ज्वालामुखी मंदिर में गुप्त नवरात्र का विधिवत समापन

विश्व शांति व जनकल्याण के लिए पिछले नौ दिन से विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्री ज्वालामुखी मंदिर में चल रहे धार्मिक अनुष्ठान का वीरवार को हवन पूजा व कन्या पूजन के साथ विधिवत समापन हो गया। मंदिर अधिकारी व तहसीलदार देवी राम, मंदिर न्यास के उपाध्यक्ष दिव्यांशु भूषण, न्यास सदस्य सुरेंद्र

By Preeti jhaEdited By: Publish:Fri, 30 Jan 2015 02:48 PM (IST) Updated:Fri, 30 Jan 2015 02:50 PM (IST)
ज्वालामुखी मंदिर में गुप्त नवरात्र का विधिवत समापन

ज्वालामुखी। विश्व शांति व जनकल्याण के लिए पिछले नौ दिन से विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्री ज्वालामुखी मंदिर में चल रहे धार्मिक अनुष्ठान का वीरवार को हवन पूजा व कन्या पूजन के साथ विधिवत समापन हो गया। मंदिर अधिकारी व तहसीलदार देवी राम, मंदिर न्यास के उपाध्यक्ष दिव्यांशु भूषण, न्यास सदस्य सुरेंद्र चौधरी, पार्वती प्रसाद, वेनी माधव व अन्य इस मौके पर मौजूद रहे। वीरवार को गुप्त नवरात्र के समापन मौके पर श्रद्धालुओं का भारी सैलाब उमड़ा।

मंदिर अधिकारी व तहसीलदार देवी राम ने कहा कि इस धार्मिक अनुष्ठान में 51 विद्वानों ने नौ दिन तक मंदिर में देवी पूजा आराधना, ज्वाला मां के मूल मंत्र का जाप पाठ, वटुक भैरव, गणोश, गायत्री का जप पाठ करके मां की महिमा का गुणगान किया।

पुजारी महासभा के प्रधान व मंदिर न्यास के उपाध्यक्ष दिव्यांशु भूषण ने कहा कि विश्व शांति व जन कल्याण के लिए मुख्य नवरात्र के अलावा दो बार साल में गुप्त नवरात्र का आयोजन किया जाता है। इनमें मां के दर्शन करने का फल नवरात्र के बराबर ही मिलता है। अनुष्ठान में बैठे विद्वानों को दक्षिणा व आवर्णी देकर सम्मानित किया गया है।ज्वालामुखी : विश्व शांति व जनकल्याण के लिए पिछले नौ दिन से विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्री ज्वालामुखी मंदिर में चल रहे धार्मिक अनुष्ठान का वीरवार को हवन पूजा व कन्या पूजन के साथ विधिवत समापन हो गया। मंदिर अधिकारी व तहसीलदार देवी राम, मंदिर न्यास के उपाध्यक्ष दिव्यांशु भूषण, न्यास सदस्य सुरेंद्र चौधरी, पार्वती प्रसाद, वेनी माधव व अन्य इस मौके पर मौजूद रहे। वीरवार को गुप्त नवरात्र के समापन मौके पर श्रद्धालुओं का भारी सैलाब उमड़ा। 1मंदिर अधिकारी व तहसीलदार देवी राम ने कहा कि इस धार्मिक अनुष्ठान में 51 विद्वानों ने नौ दिन तक मंदिर में देवी पूजा आराधना, ज्वाला मां के मूल मंत्र का जाप पाठ, वटुक भैरव, गणोश, गायत्री का जप पाठ करके मां की महिमा का गुणगान किया।

पुजारी महासभा के प्रधान व मंदिर न्यास के उपाध्यक्ष दिव्यांशु भूषण ने कहा कि विश्व शांति व जन कल्याण के लिए मुख्य नवरात्र के अलावा दो बार साल में गुप्त नवरात्र का आयोजन किया जाता है। इनमें मां के दर्शन करने का फल नवरात्र के बराबर ही मिलता है। अनुष्ठान में बैठे विद्वानों को दक्षिणा व आवर्णी देकर सम्मानित किया गया है।

chat bot
आपका साथी