Navratri 2019 Durga Puja Samagri: मां दुर्गा की आराधना के लिए नवरात्रि की पूजा सामग्री, यहां देखें पूरी सूची

Navratri 2019 Durga Puja Samagri इस वर्ष शारदीय नवरात्रि 29 सितंबर दिन रविवार से प्रारंभ हो रही है। आइए जानते हैं नवरात्रि की पूजा सामग्री की पूरी सूची।

By kartikey.tiwariEdited By: Publish:Wed, 25 Sep 2019 12:11 PM (IST) Updated:Wed, 25 Sep 2019 12:11 PM (IST)
Navratri 2019 Durga Puja Samagri: मां दुर्गा की आराधना के लिए नवरात्रि की पूजा सामग्री, यहां देखें पूरी सूची
Navratri 2019 Durga Puja Samagri: मां दुर्गा की आराधना के लिए नवरात्रि की पूजा सामग्री, यहां देखें पूरी सूची

Navratri 2019 Durga Puja Samagri: इस वर्ष शारदीय नवरात्रि 29 सितंबर दिन रविवार से प्रारंभ हो रही है। मां दुर्गा की आराधना को समर्पित नवरात्रि के पहले दिन कलश या घट स्थापना से व्रत का प्रारंभ होता है। ऐसी मान्यता है कि आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से माता दुर्गा नौ दिनों के लिए पृथ्वी लोक में वास करती हैं, इसलिए शारदीय नवरात्रि का महत्व बढ़ जाता है। इन दिनों में यदि विधि विधान से माता की आराधना की जाए, तो वह प्रसन्न होंगी और सभी मनोकामनाएं पूरी करेंगी।

नवरात्रि में माता शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा देवी, कुष्मांडा देवी, स्कंदमाता, माता कात्यायनी, मां कालरात्रि और महागौरी की पूजा की जाती है। यदि आपने नवरात्रि का व्रत रखने का निर्णय लिया है तो आपके लिए यह जानना जरूरी है कि आपको नवरात्रि की पूजा में किन-किन वस्तुओं का इस्तेमाल करना है।

आइए जानते हैं नवरात्रि की पूजा सामग्री की सूची-

1. माता दुर्गा की नई मूर्ति या तस्वीर - यदि पूजा घर में दुर्गा माता की पुरानी तस्वीर या मूर्ति है, तो उसे हटाकर नई तस्वीर स्थापित करनी होगी। यदि माता की मूर्ति मिट्टी की है, तो बहुत अच्छा रहेगा।

2. माता के लिए नई लाल चुनरी - माता की तस्वीर पर चढ़ाने के लिए नई लाल चुनरी लें। मूर्ति रखी है तो उनके वस्त्रों के साथ लाल चुनरी लें।

3. चौकी - माता की तस्वीर या मूर्ति स्थापित करने के लिए एक चौकी। उस पर बिछाने के लिए पीला वस्त्र।

4. नया कलश- घट या कलश स्थापना के लिए एक कलश। कलश में रखने के लिए आम की हरी पत्तियां।

5. माता की आराधना के लिए दुर्गा सप्तशती, दुर्गा चालीसा और दुर्गा आरती की पुस्तक।

6. माता को अर्पित करने के लिए लाल सिंदूर और लाल पुष्प- विशेषकर गुड़हल का फूल।

7. कलश पर रखने के लिए मिट्टी के पात्र, जिसमें जौ के बीज रखे जाएंगे।

8. अक्षत् के लिए चावल, गंगा जल, चंदन, रोली, शहद और कलावा या मौली।

9. नारियल, गाय का घी, सुपारी, लौंग, इलायची।

10. पान का पत्ता, धूप, अगरबत्ती, कपूर।

11. बैठक कर पूजा करने के लिए एक उपयुक्त आसन।

chat bot
आपका साथी