हो रही है।

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