सारनाथ स्थित धर्मचक्र विहार का होगा जीर्णोद्धार

सारनाथ स्थित पुरातात्विक खंडहर परिसर स्थित धर्म चक्र जिन विहार के जीर्णोद्धार की योजना बनाई गई है। स्वीकृति मिलते ही काम शुरू कराया जाएगा। 12वीं सदी का यह ऐतिहासिक धरोहर मरम्मत के अभाव में नष्ट हो रहा है। यहां स्थित सुरंग को भी जर्जर हो जाने के कारण कुछ वर्ष पूर्व लोहे का ग्रिल लगाकर बंद कर दिया जाता था। खंडहर प

By Edited By: Publish:Thu, 11 Sep 2014 04:35 PM (IST) Updated:Thu, 11 Sep 2014 04:36 PM (IST)
सारनाथ स्थित धर्मचक्र विहार का होगा जीर्णोद्धार

वाराणसी। सारनाथ स्थित पुरातात्विक खंडहर परिसर स्थित धर्म चक्र जिन विहार के जीर्णोद्धार की योजना बनाई गई है। स्वीकृति मिलते ही काम शुरू कराया जाएगा। 12वीं सदी का यह ऐतिहासिक धरोहर मरम्मत के अभाव में नष्ट हो रहा है। यहां स्थित सुरंग को भी जर्जर हो जाने के कारण कुछ वर्ष पूर्व लोहे का ग्रिल लगाकर बंद कर दिया जाता था।

खंडहर परिसर के पश्चिमोत्तर भाग में स्थित विहार की बाबत बताया जाता है कि कन्नौज के गढ़वाल नरेश की पत्‍‌नी कुमारी देवी ने बौद्ध धर्म ग्रहण करने के पश्चात 1114-1154 ईस्वी के मध्य इस विहार को बनवाया था। कई कलाकृति युक्त भवनों के अवशेष के साथ ही 55 मीटर लंबी और दो मीटर ऊंची सुरंग के अवशेष आज भी विद्यमान है। बताते हैं कि मंदिर में जाने के लिए सुरंग का निर्माण कराया था। यह सुरंग कुछ वर्ष पहले तक पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र थी।

उप अधीक्षण एवं पुरातत्व विद अजय श्रीवास्तव ने बताया कि दो माह में जीर्णोद्धार का कार्य शुरू हो जाएगा।

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