गंगा के लिए साध्वी पूर्णाबा ने त्यागा अन्न

गंगा की दशा से द्रवित श्री विद्यामठ की साध्वी पूर्णाबा ने गुरुवार की शाम से अन्न त्याग दिया। अब वह फलाहार पर रहेंगी और जरूरत पड़ी तो जलत्याग तपस्या से पीछे नहीं हटेंगी।

By Edited By: Publish:Fri, 04 May 2012 02:39 PM (IST) Updated:Fri, 04 May 2012 02:39 PM (IST)
गंगा के लिए साध्वी पूर्णाबा ने त्यागा अन्न

वाराणसी। गंगा की दशा से द्रवित श्री विद्यामठ की साध्वी पूर्णाबा ने गुरुवार की शाम से अन्न त्याग दिया। अब वह फलाहार पर रहेंगी और जरूरत पड़ी तो जलत्याग तपस्या से पीछे नहीं हटेंगी। यह घोषणा उन्होंने गुरुवार को शंकराचार्य घाट पर की। बताया, सरकार की गंगा के प्रति उपेक्षा और स्वामी सानंद की पीड़ा से काफी व्यथित हैं और उन्होंने स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद को पत्र लिख कर स्वामी सानंद के साथ ही जलत्याग तपस्या करने की अनुमति मांगी थी। बुधवार को देर रात चली बैठक में भी उन्होंने अपनी बात रखी लेकिन महिला होने के नाते उनकी प्रार्थना स्वीकार नहीं की गई। अन्नत्याग की अनुमति जरूर मिल गई। अब वह भी शंकराचार्य घाट पर स्वामी सानंद के साथ तप: पीठ पर बैठेंगी। इधर, तपस्थली पर सामाजिक संगठनों का सांकेतिक उपवास जारी रहा। डुमरियागंज के सेवांसद साधुशरण तिवारी, झांसी से आए शिवनारायण तिवारी, सोनातालाब से आए गणेश जायसवाल ने उपवास किया। इनके अलावा सजल श्रीवास्तव, राजकुमार प्रजापति, शकील अहमद, जावेद अख्तर, नईम अख्तर, इम्तियाज अहमद आदि ने तपस्थली पहुंच कर गंगा सेवा अभियान में हिस्सेदारी सुनिश्चित की। सभी आगंतुकों का स्वागत प्रदेश समन्वयक राकेशचंद्र पाण्डेय ने किया। बटुकों ने गंगा पूजन किया। शंकराचार्य घाट स्थित तपस्थली का जायजा लेने एडीएम सिटी एमपी सिंह और एसपी सिटी संतोष कुमार सिंह भी पहुंचे। स्वामी अविमुक्तेश्वारानंद से बात की और मौका मुआयना कर लौट गए। स्वामी सानंद के स्वास्थ्य की जांच चिकित्सकों की टीम ने रात में तपस्यारत स्वामी सानंद के स्वास्थ्य की जांच की और सामान्य बताया। वजन 50.5 किलो, रक्तचाप 118-62, पल्स 72 था। इसी क्त्रम में अन्नत्याग तपस्यारत साध्वी पूर्णाबा के स्वास्थ्य की भी जांच की गई। रक्तचाप 120-80, पल्स 76 था। डाक्यूमेंट्री का विमोचन शंकराचार्य घाट पर सायंकाल श्री गणेश फिल्म व टीवी इंटरटेंमेंट द्वारा गंगा पर बनाई गई डाक्यूमेंट्री फिल्म मां गंगा का अस्तित्व का विमोचन स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने किया। फिल्म निर्देशक निखिल पाटिल ने कहा कि इस फिल्म में हिमालय से लेकर गंगा सागर तक गंगा की दशा को दर्शाया गया है। इस मौके पर राकेश तिवारी, नीरज शर्मा, अजित कुमार, अन्ना मोर, संदीप गुप्ता, संदीप पाण्डेय आदि ने भी विचार व्यक्त किए। अविरलता अक्षुण्ण रहे सुखदेव राज्य विधानसभा के अध्यक्ष सुखदेव राजभर ने केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि वह मां गंगा की निर्मलता-अविरलता अक्षुण्ण रखने के लिए ठोस व कारगर पहल करे। श्री राजभर ने लोगों खासकर राजनीतिक दलों का आहृवान किया कि वे दलीय भावना से ऊपर उठकर गंगा तपस्या अभियान में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करें। गंगा की अविरलता के लिए चौपाल गंगा की अविरलता की अलख गांव-गांव जलाने के लिए आभास की ओर से लोहता में चौपाल लगाया गया। चौपाल में डॉ. संजय चौबे, मुकेश दूबे, रामाश्रय पटेल, अमरनाथ सिंह यादव, सत्यनारायण प्रजापति, सुरेश चौबे आदि ने विचार व्यक्त किए। माहेश्वरी परिषद के प्रचार मंत्री गौरव राठी की अध्यक्षता में हुई सभा में मां गंगा की निर्मलता व अविरलता के लिए चलाए जा रहे गंगा तपस्या अभियान में सक्त्रिय सहभागिता की अपील की गई।

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