स्वस्थ रहें बारिश का लुत्फ लें

मानसून के दस्तक देते ही मन अपने आप खिल उठता है। भीनी-भीनी फुहारों के बीच यह रूमानी मौसम अपने साथ कई तरह की बीमारियां भी लाता है। ऐसे में ज़रूरी है कि अपने परिवार का सही ढंग से ख्याल रखें।

By Edited By: Publish:Mon, 22 Jun 2015 01:17 PM (IST) Updated:Mon, 22 Jun 2015 01:17 PM (IST)
स्वस्थ रहें बारिश का लुत्फ लें

मानसून के दस्तक देते ही मन अपने आप खिल उठता है। भीनी-भीनी फुहारों के बीच यह रूमानी मौसम अपने साथ कई तरह की बीमारियां भी लाता है। ऐसे में जरूरी है कि अपने परिवार का सही ढंग से ख्याल रखें।

बारिश के मौसम में परिवार के साथ चाय-पकौडों का लुत्फ तो सभी उठाना पसंद करते हैं। ऐसे में मस्ती के साथ ही अपनी सेहत का दुगना ख्ायाल रखना भी जरूरी हो जाता है। जरा सी लापरवाही भी आपके लिए काफी नुकसानदेह हो सकती है। मानसून में अपने फूड आइटम्स का विशेष ध्यान रखना पडता है, इसलिए जानें इससे जुडी कुछ बातें।

ख्ायाल रखें इनका

गेहूं और चावल में कीडे लगने की बहुत आशंका रहती है। इसलिए इन्हें एअरटाइट कंटेनर्स में स्टोर करें। कपूर को कपडे में बांध कर चावल के जार में रखने से उसमें कीडे नहीं लगते हैं। आप चाहें तो नीम की पत्तियां भी रख सकते हैं। आटे को सलामत रखने के लिए उसमें कुछ तेजपत्ते डाल कर रखें। अगर घर में चिप्स-पापड रखे हों तो दालों के साथ ही उन्हें भी धूप दिखा दें। इसके बाद ही उन्हें डिब्बों में भरें। चीनी और नमक को चिपचिपाहट से बचाने के लिए उन्हें कांच के डिब्बों में भर कर रखें। उनमें लौंग अथवा कच्चे चावल के दाने भी डाले जा सकते हैं।

फ्रिज आएगा बहुत काम

बेसिक मसालों को फ्रिज में रखने से उनकी स्टोरेज वैल्यू बढती है। कोशिश करें कि ब्रेड के छोटे पैकेट ही ख्ारीदें, ताकि वे सुरक्षित रहें। ब्रेड में फंगस जल्दी लगती है। बची हुई ब्रेड को हमेशा सही ढंग से पैक करके फ्रिज में रखें। फलों व सब्जियों को अच्छी तरह धोएं, फिर जिप लॉक वाले बैग्स में रख कर फ्रिज में रख दें। बचे हुए खाने को ठंडा होने के बाद तुरंत फ्रिज में रखें। बेहतर होगा कि उसे 24 घंटे के अंदर इस्तेमाल कर लें। खाने को एक बार से ज्य़ादा गर्म न करें। फ्रिज को बहुत भर कर न रखें। अगर आप नॉनवेज स्टोर करके रखते हैं तो उसे खाने-पीने की बाकी चीजों से अलग रखें। समय-समय पर फ्रिज की सफाई भी करते रहें।

किचन को करें रेनोवेट

अभी तक आप जो भी कंटेनर्स इस्तेमाल करते आ रहे हों, बरसात में उनमें थोडा बदलाव करना पडता है। हर मौसम की जरूरत अलग-अलग होती है। चूंकि मानसून में दालमोठ, बिस्किट और चिप्स जैसी चीज्ों सील जाती हैं, इसलिए बेहतर होगा कि उन्हें एअरटाइट कंटेनर्स में स्टोर करें। इससे उनका टेस्ट भी सही रहेगा और कुछ दिनों तक स्टोर भी कर सकेंगे। आटा और दाल रखने के लिए भी आप थोडे बडे साइज में ऐसे ही एअरटाइट कंटेनर्स ला सकते हैं। मार्केट में आपको ज्िाप लॉक बैग्स भी मिल जाएंगे। आप नमकीन के जिप वाले पैकेट्स भी ले सकते हैं। थीम के अनुसार भी अपनी ख्ारीदारी कर सकती हैं।

रहें स्वस्थ

गर्मियों के जाते ही सेहत के प्रति लापरवाही न दिखाएं। बरसात में जरा सी भी लापरवाही बीमारियों को न्यौता दे सकती है। बुख्ाार, सर्दी-जुकाम, डायरिया और मलेरिया जैसी बीमारियां इस मौसम में आम हैं। इनसे बचने के लिए जरूरी है कि खानपान का विशेष ध्यान रखें। किचन की साफ-सफाई भी सही ढंग से करें। इस मौसम में खानपान में थोडा सा परहेज रखना लाभदायक हो सकता है। मन मारना थोडा मुश्किल ज्ारूर है, मगर कम तला-भुला खाना खाने और हरी सब्जियों व सैलेड को अपनी डाइट में जगह देने से सेहत दुरुस्त रहेगी।

सखी फीचर्स

मानसून स्पेशल टिप्स

1 फ्रिज का तापमान 5 डिग्री सेंटीग्रेड से कम रखें।

2. कटे फल व सब्जियां न ख्ारीदें।

3. बैक्टीरियल इन्फेक्शन से बचने के लिए नीम, मेथी, हल्दी और करेले को अपनी डाइट में शामिल करें।

4. ट्रैवल करते वक्त घर का खाना साथ ले जाने की कोशिश करें।

5. कम तैलीय पदार्थों को प्राथमिकता दें। ज्य़ादा मिर्च-मसाला न खाएं।

6. फूल गोभी, बंदगोभी, बींस और पालक जैसी सब्जियों को नमक के पानी से धोएं।

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