गुरु गोबिंद सिंह जी के शस्त्र व वस्त्रों की दर्शन यात्रा शुरू

पटियाला : पूर्ण धार्मिक मर्यादा के साथ गुरुद्वारा दुखनिवारण साहिब मेंं सुशोभित दसवें गुरुजी श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के 19 शस्त्रों और वस्त्रों को संगत के दर्शन के लिए बुधवार को यात्रा को रवाना किया गया। इन निशानियों को 20 मई को श्री केसगढ़ साहिब गुरुद्वारा साहिब में सुशोभित

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Wed, 06 May 2015 05:29 PM (IST) Updated:Wed, 06 May 2015 05:43 PM (IST)
गुरु गोबिंद सिंह जी के शस्त्र व वस्त्रों की दर्शन यात्रा शुरू
गुरु गोबिंद सिंह जी के शस्त्र व वस्त्रों की दर्शन यात्रा शुरू

पटि याला : पूर्ण धार्मिक मर्यादा के साथ गुरुद्वारा दुखनिवारण साहिब मेंं सुशोभित दसवें गुरुजी श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के 19 शस्त्रों और वस्त्रों को संगत के दर्शन के लिए बुधवार को यात्रा को रवाना किया गया। इन निशानियों को 20 मई को श्री केसगढ़ साहिब गुरुद्वारा साहिब में सुशोभित कर दिया जाएगा। यात्रा के शुभारंभ अवसर पर मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल भी मौजूद थे।

इस अवसर पर आयेाजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री बादल ने कहा कि दशम गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह जी ने जो रास्ता में हमें दिखाया है, उस पर चलने का यत्न करना चाहिए। खालसा पंथ ने जबर जुल्म के खिलाफ लडऩे व कमजोरों की मदद करने के आदेश दिए हैं।
उन्‍होंने कहा कि प्रदेश सरकार पंजाबी विरासत को लोगों तक पहुंचाने के लिए काम कर रही है। इसी के तहत अमृतसर में भगवान वाल्मीकि जी ने जहां रामायण की रचना की थी वहां सौ करोड़ की लागत से राम तीर्थ का निर्माण करवाया गया है।
देश की आजादी में पंजाबियों की कुबार्नियों को याद करते हुए कहा कि आजादी में 80 फीसद शहादतें पंजाबियों ने दी है। जंगे आजादी का यादगार का भी निर्माण करवाया जा रहा है, जिससे आने वाली पीढिय़ों को अपने इतिहास के बारे में जानकारी मिल सके।
इससे पहले उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि आने वाली पीढिय़ों को अपने इतिहास के बारे में जानकारी देना जरूरी है। उन्‍होंने मुख्यमंत्री के सामने के समक्ष प्रस्ताव रखा है कि पड़ोसी राज्यों हरियाणा व राजस्थान में रहने वाले सिख समुदाय के लोगों को भी गुरु साहिब की निशानियों के दर्शन करवाए जाएं।
गुरु जी की निशानियों को एसजीपीसी ओर से दो करोड़ रुपये की राशि से तैयार की गई विशेष बस के माध्यम से पटियाला से संगरूर, बरनाला ले जाया जाएगा। यह बस 7 मई को मानसा और तलवंडी साबो, 8 मई को बठिंडा, मलोट, मुक्तसर साहिब, 9 मई को कोटकपूरा, फरीदकोट व फिरोजपुर पहुंचेगी।
यह यात्रा 10 मई को मोगा, जीरा और हरीके, 11 मई को पïट्टी, झंबाल, तरनतारन, 12 मई को जंडीयाला, बाबा बकाला और श्री अमृतसर साहिब, 14 को बटाला, श्री हरि गोबिंदपुर, छोटा घल्लूघारा, 15 को गुरदासपुर, दसूहा, होशियारपुर, 16 को करतारपुर, कपूरथला और सुलतानपुर, 17 को नकोदर, जालंधर, फगवाड़ा में रहेगी।
18 को लुधियाना, फतेहगढ़ साहिब, 19 को मोहाली, मोरिंडा, चमकौर साहिब, रोपड़ पहुंचेगी। 20 मई को श्री केसगढ़ साहिब में इन निशानियों को सुशोभित कर दिया जाएगा।



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