नवजात को लावारिस छोड़ गए पत्थर दिल परिजन

जागरण संवाददाता, आगरा: दुनिया में आने के चंद घंटे बाद ही नन्हा सा फरिश्ता लावारिस हो गया। एक तरफ अपन

By Edited By: Publish:Wed, 28 Jan 2015 11:32 PM (IST) Updated:Wed, 28 Jan 2015 11:32 PM (IST)
नवजात को लावारिस छोड़ गए पत्थर दिल परिजन

जागरण संवाददाता, आगरा: दुनिया में आने के चंद घंटे बाद ही नन्हा सा फरिश्ता लावारिस हो गया। एक तरफ अपनों की हिकारत का रंज था तो दूसरी तरफ बीमारी से जंग थी। रंज और जंग की रस्साकशी में सांसों की डोर छूट गई। एसएन मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विभाग के पलंग पर छोड़ा गया नवजात इस दुनिया से रुखसत हो गया।

गणतंत्र दिवस के दिन सोमवार की रात को लगभग आठ बजे एसएन मेडिकल के बाल रोग विभाग में अफसाना परवीन नाम की महिला पहुंची। चिकित्सकों से नवजात की समय पूर्व (प्री मैच्योर) डिलीवरी बताते हुए सघन चिकित्सा कक्ष में भर्ती करा दिया। समय पूर्व जन्म लेने के चलते नवजात को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। बाल रोग विभाग में तैनात चिकित्सक अफसाना को बाहर से कुछ दवाएं लाने का पर्चा देने के बाद नवजात को उपचार देने में जुट गए।

पर्चा लेकर दवाएं खरीदने गई महिला काफी देर बाद भी वापस नहीं लौटी तो चिकित्सकों को चिंता हुई। उन्होंने अपने स्तर से नवजात की दवाइयों का इंतजाम करके उसकी जिंदगी बचाने की कोशिशों में लग गए। घटना की जानकारी पुलिस को भी दे दी, महिला के बारे में छानबीन करने पर कुछ तीमारदारों ने बताया कि उसके साथ एक युवक भी आया था।

उपचार के दौरान नवजात ने मंगलवार तड़के दम तोड़ दिया। परिजनों के वापस लौटने की उम्मीद में चिकित्सकों ने नवजात के शव को मंगलवार की शाम तक इंतजार किया। थानाध्यक्ष एमएम गेट वहीद अहमद के मुताबिक नवजात के परिजनों का पता नहीं लग सका है, शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।

पहला मामला नहीं

अस्पताल में किसी नवजात को छोड़कर जाने का यह पहला मामला नहीं है। पिछले महीने लेडी लॉयल में महिला प्रसव के बाद नवजात बेटे को वहां लावारिस छोड़कर चली गई थी। बच्चे को राजकीय बाल शिशु गृह में रखना पड़ा।

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