ज्योतिन वारो झूलेलाल, सबको कर देते खुशहाल
जागरण संवाददाता, आगरा: अनेक से एक हुई भगवान झूलेलाल की शोभायात्रा से एक ऐसी लौ प्रकट हुई है, जिसने स
जागरण संवाददाता, आगरा: अनेक से एक हुई भगवान झूलेलाल की शोभायात्रा से एक ऐसी लौ प्रकट हुई है, जिसने समाज में समरसता, भाईचारा और सद्भावना का संदेश दिया। विशाल शोभायात्रा का हर ओर जोरदार स्वागत किया।
जय झूलेलाल मेला कमेटी ने सामूहिक रूप से पीर कल्याणी, ताज प्रेस क्लब से बुधवार को शोभायात्रा निकाली। भगवान झूलेलाल के चित्र पर माल्यार्पण कर बहराणा ज्योति का दीप प्रज्जवलन टेऊराम आश्रम केदार नगर की संचालिका भगवन्ती साजवानी, संरक्षक चंद्र प्रकाश सोनी, जय झूलेलाल मेला कमेटी के संयोजक घनश्याम देवनानी ने किया। इस दौरान सूर्य प्रकाश मदनानी, परमानंद आतवानी, हेमंत भोजवानी, श्याम भोजवानी, मेघराज दियालानी, जगदीश जुम्मानी, भजन लाल प्रधान, कहैंया लाल मानवानी, जितेंद्र त्रिलोकानी, शंकर लाल ¨हदवानी, सुंदरलाल हरजानी, लालएम सोनी, वासदेव चावला, जगदीश डोडानी, लक्ष्मन गोकलानी, अशोक पारवानी, अशोक गोकानी, जगदीश कुकरेजा, नारायन बहरानी, लक्ष्मण कल्याणी, जयप्रकाश केसवानी, दुर्गादास नाजवानी ने सहयोग किया।
शोभायात्रा में चार दर्जन से अधिक झांकियां शामिल थीं। जिनमें झूलेलाल के जीवन से जुड़ी विविध झांकियों के अलावा महर्षि वाल्मीकि, खाटू श्याम, स्वामी लीला शाह आदि की झांकियां शामिल थीं। फूलों से सजी राधा-कृष्ण की झांकी श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बनी रही।
एक दर्जन से अधिक बैंड बाजों, ऊंट, घोड़ों पर सवार झांकियों के साथ निकाली इस यात्रा में शामिल ¨हगलाज देवी के भक्त केसरिया टोपी पहने हुए थे। इसमें मनीष हरजानी, दीपक आतवानी, अमृत मखीजा, जितेंद्र कुकरेजा साथ चल रहे थे। छिली ईट, फुलट्टी, गुड की मंडी, किनारी बाजार, जौहरी बाजार, दरेसी होकर शोभायात्रा हाथी घाट पहुंची, जहां झांकियों का समापन हुआ। सिंधी बाजार के अलावा यात्रा का घटिया पंचायत, चारसू दरवाजा, गुड की मंडी समेत कई स्थानों पर स्वागत किया गया। यात्रा मार्ग विद्युत सजावट से झिलमिला रहा था। सुरक्षा प्रमुख जयप्रकाश केसवानी के नेतृत्व में दौ सौ कार्यकर्ताओं ने सुरक्षा के साथ यातायात का संचालन संभाला। यहां के बाद सभी ज्योतियां बल्केश्वर घाट पहुंची, जहां उनका विसर्जन किया गया।
कार्यक्रम में डॉ. किशोर बसंतानी, गिरधारीलाल भगत्यानी, हिम्मत रामानी, घनश्याम जेसवानी, डॉ. टीकम दास मेठवानी, भगवान दास सोनी, नंदलाल आयलानी, रुपचंद घनवानी, नत्थू सोनी, जीतू भाई आदि मौजूद रहे।