Tulsi Ke Niyam: तुलसी का सूखना होता है अशुभ, बुरे परिणाम से बचने के लिए करें ये काम

हिंदू मान्यताओं के अनुसार तुलसी को माता लक्ष्मी का ही स्वरूप माना गया है। मान्यताओं के अनुसार इस पौधे को घर में लगाने से देवी लक्ष्मी की कृपा साधक और उसके परिवार पर बनी रहती है। तुलसी का पौधा न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्व रखता है बल्कि इसमें कई औषधीय गुण भी पाए जाते हैं। वहीं तुलसी के पौधे को सूखना बहुत ही अशुभ माना जाता है।

By Suman Saini Edited By: Suman Saini Publish:Fri, 29 Mar 2024 10:56 AM (IST) Updated:Fri, 29 Mar 2024 10:56 AM (IST)
Tulsi Ke Niyam: तुलसी का सूखना होता है अशुभ, बुरे परिणाम से बचने के लिए करें ये काम
Tulsi Ke Niyam तुलसी के सूखने पर मिल सकते हैं ये अशुभ संकेत।

HighLights

  • सनातन धर्म में तुलसी को माना गया है मां लक्ष्मी का स्वरूप।
  • घर में तुलसी का पौधा रखना माना होता है बहुत शुभ।
  • तुलसी के सूखने पर मिल सकते हैं अशुभ संकेत।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Inauspicious Signs from Tulsi: हिंदू धर्म में माना गया है कि जिस घर में हरा-भरा तुलसी का पौधा होता है, वहां, कभी भी दरिद्रता नहीं आती। वहीं, तुलसी के पौधे का सूखना अशुभ माना जाता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि तुलसी के सूखने पर व्यक्ति को इसके क्या परिणाम मिल सकते हैं और इसके लिए क्या उपाय करने चाहिए।

तुलसी के सूखने पर मिलते हैं ये संकेत

माना जाता है कि जब तुलसी का पौधा अचानक सूखने लगे, तो यह घर के अंदर मौजूद नकारात्मकता या फिर बुरी ऊर्जा का प्रतीक हो सकता है। इस कारण घर में बिना वजह के लड़ाई-झगड़े भी बढ़ सकते हैं।

साथ ही यह भी माना जाता है कि जिस घर में तुलसी का सूखा हुआ पौधा पाया जाता है, वहां लक्ष्मी जी कभी प्रवेश नहीं करती हैं। वहीं, कुछ मान्यताओं के अनुसार, तुलसी के पौधे का बार-बार मुरझाना घर पर आने वाली विपत्ति या दुर्भाग्य की चेतावनी देता है।

करें ये काम

वास्तु शास्त्र में माना गया है कि, तुलसी का पौधा सूख जाने के बाद उसे उखाड़ देना चाहिए और उसे किसी बहते हुए जल में प्रवाहित कर देना चाहिए। इसके बाद उसी गमले में दूसरा तुलसी का पौधा लगाएं। तुलसी वाले गमले में तुलसी के स्थान पर कोई और पौधा नहीं लगाना चाहिए। अगर आप तुरंत तुलसी का पौधा नहीं लगा रहे हैं, तब भी प्रतिदिन उस गमले की पूजा करते रहना चाहिए।

इन बातों का रखें ध्यान

सूखे हुए पौधे को कभी भी इधर-उधर नहीं फेकना चाहिए। वहीं, सूखे हुए तुलसी के पौधे को कभी भी सूर्य ग्रहण, पूर्णिमा, अमावस्या, एकादशी और रविवार के दिन नहीं उखाड़ना चाहिए। इसके अलावा सूतक काल और पितृपक्ष में भी तुलसी का पौधा उखाड़ना वर्जित माना गया है। आप चाहे तो सूखी हुई तुलसी के पत्ते और लकड़ी का इस्तेमाल कर सकते हैं।  

WhatsApp पर हमसे जुड़ें. इस लिंक पर क्लिक करें

डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'

chat bot
आपका साथी