सखी का स्वास्थ्य

मेरी उम्र 34 वर्ष है। मेरी शादी को दस साल हो चुके हैं। मेरी आठ साल की एक बेटी है। उसके जन्म के दो साल बाद से हम दूसरी संतान चाह रहे हैं, लेकिन पता नहीं क्यों दोबारा गर्भधारण नहीं कर पा रही हूं। क्या करूं?

By Edited By: Publish:Wed, 02 Mar 2016 11:40 AM (IST) Updated:Wed, 02 Mar 2016 11:40 AM (IST)
सखी का स्वास्थ्य

मेरी उम्र 34 वर्ष है। मेरी शादी को दस साल हो चुके हैं। मेरी आठ साल की एक बेटी है। उसके जन्म के दो साल बाद से हम दूसरी संतान चाह रहे हैं, लेकिन पता नहीं क्यों दोबारा गर्भधारण नहीं कर पा रही हूं। क्या करूं?

एम.के., बदायूं

पैंतीस साल तक गर्भधारण की सलाह दी जाती है। स्त्री रोग विशेषज्ञा से मिलकर कंसीव न कर पाने का कारण जानने की कोशिश करें। अपने पति की सीमेन एनालिसिस करवाएं।

मेरी उम्र 23 वर्ष है। पीरियड्स के दौरान मुझे ब्लोटिंग की समस्या होती है। इस कारण कोई काम करने का भी मन नहीं करता। कृपया मेरी समस्या का उचित समाधान बताएं।

आई.आर., कांकेर (छत्तीसगढ)

ब्लोटिंग यानी पेट फूलने की समस्या अमूमन अनहेल्दी खानपान की आदतों, धूम्रपान व शराब आदि का सेवन करने वाली स्त्रियों को होती है। आप तले-भुने खाद्य पदार्थों का सेवन कम करें।

मैं 28 वर्षीया विवाहिता स्त्री हूं। मेरी शादी को अभी दो साल हुए हैं। दो महीने पहले मुझे पेप्टिक अल्सर हो गया था जिसकी दवाइयां मुझे अभी तीन महीने तक खानी हैं। इसके बाद मैं संतान सुख पाना चाहती हूं। लेकिन डरती हूं कि सब ठीक रहेगा या नहीं। मैं बच्चे के लिए कब विचार करूं?

यू.सी., ग्वालियर

आप पूरी तरह से अपने इलाज पर ध्यान दें। ऐसा न सोचें कि इसका असर आपके बच्चे पर पडेगा, इलाज पूरा करवाएं। जब आप पूर्ण रूप से स्वस्थ होकर मां बनेंगी तो बच्चे के स्वास्थ्य पर कोई असर नहीं पडेगा। फिर भी बच्चे के बारे में सोचने से पहले एक बार डॉक्टर की राय पर अपना संपूर्ण चेकअप जरूर करवाएं।

मेरी उम्र 38 वर्ष है। मेरे दो बच्चे हैं। मुझे कई दिनों से पेट के निचले हिस्से में दर्द रहता था। एक दिन अचानक पेट के निचले हिस्से में ही काफी तेज दर्द उठा तो मैं डॉक्टर को दिखाने गई। जांच के दौरान पता चला कि मेरे यूट्रस में सूजन है। उन्होंने कुछ दवाइयां दीं, लेकिन जैसे ही मैं वे दवाइयां बंद कर देती हूं तो भयंकर दर्द फिर शुरू हो जाता है। मेरी समस्या का उचित समाधान करें।

म.नि., कटनी (भोपाल)

आप किसी स्त्री रोग विशेषज्ञा से संपर्क करके सूजन का इलाज ठीक से करवाएं। सूजन अगर इन्फेक्शन के कारण है तो उसका उचित ट्रीटमेंट करवाना होगा। अगर ट्यूमर के कारण है तो ऑपरेशन करवाएं।

मेरी उम्र 26 वर्ष है। पांच महीने पहले एक बेटे को जन्म दिया है। डिलीवरी के बाद से मेरे पैर, हाथ और योनि के ऊपर की हड्डी में अकसर दर्द होता रहता है। डॉक्टर को दिखाने के बाद दवा भी ली, लेकिन कोई विशेष लाभ नहीं हुआ। मुझे क्या करना चाहिए?

एस.पी., छपरा (बिहार)

ख्ाून या कैल्शियम की कमी के कारण भी ऐसा हो सकता है। इसके लिए उचित जांच करवाएं। आप यह भी बताएं कि डॉक्टर की सलाह पर आप कौन सी दवा ले रही हैं। इसके बाद ही आपका सही इलाज किया जा सकता है।

मेरी उम्र 30 वर्ष है। मैं सात माह से प्रेग्नेंट हूं। मेरा वजन 53 किलो है। मेरी समस्या यह है कि मेरा वजन नहीं बढ रहा है। अल्ट्रासाउंड से पता चला है कि बच्चे की ग्रोथ बहुत कम है। मुझे भूख भी कम लगती है। खाना खाने की इच्छा ही नहीं होती। कुछ भी खाने से पहले उल्टी आने लगती है। इस कारण मुझे बहुत ज्यादा घबराहट होने लग जाती है। मैं क्या करूं कि सब ठीक रहे?

वाई.एम., रांची

आपके लिए संतुलित आहार लेना बहुत जरूरी है। अपने आहार में प्रोटीन की मात्रा बढाएं और अंकुरित चने खाएं। सुबह और शाम के खाने में एक कटोरी दाल, 1 बोल हरी सब्जी, दो ग्लास दूध जरूर लें। अपने भोजन में कार्बोहाइड्रेट मसलन आलू, चावल और रोटी आदि जरूर लें। अगर आप तीन समय में भरपेट खाना नहीं खा पाती हैं तो दिन में कई बार थोडा-थोडा जरूर खाएं। दिन में छोटे-छोटे छह मील्स लें। जब दोपहर में आराम कर रही हों तो बायीं तरफ करवट लें। अपनी डॉक्टर से नियमित रूप से संपर्क में रहें। उनकी राय का पालन करें। कोई भी दवा गायनिकोलॉजिस्ट से पूछकर ही लें। ख्ाुद से कोई दवा न लें।

मेरी उम्र 29 वर्ष है। मेरी शादी को एक साल हो चुका है। पिछले दो महीेने से वजाइना के आसपास जलन और खुजली हो रही है। ऐसा तीन-चार दिन तक लगातार होता है, फिर अपने आप ही ठीक भी हो जाता है। मैं पानी ख्ाूब पीती हूं और यूरिन भी साफ होता है। इस बीच मैंने एक स्किन क्रीम भी लगाई, पर स्थायी लाभ नहीं मिला। मुझे क्या करना चाहिए?

एल.के., जबलपुर

हो सकता है कि आपको वजाइना फंगस इन्फेक्शन हो। आप स्त्री रोग विशेषज्ञा को दिखाएं। जांच के बाद ही बताया जा सकता है कि यह किस प्रकार का इन्फेक्शन है और कैसा इलाज होना जरूरी है। जब तक बच्चा न चाहिए हो तब तक कॉण्डम का ही इस्तेमाल करें। ऐसा करने से बार-बार और अलग-अलग प्रकार के इन्फेक्शन होने से आप बची रहेंगी।

मिलेगा नवजातों को बेहतर उपचार

अमेरिका स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ आयोवा के शोधकर्ताओं के अनुसार, अगर यह पता चल जाता है कि बच्चा समय से पूर्व जन्म लेने वाला है तो समय से उसके लिए बेहतर चिकित्सीय सुविधाएं जुटाई जा सकती हैं। उम्मीद है कि इसनई तकनीक के तहत किए गए रक्त परीक्षण से नवजातों को मौत के ख्ातरे से बचाने में मदद मिलेगी। इससेे बच्चे की गर्भावधि की उम्र और उसके वजन व आकार का पता लगाया जा सकता है। ऐसे में चिकित्सक यह भी जान सकेंगे कि उन्हें नवजात शिशु में किन स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं की निगरानी करनी है।

डॉ. उर्वशी प्रसाद झा

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