कहीं-कहीं है अष्टमी आज भी

कुछ लोगों ने शुक्रवार को अष्टमी मनाई जबकि कहीं-कहीं अष्टमी पूजन शनिवार को भी होगा। श्रद्धालु शनिवार को मध्याह्न 12 बजे से पहले अष्टमी पूजन कर लें। मध्याह्न 12 बजे नवमी लग जाएगी जो रविवार को अपराह्न दो बजे तक रहेगी।

By Edited By: Publish:Sat, 31 Mar 2012 11:36 AM (IST) Updated:Sat, 31 Mar 2012 11:36 AM (IST)
कहीं-कहीं है अष्टमी आज भी

लखनऊ। कुछ लोगों ने शुक्रवार को अष्टमी मनाई जबकि कहीं-कहीं अष्टमी पूजन शनिवार को भी होगा। श्रद्धालु शनिवार को मध्याह्न 12 बजे से पहले अष्टमी पूजन कर लें। मध्याह्न 12 बजे नवमी लग जाएगी जो रविवार को अपराह्न दो बजे तक रहेगी।

कई वर्षो बाद नवमी रविवार को पड़ रही है और इस दिन पुष्य नक्षत्र भी है। श्रीराम का जन्म इसी नक्षत्र में हुआ था। नवमी का पूजन करने वाले भक्त मध्याह्न 12 बजे तक हवन पूजन कर लें। अपराह्न दो बजे के बाद ही व्रत का पारण करें।

उधर, नवरात्र की सप्तमी को शहर के देवी मंदिरों में भोर से देर रात तक श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। कुछ भक्तों ने शुक्रवार को ही अष्टमी का व्रत रखा। मारुतसुत हनुमान मंदिर, कटरा बिजन बेग में मां भगवती का फूलों, मखानों एवं केले के पत्तों से श्रृंगार किया गया। अन्ना द्विवेदी एवं कलाकारों द्वारा माता जी के भजन गीत प्रस्तुत किए गए। गोलागंज स्थित शिव दुर्गा मंदिर में विशेष पूजा अर्चना संपन्न हुई। चौक स्थित बड़ी और छोटी काली जी मंदिर में मां की भव्य आरती के बाद उसमें प्रयुक्त सामग्री को प्रसाद स्वरूप पाने के लिए भक्तों की होड़ लगी रही। शहर के सभी मंदिरों में शुक्त्रवार को बड़ी संख्या में देवी दर्शन के लिए जुटे श्रद्धालु।

निकलेगी शोभायात्रा नवमी के दिन शहर के श्रीराम मंदिरों में श्रीराम जन्मोत्सव मनाया जाएगा। अशर्फाबाद से श्रीराम की झांकियों के साथ शोभायात्रा निकाली जाएगी। चौक के श्री कल्ली जी राम मंदिर सेवा समिति की ओर से शोभायात्रा निकाली जाएगी। एक अप्रैल को शाम छह बजे कोनेश्‌र्र्वर मंदिर से शुरू होने वाली राम मनौती शोभायात्रा कमला नेहरू मार्ग, कनक बिहारी मार्केट, सिद्धेश्‌र्र्वरी मंदिर, फूलवाली गली, व चौक सराफा होते हुए कल्ली जी राम मंदिर पर समाप्त होगी। समिति के महामंत्री अतुल कुमार गुप्ता व ऋिद्धि किशोर गौड़ ने बताया कि इससे पहले मंदिर में मध्याह्न 12 बजे श्रीराम जन्मोत्सव मनाया जाएगा।

हर वर्ष अशर्फाबाद से निकलने वाली श्रीराम शोभायात्रा इस वर्ष भी हर्षोल्लास के साथ निकाली जाएगी। गाजे-बाजे व झांकियों के साथ निकलने वाली यात्रा मध्याह्न 12 बजे से शुरू होगी। श्रीराम जन्म महोत्सव समिति की ओर से निकलने वाली यात्रा गिरधारी सिंह इंटर कॉलेज, दीनदयाल रोड, तुलसी दास मार्ग, बाजारखाला, त्रिवेणीगंज व नौबस्ता होते हुए वापस श्रीराम मंदिर पर समाप्त होगी। समिति के महामंत्री देवानंद शुक्ला ने बताया कि शोभायात्रा का जगह-जगह स्वागत किया जाएगा। मंदिर के सदस्य सुनील गुप्ता ने बताया कि मंदिर परिसर में कन्याओं को भोजन भी कराया जाएगा।

श्री संकटा देवी मंदिर-

रानी कटरा, चौपटिया स्थित श्री संकटा देवी मंदिर [बड़ा शिवाला]। मंदिर करीब 400 वर्ष पुराना है। मंदिर के संबंध में कई कहानियां प्रचलित हैं। उनमें से एक है कि बालामऊ के राजा ज्वाला प्रसाद ने इस मंदिर का निर्माण कराया था। यहां शिवजी की भव्य प्रतिमा भी है। जनश्रुति है कि कल्याणगिरी मंदिर, ठाकुरगंज से मूर्ति लाकर यहां रखी गई थी। शिवजी की मूर्ति स्थापित होने के बाद मां दुर्गा की मूर्ति को स्थापित किया गया। मां दुर्गा के इस मंदिर को तांत्रिक मंदिर माना जाता है। सिद्धी कामना पूर्ति के लिए भक्तों के बीच मंदिर का विशेष महत्व है। यहां बरगद के पेड़ के नीचे भैरव जी का मंदिर है। मंदिर समिति का दावा है कि उत्तर भारत में शिव जी की इतनी विशाल प्रतिमा कहीं और नहीं है। पुजारी रमेश पंडित ने बताया कि नवरात्र और शिवरात्रि के दिन मंदिर में भक्तों का हुजूम उमड़ पड़ता है। नवरात्र के दिनों में अलग-अलग तरीके से मां का श्रृंगार होता है।

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