देर हो जाती है...

आज फिर देर हो गई! क्या करें, घर के सौ काम, ऊपर से रास्ते में ट्रैफिक जाम। कितनी भी कोशिश करो, ऑफिस पहुंचने में देर हो ही जाती है। देर के लिए एक नहीं हजारों बहाने हो सकते हैं, पर बहाने किसी भी समस्या का स्थायी हल नहीं हैं।

By Edited By: Publish:Fri, 30 Jan 2015 03:39 PM (IST) Updated:Fri, 30 Jan 2015 03:39 PM (IST)
देर हो जाती है...

आज फिर देर हो गई! क्या करें, घर के सौ काम, ऊपर से रास्ते में ट्रैफिक जाम। कितनी भी कोशिश करो, ऑफिस पहुंचने में देर हो ही जाती है। देर के लिए एक नहीं हजारों बहाने हो सकते हैं, पर बहाने किसी भी समस्या का स्थायी हल नहीं हैं। यहां मुद्दा केवल सही समय पर ऑफिस पहुंचने का नहीं, बल्कि वक्त की पाबंदी का है। जो लोग समय की कीमत नहीं पहचानते, उनके हर काम में देर होती है और जल्दबाजी की वजह से अकसर गलतियां भी होती हैं। इसके विपरीत जो लोग अनुशासित दिनचर्या अपनाते हैं, उनका हर कार्य सही समय पर पूरा होता है और वे देर से होने वाली परेशानियों से बचे रहते हैं। अगर आपको भी अकसर देर हो जाती है तो अपनी दिनचर्या और जीवनशैली में ये बदलाव लाकर देखें :

पूरी नींद लें

अगर सुबह उठने में देर हो गई तो पूरे दिन के हर काम में देर होना निश्चित है। ऐसी समस्या से बचने के लिए सबसे जरूरी यह है कि सोने-जागने का समय निश्चित करें। टीवी देखने का मोह त्याग कर रात को सही समय पर सोने की कोशिश करें, ताकि आपको सात-आठ घंटे की गहरी नींद मिले और पूरी स्फूर्ति के साथ नए दिन की शुरुआत कर सकें।

उठने में आनाकानी न करें

कुछ लोग अपने मोबाइल में हर पंद्रह मिनट के अंतराल पर दो-तीन अलार्म लगाते हैं और हर बार यह सोचकर उसे बंद कर देते हैं कि अगले अलार्म पर उठ जाऊंगा/जाऊंगी, पर यह आदत ठीक नहीं। इससे अच्छी नींद नहीं मिल पाती और वक्त भी बर्बाद होता है। इसलिए अलार्म बजते ही बिना आलस किए उठ जाएं और पांच मिनट के लिए बालकनी की खुली ताजी हवा में सांस लें। इससे आपकी नींद तुरंत दूर भाग जाएगी।

व्यवस्थित हो दिनचर्या

अगले दिन सुबह से लेकर रात तक आपको कौन से जरूरी कार्य किस क्रम में पूरे करने हैं, इसका पूरा खोका आपके दिमाग में तैयार होना चाहिए। जो लोग ऐसा नहीं कर पाते वे सुबह के कीमती वक्त का बडा हिस्सा यही सोचने में नष्ट कर देते हैं कि आज मुझे क्या करना है। अगर आप अपने जरूरी कार्यों को सिलसिलेवार ढंग से याद नहीं रख पाते तो रोजाना रात को सोने से पहले इनकी एक संक्षिप्त सूची बना लें, ताकि सुबह आपको देर न हो।

खुद को दें अतिरिक्त समय

फौज में सैनिकों की आकस्मिक जरूरतों के लिए राशन का अतिरिक्त स्टॉक रखा होता है, जिसे 'बफर स्टॉक' कहा जाता है। इसी तरह ऑफिस के लिए निकलने से पहले अपने पास आधे घंटे का बफर टाइम जरूर रखें। ऐसा करने पर रास्ते में ट्रैफिक जाम या कार खराब होने जैसी स्थितियों में भी आपको ज्य़ादा देर नहीं होगी।

पहले ही कर लें तैयारी

ऑफिस ले जाने वाले बैग में अगर आपको कोई जरूरी सामान रखना है तो उसे रात को ही पैक कर लें। अगले दिन सुबह नहाकर पहनने वाले कपडों का पूरा सेट वार्डरोब से बाहर निकालकर एक निश्चित स्थान पर रख दें, ताकि सुबह कपडे ढूंढने में आपका वक्त बर्बाद न हो। कामकाजी स्त्रियों पर घर और बाहर की दोहरी जिम्मेदारी होती है। इसलिए पति और स्कूल जाने वाले बच्चों की भी ऐसी ही तैयारी होनी चाहिए। साथ ही आप अपनी मल्टी टास्किंग स्किल का बेहतर ढंग से इस्तेमाल करने की कोशिश करें, ताकि समय की बचत के साथ आपका हर कार्य सही ढंग से पूरा हो सके।

घडी को रखें आगे

तमाम कोशिशों के बावजूद अगर आपको ऑफिस पहुंचने में देर हो जाती है तो सुबह अपनी तैयारी थोडा पहले शुरू कर दें। बेहतर यही होगा कि अपनी घडी को पंद्रह-बीस मिनट आगे करके यह भूल जाएं कि आपकी घडी फास्ट है। फिर उसी के अनुसार अपने सभी कार्य जल्द से जल्द पूरा करें।

समझें कार्यों की गंभीरता

जरा गौर कीजिए कि देर की वजह से अब तक कितनी बार आपकी ट्रेन या फ्लाइट मिस हुई है? शायद, कभी नहीं। फिर दूसरे कार्यों में देर क्यों हो जाती है? ऐसा इसलिए होता है क्योंकि हम अपने अन्य कार्यों को गंभीरता से नहीं लेते। चाहे छोटा हो या बडा हमें अपने हर कार्य को सही वक्त पर पूरा करने की कोशिश करनी चाहिए। सुनने में यह बेहद मामूली बात लगती है, लेकिन कुछ महीनों तक इसे आजमाने के बाद आपकी जिंदगी बेहद आरामदेह और तनावमुक्त बन जाएगी।

(मैनेजमेंट गुरु शिव खेडा से बातचीत पर आधारित)

विनीता

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