7 पावर फूड कॉम्बो

सेहतमंद डाइट लेने के बावजूद अकसर हमें मालूम नहीं होता कि किन खाद्य पदार्थों का मेल स्वास्थ्य के लिए लाभदायक हो सकता है। दिल्ली स्थित अदीवा हॉस्पिटल की न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. चारू खन्ना बता रही हैं, किन दो स्वादों की जुगलबंदी से बनता है पावर फूड कॉम्बो।

By Edited By: Publish:Tue, 01 Mar 2016 03:32 PM (IST) Updated:Tue, 01 Mar 2016 03:32 PM (IST)
7 पावर फूड कॉम्बो

सेहतमंद डाइट लेने के बावजूद अकसर हमें मालूम नहीं होता कि किन खाद्य पदार्थों का मेल स्वास्थ्य के लिए लाभदायक हो सकता है। दिल्ली स्थित अदीवा हॉस्पिटल की न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. चारू खन्ना बता रही हैं, किन दो स्वादों की जुगलबंदी से बनता है पावर फूड कॉम्बो।

खाना सिर्फ पेट भरने का साधन नहीं होता, बल्कि शरीर के पूरे सिस्टम को चलाने के लिए यह जरूरी ईंधन है। कई बार डाइनिंग टेबल पर सजी खाने की थाली को देखकर पता नहीं चलता कि इससे हमें कितना न्यूट्रिशन मिल रहा है। कुछ खाद्य सामग्रियों को कॉम्बो के तौर पर लिया जाए तो उनसे सेहत को कई फायदे हो सकते हैं।

गुड फैट शरीर के लिए बेहद फायदेमंद है। गुड फैट यानी ओमेगा 3 फैटी एसिड शरीर के लिए अच्छा है। इससे कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद मिलती है। इसके बिना शरीर विटमिन 'के को एब्जॉर्ब नहीं कर सकता है।

इस विटमिन के स्रोत- पालक, शलजम के पत्ते, ब्रॉक्ली, पत्ता गोभी, स्प्राउट्स आदि।

गुड फैट्स के स्रोत- सभी तरह के नट्स, ऑलिव, कैनोला और तिल का तेल।

कॉम्बो आइडियाज- विटमिन 'के और गुड फैट को एक साथ पकाने से दिल और हड्डियां स्वस्थ बनती हैं। इन दोनों का कॉम्बिनेशन शरीर के लिए बहुत फायदेमंद साबित होता है।

गाजर में बीटा कैरोटीन और विटमिन ए होता है। बीटा कैरोटीन से स्किन ग्लो करती है। एवोकैडो से भी विटमिन ए की प्राप्ति होती है, जिससे चमकदार और ख्ाूबसूरत स्किन मिलती है।

बीटा कैरोटीन के स्रोत : गाजर, शकरकंद, पपीता, पालक, खुबानी और पत्ता गोभी।

कॉम्बो आइडियाज : अवन में शकरकंद को रोस्ट कर उसमें ऑलिव ऑयल डालें। एवोकैडो की डिप बनाएं और उसमें गाजर डाल कर खाएं। यह स्किन के लिए बहुत फायदेमंद है।

प्याज-लहसुन सिर्फ खाने का स्वाद नहीं बढाता, बल्कि इनमें मौजूद सल्फर कंपाउंड जिंक को शरीर में जज्ब करने में मदद करता है। इससे इम्यून सिस्टम मजबूत होता है और घाव समय पर भरते हैं।

जिंक के स्रोत- सभी अनाजों में, जैसे ब्राउन राइस या ब्राउन ब्रेड आदि।

सल्फर कंपाउंड- प्याज और लहसुन।

कॉम्बो आइडियाज- ब्राउन राइस को प्याज के साथ कैरेमलाइज करके खाएं या फिर ब्राउन ब्रेड या रोटी पर क्रीम या चीज के साथ प्याज की स्लाइसेज रोल कर खाएं।

आयरन मस्तिष्क, मसल्स और पूरे शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है।

आयरन के स्रोत- पालक, ओटमील, टोफू, काले चने और सफेद छोले आदि।

विटमिन-सी के स्रोत- सिट्रस फल, कीवी, अमरूद, स्ट्रॉबेरी, टमाटर, ब्रॉक्ली।

कॉम्बो आइडियाज- पालक को संतरे के साथ मिला कर सैलेड के रूप में खा सकते हैं। यह तुरंत एनर्जी प्रदान करता है।

आंखों की रोशनी बढाना चाहते हैं तो स्ट्रॉबेरी को पीनट बटर के साथ मिला कर खाएं। ये दोनों ही विटमिन ई और विटमिन सी के अच्छे स्रोत हैं।

विटमिन ई के स्रोत- बादाम या बादाम का बटर, पीनट या पीनट बटर, गेहूं, सूरजमुखी के बीज, सोयाबीन आदि।

विटमिन सी के स्रोत- सिट्रस फल, कीवी, अमरूद, ब्रॉक्ली, लाल, हरी, पीली शिमला मिर्च, स्प्राउट्स, टमाटर, स्ट्रॅाबेरी, आलू।

कॉम्बो आइडियाज -पीनट बटर और स्ट्रॉबेरी स्लाइसेज को सैंडविच या टोस्ट में दबा कर खाएं।

मछली पोषक तत्वों से पूर्ण है। ब्रॉक्ली व मछली का कॉम्बो कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद करता है। ब्रॉक्ली में पर्याप्त कैल्शियम होता है, जो हडि्डयों को स्ट्रॉन्ग बनाता है।

कैल्शियम के स्रोत- ब्रॉक्ली, दूध, योगर्ट, चीज, ऑरेंज जूस, सोया, दूध, चावल।

विटमिन डी के स्रोत- सालमन, टूना सार्डिनेस, अंडे का पीला भाग।

कॉम्बो आइडियाज- सालमन ग्रिल कर ब्रॉक्ली के साथ खाएं।

टमी के कारण शर्मिंदगी महसूस करते हों तो घबराएं नहीं, कैल्शियम यानी दूध और इनुलिन (कार्ब का नैचरल स्टोरेज) यानी केले का कॉम्बो आजमा कर देखें।

कैल्शियम के स्रोत- दूध, योगर्ट, चीज, ब्रॉक्ली, सालमन, सार्डिनेस, टोफू, ऑरेंज जूस, बादाम, सोया, चावल।

इनुलिन के स्रोत- प्याज, लहसुन, केला, गेहंू का आटा, एस्पैरेगस आदि।

कॉम्बो आइडियाज- केले और कॉर्नफ्लेक्स को स्किम्ड दूध के साथ लेना अच्छा है।

इन्हें दोबारा गर्म न करें

1. आलू में कई पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं, जो आपको चुस्त-दुरुस्त महसूस कराते हैं। लेकिन आलू की सब्जी को दोबारा गर्म करने पर ये पौष्टिक तत्व बेकार हो जाते हैं और इनका शरीर पर ख्ातरनाक प्रभाव पडता है।

2. मशरूम को दोबारा गर्म न करें। थोडा पकने पर ही इसे खा लेना चाहिए। दोबारा गर्म करने से यह अनहेल्दी हो जाता है।

3. पालक में नाइट्रेट नामक तत्व पाया जाता है। इसे ताजा पका हुआ ही खाना चाहिए। दोबारा गर्म करने पर यह एसिड बन जाता है और पेट और पाचन क्रिया को नकसान पहुंचा सकता है।

गीतांजलि

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