स्टेनलेस स्टील की रॉड से जुड़ेगा जामा मस्जिद का कलश

आगरा: जामा मस्जिद के मुख्य गुंबद को जोड़ने के लिए स्टेनलेस स्टील की रॉड लगाई जाएगी।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 May 2018 07:00 AM (IST) Updated:Mon, 21 May 2018 07:00 AM (IST)
स्टेनलेस स्टील की रॉड से जुड़ेगा जामा मस्जिद का कलश
स्टेनलेस स्टील की रॉड से जुड़ेगा जामा मस्जिद का कलश

जागरण संवाददाता, आगरा: जामा मस्जिद के मुख्य गुंबद को जोड़ने के लिए स्टेनलेस स्टील की रॉड लगाई जाएगी। पूर्व में यहां आयरन रॉड लगी हुई थी। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) द्वारा संरक्षण कार्य शुरू करा दिया है। हालांकि, गुंबद में फंसी आइरन रॉड को निकालना बड़ी चुनौती बना हुआ है।

11 अप्रैल को आए तूफान में जामा मस्जिद के मुख्य गुंबद का कलश टूट गया था। यह दो टुकड़ों में बंट गया था। इसका करीब छह फुट का भाग गुंबद में ही फंसा रह गया था। क्षतिग्रस्त कलश के भाग को आगरा किला भिजवाकर उसका संरक्षण एएसआइ ने शुरू कराया था। वहीं, जामा मस्जिद के गुबंद में फंसे पा‌र्ट्स को निकालने को भी खोदाई की गई है। कलश आइरन रॉड से गुंबद में फंसा हुआ था। यह भी बीच से टूट गई थी। इस रॉड को निकालने का प्रयास एएसआइ द्वारा किया जा रहा है। यह गुंबद में काफी गहराई तक फंसी हुई है। इसे निकालने के लिए गुंबद को खोलने की आवश्यकता होगी। इसे देखते हुए एएसआइ ने दूसरे विकल्प तलाशना शुरू कर दिया है। आइरन रॉड में ही स्टेनलेस स्टील की रॉड को वेल्डिंग कर जोड़ने पर विचार किया जा रहा है।

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ताज में एक माह बाद आया पत्थर

ताज में भी 11 अप्रैल को आए तूफान ने जमकर नुकसान पहुंचाया था। रॉयल गेट व दक्षिणी गेट के उत्तर-पश्चिमी गुलदस्ता पिलर टूट गए थे। इसके लिए डेढ़ फुट मोटे और पांच फुट लंबे-चौड़े पत्थर की जरूरत थी। इसे राजस्थान से आने में ही एक माह का समय लग गया। यहां गुलदस्ता पिलर के लिए पत्थरों को तराशने का काम किया जा रहा है। पुराने पत्थर के टुकड़ों का इस्तेमाल भी संरक्षण में होगा।

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