पेड़ों के कटने की फिर हुई जांच

जागरण संवाददाता, आगरा: ताज ट्रिपेजियम जोन में ताज वन क्षेत्र व बाबरपुर में कटे पेड़ों की जांच को मुख्

By Edited By: Publish:Wed, 05 Aug 2015 01:17 AM (IST) Updated:Wed, 05 Aug 2015 01:17 AM (IST)
पेड़ों के कटने की फिर हुई जांच

जागरण संवाददाता, आगरा: ताज ट्रिपेजियम जोन में ताज वन क्षेत्र व बाबरपुर में कटे पेड़ों की जांच को मुख्यमंत्री द्वारा गठित समिति के सदस्यों ने मंगलवार को स्थलीय निरीक्षण कर साक्ष्य तलाशे। समिति सदस्य बुधवार को अभिलेख खंगालेंगे। हालांकि अधिवक्ता एमसी मेहता की जांच रिपोर्ट को लेकर विभाग चिंतित है।

मुख्य वन संरक्षक एके जैन ने ताज वन क्षेत्र में चार हजार और बाबरपुर में आठ हजार पेड़ पूर्व डीएफओ एनके जानू के कार्यकाल में काटे जाने का खुलासा किया था। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल द्वारा स्वत: संज्ञान लेने के बाद अधिवक्ता एमसी मेहता यहां आकर साक्ष्य तलाश कर ले गए हैं। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल में 10 अगस्त को सुनवाई होनी है। अधिवक्ता एमसी मेहता की रिपोर्ट को लेकर वन विभाग के अफसरों की धड़कनें बढ़ी हुई हैं, क्योंकि उन्होंने वन क्षेत्र में निरीक्षण के दौरान पेड़ों के गायब होने पर सवाल खड़े किए थे। मुख्यमंत्री द्वारा गठित तीन सदस्यीय समिति में शामिल प्रमुख वन संरक्षक अजय कुमार द्विवेदी और मुख्य वन संरक्षक मनोज सिन्हा मंगलवार को आगरा पहुंचे। उन्होंने समिति अध्यक्ष कमिश्नर प्रदीप भटनागर से मुलाकात की। शाम को वह बाईपुर रेंज के बाबरपुर में बने आनंद वन के निरीक्षण को गए। स्थलीय निरीक्षण के दौरान उन्होंने साक्ष्य जुटाए। करकुंज में नहर के किनारे पर किए पौधरोपण को भी उन्होंने देखा। समिति सदस्य बुधवार को विभागीय अभिलेख खंगालेंगे। हालांकि सरकारी अधिवक्ता की पेड़ नहीं कटने और मुख्य वन संरक्षक की पेड़ कटने की रिपोर्ट से किरकिरी का सामना कर रहे अफसर इस निरीक्षण को निरर्थक मान रहे हैं। एक विभागीय अफसर से जब वार्ता की, तो उन्होंने कहा कि टीम के निरीक्षण से कुछ नहीं होना। अधिवक्ता मेहता की रिपोर्ट ही हावी रहेगी।

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