महाकुंभ को बनाएंगे चाइल्ड फ्रेंडली

महाकुंभ सिंहस्थ-16 चाइल्ड फ्रेंडली होगा। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के निर्देश पर मेला प्रशासन ने चाइल्ड ट्रैफिकिंग और लेबर क्राइम में लिप्त अपराधियों की धरपकड़ और हर बच्चे का पंजीयन करने के लिए टास्क फोर्स का गठन किया है। यह सप्ताहभर में कार्रवाई की रिपोर्ट आयोग को प्रस्तुत करेगा।

By Preeti jhaEdited By: Publish:Tue, 19 Jan 2016 11:14 AM (IST) Updated:Tue, 19 Jan 2016 11:23 AM (IST)
महाकुंभ को बनाएंगे चाइल्ड फ्रेंडली

उज्जैन। महाकुंभ सिंहस्थ-16 चाइल्ड फ्रेंडली होगा। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के निर्देश पर मेला प्रशासन ने चाइल्ड ट्रैफिकिंग और लेबर क्राइम में लिप्त अपराधियों की धरपकड़ और हर बच्चे का पंजीयन करने के लिए टास्क फोर्स का गठन किया है। यह सप्ताहभर में कार्रवाई की रिपोर्ट आयोग को प्रस्तुत करेगा।

यह बात सोमवार को उज्जैन आए आयोग के सदस्य प्रियांक कानूनगो ने नईदुनिया से कही। सिंहस्थ में बच्चों की सुरक्षा के मुद्दे पर कहा, कुंभ में कई बच्चे खो जाते हैं। आयोग दृढ़ संकल्पित है कि सिंहस्थ-16 में कोई बच्चा गुम न हो। इसके लिए सरकार को कई सुझाव दिए हैं। आयोग महीनेभर से सिंहस्थ की तैयारियों पर नजर रखे हुए है। मेले में 40 से 60 लाख बच्चे आएंगे, जिनकी सुरक्षा प्रशासन के लिए एक चुनौती रहेगी।

सिंहस्थ केंद्रीय समिति के अध्यक्ष माखनसिंह ने सिंहस्थ चाइल्ड फ्रेंडली होने की घोषणा की है। चाइल्ड ट्रैफिकिंग और लेबर क्राइम रोकने के लिए अपराधियों को सूचीबद्ध करने और हर बच्चे का पंजीयन कराने के लिए टास्क फोर्स का गठन किया है, जिसमें उपमेला अधिकारी एसएस रावत, एएसपी मनोज केड़िया, राज्य बाल आयोग के पूर्व सदस्य विभांशु जोशी सहित महिला बाल विकास विभाग के एक अफसर शामिल हैं। इनसे सप्ताभर में कार्रवाई की रिपोर्ट तलब की गई है।

श्री कानूनगो ने कहा, सबकुछ प्लानिंग के तहत हुआ तो दुनिया में एक मिसाल बनेगी कि इतनी बड़ी तादात में जहां बच्चे इकठ्ठे हुए, वहां न कोई बच्चा गुम हुआ और ना कोई अप्रिय घटना घटी। तैयारियों को लेकर सोमवार को समीक्षा बैठक भी की गई, जिसमें आयोग के टेक्निकल एक्सपर्ट रजनीकांत साथ थे।

भस्मारती दर्शन कर अभिभूत हुए केंद्रीय मंत्री
उज्जैन। बाबा महाकाल की भस्मारती के दर्शन से अलौकिक आनंद प्राप्त हुआ है। जीवन में पहली बार हुई ऐसी दिव्य अनुभूति से मैं अभिभूत हूं।
यह बात केंद्रीय सूचना व प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने सोमवार तड़के महाकाल मंदिर में भस्मारती दर्शन के बाद पुजारियों से कही। श्री प्रसाद ने पुजारी को 2100 रुपए दक्षिणा भी दी। तड़के 4 बजे भस्मारती दर्शन के लिए महाकाल मंदिर पहुंचे केंद्रीय मंत्री पूरे समय शिव भक्ति में रमे नजर आए। आरती के पश्चात पं.आशीष पुजारी के आचार्यत्व में उन्होंने भगवान महाकाल का पंचामृत अभिषेक पूजन भी किया। मंदिर समिति की ओर से प्रशासक आरपी तिवारी ने उनका प्रसादी, महाकाल का चित्र तथा उत्तरीय भेंट कर सम्मान किया। प्रशासक श्री तिवारी व आशीष पुजारी ने केंद्रीय मंत्री को महाकाल मंदिर में फ्री इंटरनेट का प्रस्ताव दिया। इस पर उन्होंने विचार करने का आश्वासन दिया है। गौरतलब है कि मंदिर समिति 8 लाख रुपए सालाना इंटरनेट का बिल भरती है।
राजा को लगाया छप्पन भोग
सोमवार तड़के भस्मारती में एक भक्त की ओर से बाबा महाकाल को छप्पन भोग लगाया गया। दर्शन के लिए बड़ी संख्या में भक्त उमड़े।

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