जुमा अलविदा की नमाज कल, बाजारों में रौनक

By Edited By: Publish:Thu, 24 Jul 2014 11:27 PM (IST) Updated:Thu, 24 Jul 2014 11:27 PM (IST)
जुमा अलविदा की नमाज कल, बाजारों में रौनक

जागरण संवाददाता, आगरा: पवित्र रमजान का महीना जैसे-जैसे गुजरता जा रहा है, वैसे-वैसे खुशियों का माहौल बनता जा रहा। बाजारों में रौनक बढ़ गई है। खूब खरीददारी की जा रही है। शुक्रवार को जुमा अलविदा की नमाज के बाद 29 जुलाई को ईद- उल- फितर का त्योहार मनाया जाएगा। मुस्लिम घरों में इसकी तैयारियां शुरू हो गई हैं।

ईद- उल- फितर से पहले पड़ने वाले जुमा को अलविदा की नमाज पढ़ी जाती है। ईद- उल- फितर पर तो सभी मस्जिदों में नमाज पढ़ी जाती है, लेकिन अलविदा की नमाज शाही जामा मस्जिद में खासतौर से पढ़ी जाती है। यह भी मान्यता है कि जितनी ज्यादा दूर से जुमा अलविदा की नमाज पढ़ने नमाजी आते हैं, उतना ही ज्यादा पुण्य मिलता है। यही वजह है कि शुक्रवार को शाही जामा मस्जिद में दूर दराज के देहातों से भी लोग नमाज अदा करने आएंगे। यहां नमाजियों की संख्या ज्यादा होने की वजह से सड़कों पर भी नमाज का इंतजाम किया जाएगा।

यहां भी अदा की जाएगी नमाज

ताजमहल की शाही जामा मस्जिद, अकबरी मस्जिद, फव्वारा, बाबरी मस्जिद रामबाग पर, अबुल उल्लाह की दरगाह, न्यू आगरा, शाही काली मस्जिद, सावन कटरा, लोहामंडी शाही मस्जिद, आलमपाड़ा, सैयद पाड़ा, मस्जिद कुबा, कच्ची सराय, मीनार वाली मस्जिद, घटिया, अनार वाली मस्जिद, बालगूंज, नगला मेवाती, संदली मस्जिद ताजगंज, शहीद नगर मस्जिद, दिल्ली गेट मस्जिद।

मस्जिदों के पास गंदगी के ढेर

शुक्रवार को जुमा अलविदा की नमाज पढ़ी जाएगी, लेकिन मस्जिदों के आसपास अभी भी गंदगी है। शाही जामा मस्जिद के पास कई जगह कूडे़ के ढेर लगे हैं। शहीद नगर मस्जिद के पास भी गंदगी है। अबुल उल्लाह दरगाह न्यू आगरा व सैय्यद पाड़ा, शाहगंज के आसपास भी जल भराव है। बिजलीघर से शाही मस्जिद जाने वाले मार्ग पर पुल के नीचे सड़क खराब पड़ी है। जरा सी बारिश होने के बाद वहां से गुजरना मुश्किल हो जाएगा। कच्ची सराय की मस्जिद कुबा में भी गंदगी का आलम है।

खूब हो रही है बाजारों में बिक्री

ईद आने से पहले ही हर चेहरे पर खुशियां नजर आने लगी हैं। महिला और बच्चे इसकी तैयारियों में जुटे हैं। बाजारों में कपड़ों और कॉस्मेटिक सामग्री की खरीददारी की जा रही है। घर सजाने की सामग्री भी बाजारों में बिक रही हैं। महिलाएं जहां डिजाइनर सूट और बुर्के आदि खरीद रही हैं, वहीं पुरुष कुर्ते पसंद कर रहे हैं। शाहगंज, भोगीपुरा, हॉस्पीटल रोड, किनारी बाजार, सेब का बाजार, शहीद नगर, ताजगंज, लोहामंडी, बोदला, राजपुर चुंगी आदि बाजारों में जमकर भीड़ हो रही है।

युवतियों में इस बार लैगिंग, टॉप सूट का क्रेज है। इसकी कीमत 1500 से 5 हजार रुपए तक है। बिजलीघर चौराहा पर रेडीमेड वस्त्र विक्रेता इमरान कुरैशी ने बताया कि पंजाबी सूट की कीमत 7 हजार रुपए तक है। पेपर सिल्क सूट भी पसंद किया जा रहा है, जिसकी कीमत 1500 से 3 हजार रुपए तक है। कॉटन के सूट भी एक हजार से तीन हजार रुपए तक बिक रहे हैं। करांची स्टाइल और मुल्तानी का सूट पसंद किए जा रहे हैं। यह 2 हजार से 5 हजार रुपए तक बिक रहे हैं।

पाकिस्तानी स्टाइल के बुर्के भी महिलाएं खरीद रही हैं, जिसमें जाली लगी होती है। यह 2 हजार से 7 हजार रुपए तक है। अरब देश के ढीले बुर्के भी पसंद किए जा रहे हैं।

बेल्ट वाले पाजामे

ईद पर ऐसे कुर्ते- पजामे ज्यादा पसंद किए जाते है, जिससे नमाज अदा करने में भी आसानी हो। हॉस्पीटल रोड पर सिलाई कर रहे टेलर नवेद भाई ने बताया कि अब बेल्ट वाले पजामे युवाओं की पसंद बने हुए हैं।

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सावन में मजा देंगी रमजान की सेवइयां

आगरा: बहुत अच्छा मौका है। इधर रमजान का महीना चल रहा है, वहीं 10 अगस्त का रक्षाबंधन है। इसलिए सेवइयां की खरीददारी हिंदू और मुस्लिम दोनों ही कर रहे हैं। सेवइयां 50 से 100 रुपए किलो बिक रही हैं। यह मेरठ और लखनऊ आदि नगरों से आ रही हैं। बनारसी सेवइयां भी पसंद आ रही हैं, जो बहुत बारीक होती है। मंटोला पर सेवइयां बेच रहे राशिद ने बताया कि स्थानीय स्तर पर बनायी जा रही मोटी सेवइयां 60 से 80 रुपए किलो मिल रही हैं।

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