स्वच्छता सर्वेक्षण रैंकिंग में वाराणसी यूपी में अव्वल, ताजनगरी को पांचवा स्थान
इंदौर स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 की रैंकिंग में प्रदेश का वाराणसी पहले स्थान, गाजियाबाद दूसरे, झांसी तीसरे और कानपुर चौथे और आगरा पांचवें स्थान पर आया है।
आगरा (जेएनएन)। अब काशी में रहने वाले भी कह सकेंगे कि मुस्कुराइये आप काशी में है। आगरावासियों के लिए भी मुस्कुराने का वक्त आया है। इंदौर में स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 के कार्यक्रम में जारी की गई रैंकिंग लिस्ट में आगरा को प्रदेश में पांचवी और देश में 102 रैंक प्राप्त हुई है जबकि प्रदेश का वाराणसी पहले स्थान, गाजियाबाद दूसरे, झांसी तीसरे और कानपुर चौथे स्थान पर आया है। स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 में 4020 शहरों ने भाग लिया था। सर्वेक्षण पर नगर निगम की साख टिकी हुई थी। शहर ने सर्वेक्षण की रैंकिंग में ही नहीं बल्कि विकास के साधन उपलब्ध होने की रैंकिंग में भी लंबी छलांग लगाई है। अगल-अलग श्रेणियों में गाजियाबाद, अलीगढ़ और झांसी को इसके लिए सम्मान मिला है।
वाराणसी सबसे साफ शहर
नगर आयुक्त अरुण प्रकाश के अनुसार सर्वेक्षण में आगरा को मिली अच्छी रैंकिंग से शहर के विकास को और रफ्तार मिल सकती है। उम्मीद की जा रही है कि शहर के विकास के लिए 14वें वित्त आयोग से अधिक बजट मिल सकता है। बता दें कि शहरी विकास मंत्रालय के आदेश पर वर्ष 2016 में पहली बार स्वच्छता सर्वेक्षण हुआ था। तब से हर बार आगरा पीछे रह जाता था लेकिन इस बार नगर निगम ने अच्छी रैंकिंग हासिल करने के लिए पूरी ताकत झौंक दी थी। सर्वे का कार्य कार्वी कंपनी ने पूरा किया था। स्मार्ट सिटी के बाद मिली एक और खुशखबरी: हाल ही में स्मार्ट सिटी की रैंकिंग जारी की गई थी। जिसमें आगरा बनारस के बाद दूसरे स्थान पर रहा था। इस लिस्ट में भी आगरा ने लंबी छलांग लगाई थी।
विगत सर्वेक्षणों में मिली थी निराशा
स्वच्छता सर्वेक्षणों की पूर्व की रैंकिंग में आगरा को निराशा ही मिली थी। 2017 के सर्वेक्षण में आगरा 263 वें स्थान पर रहा था। सर्वेक्षण में 420 शहरों ने भाग लिया था। जबकि 2016 के सर्वेक्षण में भाग लेने वाले कुल 75 शहरों में 45 वें स्थान पर रहा था। स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 की तैयारी में जुटा शहर: नगर निगम ने स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 की तैयारी शुरू कर दी है। विभिन्न वाहन खरीदे जा रहे हैं। अंडर ग्राउंड डस्टबिन का निर्माण किया जा रहा है। अपर नगर आयुक्त विजय कुमार के अनुसार सर्वेक्षण को लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। एप डाउनलोडिंग में भी रहा आगे: स्वच्छता एप की डाउनलोडिंग में भी आगरा आगे रहा था। प्रदेश में सबसे ज्यादा एप डाउनलोडिंग में तीसरे नंबर पर रहा था। पहले पर गाजियाबाद और दूसरे पर लखनऊ था।
स्वच्छता के लिए गाजियाबाद-अलीगढ़ पुरस्कृत
स्वच्छ भारत मिशन के तहत उत्तर प्रदेश को विभिन्न श्रेणियों में तीन पुरस्कार प्रदान किए गए हैं। अगल-अलग तीन श्रेणियों में प्रदेश को यह सम्मान गाजियाबाद, अलीगढ़ व झांसी की समथर नगर पंचायत के लिए प्राप्त हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों यह पुरस्कार उत्तर प्रदेश के नगर विकास मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने प्राप्त किया। केंद्र सरकार के शहरी विकास मंत्रालय ने देश में स्वच्छ भारत मिशन (अर्बन) के तहत किए गए स्वच्छ सर्वेक्षण-2018 में प्रदेश के इन नगरों व क्षेत्र का चयन किया है। नगर विकास मंत्री खन्ना ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन के विभिन्न प्रयासों को समयबद्ध तरीके से मूर्तरूप देने के लिए शहरों को प्रोत्साहित करने और स्वच्छता मापदंडों पर वर्गीकरण प्रक्रिया को अगले स्तर पर ले जाने के उद्देश्य से शहरी विकास मंत्रालय ने बीती चार जनवरी से 22 फरवरी तक तीसरा सर्वेक्षण किया था।
एक साथ काम करने के महत्व
यह सर्वेक्षण देश के सभी 4041 शहरों को श्रेणीबद्ध करने के लिए था। सर्वेक्षण का उद्देश्य बड़े पैमाने पर नागरिकों की भागीदारी को प्रोत्साहित करने के साथ लोगों के रहने के लिए शहरों और निकायों को बेहतर स्थान बनाना है। सर्वेक्षण के जरिये एक साथ काम करने के महत्व को लेकर समाज के सभी वर्गों में जागरुकता पैदा करने के साथ ही निकायों व शहरों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना बढ़ाने का भी प्रयास किया है। खन्ना ने बताया कि सर्वेक्षण के माध्यम से 10 लाख की जनसंख्या की श्रेणी में गाजियाबाद को सबसे तीव्र गति वाले शहर के तौर पर चुना गया है, जबकि तीन से 10 लाख तक जनसंख्या की श्रेणी में नवोन्मेष और सर्वोत्तम प्रथाओं के लिए अलीगढ़ का चयन हुआ है। इसी तरह उत्तरी क्षेत्र में कूड़ा निस्तारण में सर्वोत्तम प्रबंधन के लिए समथर क्षेत्र को केंद्र सरकार द्वारा पुरस्कृत किया गया है।