बिन बुलाए आएंगे श्रृंगाऋषि व बालू नाग

देवी-देवताओं के महाकुंभ अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव में इस बार भी देवता शृंगाऋषि व बालूनाग शरीक होंगे। इसके लिए दोनों देवताओं के कारकूनों व देवलुओं ने तैयारियां शुरू कर दी है। धुर विवाद के कारण कुछ वर्षों से दोनों देवताओं को जिला प्रशासन द्वारा दशहरा पर्व को निमंत्रण पत्र नहीं दिया

By Neeraj Kumar Azad Edited By: Publish:Sun, 04 Oct 2015 07:32 PM (IST) Updated:Mon, 05 Oct 2015 10:36 AM (IST)
बिन बुलाए आएंगे श्रृंगाऋषि व बालू नाग

रोशन ठाकुर, कुल्लू
देवी-देवताओं के महाकुंभ अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव में इस बार भी देवता शृंगाऋषि व बालूनाग शरीक होंगे। इसके लिए दोनों देवताओं के कारकूनों व देवलुओं ने तैयारियां शुरू कर दी है। धुर विवाद के कारण कुछ वर्षों से दोनों देवताओं को जिला प्रशासन द्वारा दशहरा पर्व को निमंत्रण पत्र नहीं दिया जाता है और इस बार भी उन्हें बुलावा पत्र नहीं दिया गया है। दशहरा उत्सव समिति ने इस बार 295 देवी-देवताओं को निमंत्रण पत्र भेजे हैं। समिति ने बंजार घाटी के दोनों देवताओं को दशहरा के लिए नहीं बुलाया है। बावजूद इसके दोनों देवताओं के कारकूनों ने उत्सव में भाग लेने के लिए तैयारियां शुरू कर दी है।
कारदार वीरेंद्र सिंह ने कहा कि दशहरा पर्व की शोभा बढ़ाने के लिए देवता शृंगाऋषि के लाव लश्कर के साथ शरीक होंगे। इसके लिए देवता के सभी कारकून, हरियान व देवलु तैयारियों में जुट गए है। देवता 20 अक्टूबर को देवालय से रवाना होंगे। उधर, देवता बालूनाग के उप कारदार टेडी सिंह कंवर ने कहा कि इस संदर्भ में रविवार को देवता के सभी कारकूनों, हरियानों व देवलुओं की बैठक रखी गई थी। बैठक में सभी की सहमति से एक प्रस्ताव पारित कर देवता को दशहरा में ले जाने की हामी भरी है। देवता देव परंपरा के निवर्हन करने के लिए दशहरा में हिस्सा लेंगे।
क्या है धुर विवाद
देवता शृंगाऋषि व बालूनाग के बीच वर्षों से धुर विवाद चल रहा है। दशहरा उत्सव के शुरू होने पर भगवान रघुनाथ की निकलने वाली भव्य शोभायात्रा के दौरान उनके दाईं ओर चलने लेकर विवाद चल रहा है। दोनों देवताओं को रघुनाथ की शोभायात्रा की दाहिनी ओर चलने का अवसर मिला है। ऐसे में दोनों देवता इस पर अपना-अपना हक जताते रहे हैं। ऐसे में प्रशासन भी दोनों देवताओं को दशहरा को निमंत्रण पत्र नहीं भेजता है।
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अस्थाई शिविरों में ही नजरबंद रहेंगे दोनों देवता
दशहरा उत्सव में भगवान रघुनाथ की शोभायात्रा के दौरान शृंगाऋषि व बालूनाग को नियमानुसार उनके अस्थाई शिविरों में ही नजरबंद किया जाएगा। इसके लिए उपयुक्त पुलिस फोर्स की तैनाती की जाएगी।
राकेश कंवर, उपायुक्त कुल्लू।

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