पहला कदम मैं से हम की ओर
वैवाहिक जीवन का एक अहम हिस्सा है सेक्स संबंध। इसलिए जरूरी है कि शुरू से ही इसके प्रति वैज्ञानिक और स्वस्थ सोच अपनाएं।
शाम के सात बज रहे थे और मैं थक कर चूर थी। जूडे पर लगी असंख्य हेयरपिन्स ने सिर में बेवजह का दर्द पैदा कर दिया था। पीठ और कमर का बुरा हाल था, उस पर शरीर भारीभरकम लहंगे का बोझ भी झेलने से मना कर रहा था। आंखों में न जाने कितनी नींद भरी थी कि मन कर रहा था कि कहीं थोडी सी जगह मिल जाए और मैं सो जाऊं। घर मेहमानों से भरा था। हर कोई मुझे घेरे हुआ था...। मेरी नजर अपने कमरे पर थी, जिसे सगी-चचेरी ननदें मिल कर सजा रही थीं। उसी कमरे में एक ओर मेरा दूल्हा हनीमून का सामान पैक करने में जुटा था। अगली शाम हमें निकल जाना था दूर किसी पहाडी जगह पर 10 दिन के लिए। यह 1-2 दिन की नहीं, महीनों की थकान थी, जो शादी की तैयारियों ने मुझे दी थी। थैंक गॉड...अरेंज्ड मैरिज में भी पति ने मेरी मुश्किलों को समझा। दो-तीन घंटे बाद मुझे कमरे में ले जाया गया। मोगरे और गुलाबों से कमरा महक रहा था। फिर मेरा दूल्हा आया और प्यार से बोला, बहुत थकी होगी, कल सुबह भी जल्दी उठना होगा, इसलिए तुम नींद पूरी कर लो...। मौका मिलते ही मैं सोई तो अगली सुबह 7 बजे आंख खुली। लालिमा 9 साल पुरानी अपनी शादी की यादें ताजा कर रही थीं। कहती हैं, 'हमारी वेडिंग नाइट हनीमून पर जाने के बाद ही आई।' यह सच है कि नए रिश्ते में जाते ही तुरंत सब कुछ शेयर करना सहज नहीं होता। कई बार जरा सी नादानी दूसरे को हर्ट कर देती है। इसलिए वर-वधू को परिपक्वता और सूझ-बूझ के साथ अपनी नई जिंदगी स्वागत करना चाहिए। सकारात्मक सोच के साथ बदलाव को स्वीकारते हुए सेक्स संबंधों का आगाज करें। कुछ जरूरी बातें। वर के लिए 1- याद रखें, सुखमय वैवाहिक जीवन के लिए सेक्स से भी महत्वपूर्ण अन्य बातें हैं। दांपत्य में रीअल इंटीमेसी का मतलब है- मानसिक, भावनात्मक, आध्यात्मिक स्तरों पर जुडाव, एक-दूसरे से संवाद, साथ हंसना, खाना, घूमना और जिम्मेदारियां भालना, एक-दूसरे से स्वस्थ अपेक्षाएं रखना, एक-दूसरे के विकास में सहयोग देना और बेहतर परिवार के रूप में आगे बढऩा...। 2- दुर्भाग्य से भारतीय समाज में सेक्स आज भी एक टैबू है और इस पर ठोस वैज्ञानिक जानकारी का अभाव है। शादी से पहले सेक्स संबंधों पर वैज्ञानिक जानकारी जरूर लें। इस पर कोई अच्छी किताब पढ सकते हैं। हेल्थ समस्या हो तो डॉक्टर से मिलें। 3- एक सर्वे कहता है कि लगभग 20 प्रतिशत शादियों में वेडिंग नाइट में सेक्स क्रिया नहीं होती। इसके अलावा पहली बार कई कपल्स सेक्स क्रिया को ठीक से एंजॉय नहीं कर पाते। मानसिक रूप से इसके लिए तैयार रहें कि हर चीज आपकी अपेक्षा के अनुरूप नहीं होगी। शादी के 10 साल बाद आप इस बात को भी भूल भी जाएंगे। इसलिए पहली बार मिली विफलता से नकारात्मक नतीजे पर न पहुंचें। 4- शादी की तैयारियों में बहुत थक गए हैं और हनीमून के दौरान वेडिंग नाइट प्लैन करना चाहते हैं तो इससे पहले संगिनी को एक अच्छा सा रिलैक्सिंग स्पा या जकूजी गिफ्ट करें। थकान मिटेगी तो मन में भी स्फूर्ति आएगी। 5- पहली बार सेक्स हर्ट कर सकता है, स्त्री के साथ ही पुरुष को भी। इसलिए किसी अच्छे ल्युब्रिकेशन की व्यवस्था रखें। अगर कुछ नहीं है तो कोकोनट ऑयल इस्तेमाल करें। इसके अलावा कॉण्डोम का पैकेट जरूर साथ रखें। सुरक्षा महसूस होगी तो सेक्स क्रिया भी सुकून प्रदान करेगी। 6- यूरिनरी इन्फेक्शंस से बचने के लिए हाइजीन का ध्यान रखें। शरीर को हाइड्रेट रखें। पानी और ताजा जूस का सेवन अधिक से अधिक करें। हर बार सेक्स क्रिया के बाद यूरिन पास करने से संक्रमणों से भी बचाव होता है। प्राइवेट एरिया में खुजली, जलन, लालिमा या सूजन जैसी समस्या हो तो देर किए बिना डॉक्टर को दिखाएं। 7- तारीफ में जादू होता है। दुलहन को सहज बनाने के लिए उसकी तारीफ करें। उसे कोई गिफ्ट दें। उससे बचपन, परिवार और दोस्तों के बारे में बातें करें, ताकि वह खुल सके। वधू के लिए 1- शादी की तैयारियां मानसिक, भावनात्मक और शारीरिक रूप से थका देती हैं। अगर वेडिंग नाइट के लिए तैयार नहीं हैं तो इन पलों के लिए थोडा और इंतजार करें और अपने जीवनसाथी को इसके लिए मनाएं। 2- आने वाले पल बेहद हसीन होंगे, फूलों की सेज पर आप अपने राजकुमार की प्रतीक्षा करेंगी। वेडिंग नाइट को लेकर अपनी अपेक्षाएं ज्यादा न बढाएं। पहली बार सेक्सुअल डिस्कोर्स में जाएं तो शिक्षक के बजाय छात्र बनें। सीखने, गलतियां करने और उनसे सबक लेने के लिए तैयार रहें। 3- अगर अतीत में कोई बुरा अनुभव रहा हो तो उसे ससुराल की दहलीज के बाहर छोड आएं। छात्र अगर खराब पेपर के बाद उसी में डूबा रहा तो अगले दिन होने वाली परीक्षा का अंजाम भी बुरा होगा। यह सबक जिंदगी इम्तहान में भी काम आता है। इसलिए अतीत को भूल कर सकारात्मक सोच के साथ नई दुनिया में कदम रखें। 4- काश कि कोई दिमाग को पढ पाता लेकिन दुर्भाग्य से सबसे करीब रिश्ते में भी ऐसा नहीं हो पाता। इसलिए संवाद जरूरी है। अपनी इच्छाओं को शब्दों में बयां करें। चुप न रहें, सहज होकर अपनी बात कहें। 5- एक्सपट्र्स मानते हैं कि सबसे बडा सेक्सुअल ऑर्गन मस्तिष्क है। अगर दिमाग में टीवी सीरियल, घर वालों की बातें, शादी का खर्च, ऑफिस का काम और हनीमून के बाद का जीवन चलता रहेगा तो सेक्सुअल क्रिया पर ध्यान दे ही नहीं सकते। उस एक मोमेंट पर एकाग्र हों, इसके लिए चाहे किसी रोमैंटिक नॉवेल की पंक्तियां याद करें या प्यारा सा गीत सुनें। इस बात को मानें कि अब आप अकेली नहीं, कोई और भी है, जिसके प्रति आपकी जिम्मेदारियां हैं। सेक्स वैवाहिक जीवन का अहम हिस्सा है, इसे स्वीकार करना जरूरी है। 6- थोडी सी असुविधा के लिए तैयार रहें। पहली बार सेक्स क्रिया हर्ट कर सकती है मगर दर्द के भय से न भागें। यह किसी एक्सरसाइज की तरह है। जिस तरह शुरुआत में कोई भी एक्सरसाइज दर्द दे सकती है, उसी तरह सेक्स क्रिया भी परेशान कर सकती है। इससे घबराएं नहीं। 7- वेडिंग नाइट को लेकर अकसर बढा-चढा कर बातें की जाती हैं। इस कारण या तो कपल्स घबरा जाते हैं या अति-उत्सुक हो जाते हैं। दोनों स्थितियां बुरी हैं। बिना पूर्वाग्रह पाले सेक्स क्रिया को एंजॉय करें। इंदिरा राठौर