Nirjala Ekadashi 2023 Date and Time: निर्जला एकादशी पर इस शुभ संयोग में करें भगवान विष्णु की आराधना

Nirjala Ekadashi 2023 सनातन धर्म में निर्जला एकादशी व्रत का विशेष महत्व है। शास्त्रों के अनुसार निर्जला एकादशी रखने से जीवन में आ रही कई प्रकार की समस्याएं दूर हो जाती हैं और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं निर्जला एकादशी व्रत का शुभ मुहूर्त।

By Shantanoo MishraEdited By: Publish:Tue, 30 May 2023 10:43 AM (IST) Updated:Tue, 30 May 2023 01:59 PM (IST)
Nirjala Ekadashi 2023 Date and Time: निर्जला एकादशी पर इस शुभ संयोग में करें भगवान विष्णु की आराधना
Nirjala Ekadashi 2023: निर्जला एकादशी पर इस समय करें भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की उपासना।

नई दिल्ली, आध्यात्म डेस्क | Nirjala Ekadashi 2023 Date and Time: वैदिक पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि के दिन निर्जला एकादशी व्रत रखा जाता है। एकादशी व्रत के दिन पर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की आराधना करने से साधक को विशेष लाभ मिलता है। बता दें कि इस वर्ष निर्जला एकादशी व्रत 31 मई 2023, बुधवार के दिन रखा जाएगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ज्येष्ठ मास के एकादशी व्रत के दिन शुभ मुहूर्त मे 'श्रीहरि' की उपासना करने से सुख एवं समृद्धि की प्राप्ति होती है और साधक पर भगवान विष्णु की कृपा बनी रहती है। आइए जानते हैं निर्जला एकादशी व्रत का शुभ मुहूर्त और पूजा महत्व।

निर्जला एकादशी व्रत 2023 तिथि (Nirjala Ekadashi 2023 Date)

पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष के एकादशी तिथि की शुरुआत 30 मई को दोपहर 01 बजकर 07 मिनट पर हो जाएगा और इस तिथि का समापन 31 मई दोपहर 01 बजकर 45 मिनट पर हो जाएगा। उदया तिथि के अनुसार, निर्जला एकादशी व्रत 31 मई 2023, बुधवार के दिन रखा जाएगा। साथ ही एकादशी व्रत का पारण 01 जून को सुबह 05 बजकर 24 मिनट से सुबह 08 बजकर 10 मिनट के बीच किया जा सकेगा।

निर्जला एकादशी 2023 शुभ मुहूर्त (Nirjala Ekadashi 2023 Shubh Muhurat)

हिंदू पंचांग में अबताया गया है कि निर्जला एकादशी व्रत के दिन 3 शुभ संयोग का निर्माण हो रहा है। बता दें कि 31 मई के दिन हस्त नक्षत्र का निर्माण हो रहा है जो सुबह 06 बजे तक रहेगा। वहीं इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग का निर्माण हो रहा है जो सुबह 05 बजकर 24 मिनट से सुबह 06 बजे तक रहेंगे। ज्योतिष शास्त्र में इन दोनों योग को मांगलिक कार्यों के लिए श्रेष्ठ बताया गया है।

निर्जला एकादशी पूजा महत्व (Nirjala Ekadashi 2023 Puja Importance)

हिंदू धर्म में निर्जला एकादशी व्रत का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जो व्यक्ति निर्जला एकादशी के दिन बिना अन्न-जल ग्रहण किए यह कठोर उपवास रखता है, उन्हें सभी 24 एकादशी व्रतों का फल प्राप्त होता है। साथ ही इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की उपासना करने से जीवन में आ रही सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं और साधक को धन, ऐश्वर्य, सुख एवं समृद्धि की प्राप्ति होती है।

डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।

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