राहुल गांधी पैदल जाएंगे केदारनाथ

चारधाम यात्रा के शुरुआती रुझान से गदगद राज्य की कांग्रेस सरकार के उत्साह में पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी इजाफा कर दिया है। केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के शुभ मुहूर्त पर 24 अप्रैल को पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी बाबा के धाम में मौजूद रहेंगे।

By Preeti jhaEdited By: Publish:Thu, 23 Apr 2015 11:38 AM (IST) Updated:Thu, 23 Apr 2015 11:40 AM (IST)
राहुल गांधी पैदल जाएंगे केदारनाथ

देहरादून। चारधाम यात्रा के शुरुआती रुझान से गदगद राज्य की कांग्रेस सरकार के उत्साह में पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी इजाफा कर दिया है। केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के शुभ मुहूर्त पर 24 अप्रैल को पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी बाबा के धाम में मौजूद रहेंगे।

खास बात यह है कि वे गौरीकुंड से केदारनाथ धाम तक का सफर पैदल ही तय करेंगे। राहुल के इस केदारनाथ दौरे के सियासी निहितार्थ भी निकाले जा रहे हैं। इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर परोक्ष रूप से कांग्रेस सरकार के सियासी हमले के तौर पर भी देखा जा रहा है। जून 2013 में उत्तराखंड में हुई जलप्रलय के दौरान गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी भी देवभूमि आए थे, मगर तब सेना व एनडीआरएफ द्वारा चलाए जा रहे रेश्क्यू ऑपरेशन के मद्देनजर उन्हें आपदाग्रस्त क्षेत्रों में जाने की अनुमति नहीं दी गई। ऐसे में नरेंद्र मोदी दो दिन तक देहरादून में ही टिके रहे।

हालांकि, बाद में आपदाग्रस्त क्षेत्रों का मात्र हवाई दौरा कर उन्हें वापस लौटना पड़ा। खास बात यह है कि उस वक्त नरेंद्र मोदी ने राज्य सरकार से केदारनाथ धाम के पुनर्निर्माण का दायित्व गुजरात सरकार को सौंपने की पेशकश भी की थी, जिसे तत्कालीन बहुगुणा सरकार ने स्वीकार नहीं किया।

दिलचस्प पहलू यह है कि नरेंद्र मोदी के लौटने के कुछ दिन बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी उत्तराखंड आए और सड़क मार्ग से होते हुए गुप्तकाशी तक भी पहुंचे। उस वक्त विपक्षी दल भाजपा ने राज्य की कांग्रेस सरकार पर दोहरे मापदंड अपनाने के आरोप लगाए थे। प्रधानमंत्री बनने के बाद भी नरेंद्र मोदी के केदारनाथ आने की कई बार चर्चा हुई,मगर वे अब तक केदारनाथ नहीं आए। यही वजह है कि राहुल गांधी के प्रस्तावित केदारनाथ दौरे को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर परोक्ष रूप से कांग्रेस सरकार के सियासी हमले के रूप में भी देखा जा रहा है।

पर्यटन व तीर्थाटन को आपदा के सदमे से उबारने की कोशिश में जुटी राज्य सरकार ने पिछले दिनों राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को केदारनाथ आने का न्यौता भी दिया था। राष्ट्रपति का कार्यक्रम तय भी हो गया था, मगर बाद में किन्हीं वजह से रद्द हो गया। राज्य सरकार केदारनाथ में बड़ी हस्ती को बुलाकर देश-दुनिया में सुरक्षित उत्तराखंड का संदेश देने की कोशिश में जुटी थी। ऐसे में राहुल गांधी के केदारनाथ दौरे को राष्ट्रपति का दौरा रद होने की भरपाई के तौर पर भी देखा जा रहा है।

मुख्यमंत्री के मीडिया प्रभारी सुरेंद्र कुमार ने बताया कि राहुल गांधी गुरुवार सुबह 10:30 बजे प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अंबिका सोनी के साथ जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचेंगे। यहां से राहुल गांधी हवाई मार्ग से गौरीकुंड के लिए रवाना होंगे। गौरीकुंड से पैदल लिंचौली तक जाएंगे। लिंचौली में रात्रि विश्राम करने के बाद 24 अप्रैल को पैदल केदारनाथ धाम पहुंचेंगे। इस दौरान प्रदेश प्रभारी अंबिका सोनी, मुख्यमंत्री हरीश रावत, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय व अन्य वरिष्ठ नेता भी उनके साथ मौजूद रहेंगे। राहुल गांधी इस दौरान केदारनाथ में यात्रा की व्यवस्थाओं का जायजा भी लेंगे। हालांकि चर्चा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के भी केदारनाथ पहुंचने की थी मगर इसकी पुष्टि नहीं हुई।

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